Wednesday, January 4, 2012



भारत के आगे झुक ही गया ड्रैगन
हिरासत में लिए भारतीयों को किया रिहा

बीजिंग. चीन में हिरासत में लिए गए भारतीय व्‍यापारी अब आजाद हो गए हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता होंग लेई ने कहा है कि भारतीय कारो‍बारियों को बंधक बनाने और उनका उत्‍पीड़न करने वाले पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ दंडात्‍मक कार्रवाई की जा रही है। लेई ने उम्‍मीद जताई है कि भारत अपने राजनयिक बालचंद्रन के साथ हुए कथित दुर्व्‍यवहार के मामले को निष्‍पक्ष तरीके से देखेगा। मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि ये भारतीय कारोबारी अब बिल्‍कुल आजाद हैं। 
भारतीय कारोबारियों के साथ अमानवीय व्‍यवहार किए जाने की खबर आने के बाद भारत ने चीनी राजनयिक को एक बार फिर तलब किया।  यह मामला पहली बार प्रकाश में आने के बाद चीनी राजनयिक ने वादा किया था कि भारतीय बंधकों की रिहाई की कोशिश की जाएगी। 
चीन में भारतीय मूल के दो व्‍यापारियों दीपक रहेजा (तस्‍वीर में) और श्‍याम सुंदर अग्रवाल को पिछले दिनों यिवू में बंधक बना लिया गया था। इनका कहना है कि पिछले 21 दिनों से इन्‍हें बंधक बनाया गया है और इनकी जिंदगी खतरे में है। इन्‍हें खाना-पानी भी नहीं दिया जा रहा है। उन्‍हें शंघाई के पास स्थित शहर यिवू में हिरासत में रखा गया था और उनके साथ जानवरों जैसा सलूक किया जा रहा था। स्‍थानीय पुलिस भारतीय व्‍यापारियों को भारतीय कॉन्‍सुलेट तक जाने के लिए सुरक्षा मुहैया कराने से भी इनकार कर रही थी। हालांकि भारत ने इस मसले को सुलझाने के लिए यिवू पुलिस से संपर्क किया।
इन बंधकों को रिहा कराने का प्रयास कर रहे बालचंद्रन की कुछ स्थानीय व्यापारियों ने पूर्वी चीन के एक कोर्ट में पिटाई कर दी थी। बालचंद्रन को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। भारत ने घटना पर कड़ी नाराजगी जताई। बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एडवायजरी जारी करते हुए भारतीयों से यिवू के साथ व्‍यापारिक संबंध तोड़ने की सलाह दी। 

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