रेलवे कर सकता है किराए में 25% की 'बढोत्तरी'
नई दिल्ली।। भारतीय रेल के मॉडर्नाइजेशन के लिए बनी उच्च स्तरीय कमिटी ने ट्रेनों के किराये एकमुश्त 25 % बढ़ाने की सिफारिश की है। सैम पित्रोदा के नेतृत्व में बनी कमिटी ने ट्रेन के किराये को इन्फ्लेशन रेट से जोड़ने की भी वकालत की है। उन्होंने कहा कि उनकी इन सिफारिशों पर अमल करने से अगले फाइनैंशल इयर में रेलवे 60 हजार करोड़ रुपये जुटा सकता है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, रेलवे बजट से पहले योजना आयोग के सामने दिए प्रेजेंटेशन में कमिटी ने कहा है, ' पांच साल में रेल के आधुनिकीकरण के लिए 9,13,000 करोड़ रुपये चाहिए। किराये में बढ़ोतरी करके इसका एक हिस्साजुटाया जा सकता है। 25 % बढ़ोतरी से 37,500 करोड़ रुपये जमा हो सकते हैं। ' रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने पिछले साल सितंबर में पित्रोदा कमिटी बनाई थी। इसके सदस्यों में एचडीएफसी के दीपक पारेख, आईडीएफसी के राजीव लाल, और फीडबैक वेंचर्स के विनायक चटर्जी हैं। कमिटी ने रेलवे को यात्री किराया और माल भाड़े को महंगाई दर से जोड़ कर 25 हजार करोड़ और बाजार के अनुकूल भाड़ा तय कर 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने का सुझाव दिया है। पैनल ने रेलवे को अलग से मॉडर्नाइजेशन फंड बनाने का सुझाव दिया है, जिसमें से रकम सिर्फ नई योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए खर्च की जाएंगी। कमिटी ने यह भी कहा कि बेहतर सुविधाओं का फायदा उठाने वाले यात्रियों से रिडिवलेपमेंट चार्ज वसूला जाना चाहिए। रिपोर्ट कहती है कि रेलवे को अपने प्रायॉरिटी प्रॉजेक्ट्स पूरे करने 53, 827 करोड़ और नई रेल लाइन बिछाने के लिए एक लाख करोड़ चाहिए। रेलवे के पास बहुत बड़ा लैंड बैंक है। कमिटी ने सुझाव दिया है कि जमीन और एयर स्पेस का व्यावसायिक उपयोग करके 50 हजार करोड़ की कमाई हो सकती है। इसके साथ ही ऑपरेशन कॉस्ट में कटौती करके 15 हजार करोड़ रुपये बचाने का रास्ता भी दिखाया गया है।
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