'कुशवाहा' ने मचवाई भाजपा में ‘हां-हां’
भाजपा सांसद मेनका गांधी ने कहा, 'कुशवाहा को शामिल करने के फैसले ने सभी को दुखी किया है। आखिर इस तरह का गलत फैसला कैसे हो गया? इस फैसले को लेने से पहले भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भी बातचीत नहीं की गई है। बसपा जैसी भ्रष्ट पार्टी से निकाले गए नेता को भाजपा में शामिल नहीं करना चाहिए था।' भ्रष्टाचार के खिलाफ देशव्यापी रथयात्रा निकालने वाले पार्टी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इस मुद्दे पर अंदरखाने नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा का बचाव करते हुए कहा है कि कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने से पार्टी की छवि खराब नहीं होती है।
उन्होंने कहा कि कुशवाहा व्हिसल ब्लोअर (भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले) के तौर पर ही बीजेपी में आए हैं। सिन्हा ने कहा, 'वह (कुशवाहा) मायावती की भ्रष्ट सरकार का हिस्सा रहे हैं। अब वह उन सारे गलत कामों को सामने लाएंगे जो मायावती की सरकार में हो रहे थे।'
शुक्रवार को बीजेपी की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस बीजेपी पर उंगली उठाने से पहले केंद्र सरकार का कामकाज देखे। सीतारमन ने इस बात से इनकार किय है कि उमा भारती कुशवाहा को बीजेपी में शामिल किए जाने पर नाराज हैं। उन्होंने इन खबरों को भी बेबुनियाद बताया कि वे 9 जनवरी से उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार नहीं करेंगी।
सीतारमन ने कुशवाहा के बचाव में कहा कि अभी किसी भी जांच में कुशवाहा दोषी साबित नहीं हुए हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार को मीडिया में ऐसी खबरें आईं कि उमा भारती कुशवाहा को बीजेपी में शामिल किए जाने से नाराज हैं। हालांकि, जब उमा से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर सिर्फ पार्टी के मंच पर ही बोलेंगी।
No comments:
Post a Comment