विकासशील देशों को लगेंगे आर्थिक झटके: वर्ल्ड बैंक
यूरो कर्ज संकट से घबराए विकासशील देशों के लिए एक और बुरी खबर है। वर्ल्ड बैंक ने विकासशील देशों को चेतावनी दी है कि वे आर्थिक झटकों के लिए तैयार रहें। वर्ल्ड बैंक ने साफ किया है कि वैश्विक आर्थिक विकास की गति धीमी होती जा रही है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है । विश्व बैंक ने पहले कहा था कि 2012 और 2013 वर्ल्ड इकोनॉमी की आर्थिक दर 3.6 फीसदी रहेगी। अब बैंक का कहना है कि 2012 में 2.5 फीसदी की ही आर्थिक विकास दर हासिल हो पाएगी। इसके अलावा यूरो जोन की आर्थिक विकास दर में भी 0.3 प्रतिशत की गिरावट आएगी। वर्ल्ड बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री जस्टिन यीफू लिन ने बताया कि विकासशील देशों को अपनी कमजोरियों का आकलन करना होगा। यूरो जोन कर्ज संकट का गरीब और अमीर देशों पर असर पड़ सकता है। 2012 में विकासशील देशों की आर्थिक विकास दर 5.4 प्रतिशत और अमीर देशों की 1.4 फीसदी होगी। संगठन का मानना है कि वर्ल्ड मार्केट में वस्तुओं के दाम गिरने की खबर विकासशील देशों के लिए अच्छी खबर है। साथ ही गरीब देशों की खाद्य सुरक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत है। फरवरी 2011 के मुकाबले अभी खाद्य सामग्री के दाम में 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि वर्ल्ड बैंक ने चेतावनी दी है कि यूरोजोन में कर्ज संकट और विकासशील देशों में विकास की धीमी होती गति एक दूसरे को और परेशानी में डाल सकती है।
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