Tuesday, January 10, 2012


अब 24 घण्टे बनेगी बिजली
अंतरिक्ष में बनेगा आधुनिक पॉवर प्लांट

कल्पना कीजिये कि अगर सोलर एनर्जी 24 घण्टे मिल सकती तो कितना बेहतर होता। लेकिन इस कल्पनी हकीकत में बदलने का सुझाव दिया है भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने। उन्होने धरती पर बिजली की कमी पूरी करने के लिये अंतरिक्ष पॉवर प्लांट के ज़रिये नैने एनर्जी पैक का प्रस्ताव तैयार किया है।
चेन्नै की अन्ना यूनिवर्सिटी में 20 वें नैशनल लेजरसिंपोजियम के मौके पर उन्होंने कहा कि सूरज से 100 खरबबार किरणें निकलती हैं , जो पूरी दुनिया में इंसानों के कामआती हैं। अगर हम इस ऊर्जा का एक छोटा सा हिस्सा भीहासिल करने में कामयाब हुए तो ये भविष्य में बिजली कीजरूरतें पूरी करने में पूरी तरह सक्षम होंगी।



धरती के सोलर प्लांट से बेहतर, 24 घण्टे मिलेगी सोलर एनर्जी 


धरती पर लगे सोलर पॉवर प्लांट की क्षमता को सीमित 
बताते हुए कलाम ने कहा कि अंतरिक्ष के सोलरपॉवर प्लांट से कई तरह के फायदे होंगे।इस तरह केप्लांट धरती पर लगने वाले सोलर पॉवर प्लांट की तुलना में अधिक प्रभावी साबित होंगे। पहला तो यह कि धरती की तुलना में ऊपर (एक्स्ट्रा टेरेस्टियल लेवल) का सोलर रेडिएशन 1.4 गुना ज्यादा होता है। दूसरा यह कि धरती पर लगा सोलर पॉवर प्लांट दिन में केवल 6 घण्टे से लेकर आठ घण्टे तक ही सोलर एनर्जी इकट्ठा कर सकता है जबकि स्पेस बेस्ड पॉवर प्लांट 24 घण्टे सोलर एनर्जी एकत्रित कर सकता है। इन पर मौसम का भी कोई असर नहीं पड़ता है।

धरती तक कैसे पहुंचेगी बिजली 

सबसे बड़ा सवाल यह है कि अंतरिक्ष में सोलर प्लांट से बनी बिजली को हम धरती  तक  कैसे  पहुंचाएंगे।  इस सवाल  का  जवाब  भी  पूर्व  राष्ट्रपति  ने  दिया।  उन्होंने  कहा  कि  अंतरिक्ष  में  बने  सोलर  पावर  प्लांट  से  धरती  पर बिजली  माइक्रोवेव  या  लेजर  टेक्नॉलजी  जैसी  किसी  तकनीक  के  जरिए  भेजी  जा  सकेगी।  

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