बाबा ने कहा यह मेरे खिलाफ सोची समझी साजिश
नई दिल्ली. बाबा रामदेव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अभी शुरुआती तौर पर यह साजिश नज़र आ रही है। बाबा रामदेव ने कांग्रेस पर इशारे-इशारे में निशाना साधते हुए कहा, 'अल्पसंख्यक समाज के एक व्यक्ति को तैयार कर एक भगवाधारी पर स्याही फिंकवाई गई है। सांप्रदायिक दंगे करवाने की साजिश है। मेरे कार्यकर्ता भी अल्पसंख्यक हैं। इस समाज से मेरा कोई वैमनस्य नहीं है। अगर अल्पसंख्यक समुदाय को बटला हाउस पर किसी से आपत्ति हो सकती है, तो वह खुद गृहमंत्री ही हैं। उन्होंने इस मुठभेड़ को सही ठहराया है। मेरा बटला हाउस से क्या लेना देना है?' उन्होंने कहा, 'मेरे ऊपर स्याही फेंकने वाले शख्स को यह कैसे पता चला कि मैं बटला हाउस पर बोलूंगा। वह तो स्याही वगैरह लेकर पूरी तैयारी से आया था। इसलिए मुझे इसमें साजिश लग रही है।' बाबा रामदेव ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। क्या इस घटना से उन पर असर पड़ेगा? इस सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि इस घटना से उनके आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शनिवार को एक शख्स ने योग गुरु बाबा रामदेव के मुंह पर काली स्याही फेंक कर उनकी तौहीन की। बाबा एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे। कांफ्रेंस खत्म होने के बाद जैसे ही वह मंच छोड़ने के लिए तैयार हुए कि एक युवक ने उनके ऊपर काली स्याही फेंक दी। इसके बाद बाबा के समर्थकों ने उसे दबोच लिया और उसकी जम कर पिटाई कर दी। पुलिस की मौजूदगी में भी समर्थक उसे पीटते रहे। थोड़ी देर बाद पुलिस उसे अपने साथ ले गई। स्याही फेंकने वाले युवक (तस्वीर में) ने संसद मार्ग थाने की पुलिस को अपना नाम कामरान सिद्दिकी बताया है। कामरान का कहना है कि वह ओखला का रहने वाला है और रियल कॉज नाम का एक एनजीओ चलाता है। कामरान के बारे में बताया जा रहा है कि वह जामिया नगर इलाके की स्थानीय राजनीति में सक्रिय रहा है और वह पार्षद का चुनाव लड़ने की तैयारी में भी है। मीडिया के जरिए सामने आ रही जानकारी के मुताबिक कामरान सुरक्षाकर्मी के रूप में कांस्टीट्यूशन क्लब में हो रहे बाबा के प्रेस कांफ्रेंस में आया था। उसका गुस्सा किस बात को लेकर था, यह पता नहीं चल सका है। रामदेव के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि स्याही फेंकने वाले शख्स के हाथ में वायरलेस सेट था। उसके पास एसिड की बोतल भी मिली है। वह खुद को विशेष सुरक्षा अधिकारी बताकर संवाददाता सम्मेलन में आया था। उन्होंने बताया कि वह शख्स किसी नेता का नाम ले रहा था और अल्पसंख्यक समुदाय का बताया जाता है। घटना के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि जालिम जुल्म करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने काला धन मांगा था, लेकिन काली स्याही मिली। उन्होंने कहा कि जिनका जीवन देश के लोगों की भलाई के लिए है, उस पर काली स्याही फेंक देने से उसके चरित्र पर कोई असर नहीं होता। बाबा ने कहा कि वह पूरी प्रामाणिकता, दृढ़ता के साथ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। बाबा ने कहा कि उन्होंने आखिर ऐसा क्या किया है जो उनके साथ इस तरह का सुलूक हो। बाबा ने पत्रकारों से कहा कि जो भी सच होगा, सामने आ जाएगा। इससे पहले पत्रकार सम्मेलन में बाबा ने कहा कि वह एक बार फिर भारत स्वाभिमान यात्रा करने जा रहे हैं। वह उन पांच राज्यों का दौरा करेंगे जहां अभी विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में सभाएं कर लोगों को विदेश में जमा काले धन के बारे में जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सभा करने की इजाजत नहीं मिली तो चुनाव लड़ रही सभी प्रमुख पार्टियों के बड़े नेताओं से मिल कर पूछेंगे कि वो विदेश में जमा भारतीयों का काला धन वापस लाने के लिए क्या करने वाले हैं। बाबा रामदेव ने काला धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करने की मांग दोहराते हुए कहा कि चुनाव के वक्त राजनीतिक दलों को जनता के सवालों का जवाब देना ही होता है। लिहाजा वह काले धन के मसले पर सभी उम्मीदवारों की राय जानेंगे। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम के लिए उन्होंने प्रशासन से अनुमति मांगी है।
No comments:
Post a Comment