Saturday, January 7, 2012


स्वामी के सबूतों को कोर्ट की मंजूरी
नई दिल्ली. 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम को सह आरोपी बनाए जाने के लिए जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर सुनवाई २१ जनवरी तक के लिए टाल दी है। स्वामी ने सुनवाई के बाद मीडिया को बताया है कि कोर्ट ने आज उनकी तरफ से पेश किए गए सुबूत स्वीकार कर लिए हैं। स्वामी ने बताया कि इन सुबूतों में चिदंबरम की तरफ से प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गई चिट्ठी भी शामिल है।   
चिदंबरम को सह आरोपी बनाए जाने की मांग कर रहे जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में आज बतौर गवाह पेश हुए।  सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी याचिका में यह मांग भी की है कि चिदंबरम को कोर्ट में तलब किया जाए।   इस मामले में हुई आखिरी सुनवाई में स्वामी ने कोर्ट से नए दस्तावेज पेश करने के लिए ज़्यादा समय मांगा था। 
स्वामी तर्क दे चुके हैं कि 2008 में तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा के बीच हुईं कई बैठकों के ब्योरों समेत ऐसे कई दस्तावेज हैं, जो यह साबित करते हैं कि 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में चिदंबरम और राजा की मिलीभगत रही है।    चिदंबरम ने अपने दावे के समर्थन में कागजात भी अदालत में पेश कर चुके हैं। उनका कहना है कि 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में राजा ने सिर्फ अपने बूते पर काम नहीं किया बल्कि स्पेक्ट्रम की दरें तय करने समेत कई नीतिगत फैसलों में चिदंबरम की भी अहम भूमिका रही, जिसके चलते स्वॉन और यूनीटेक जैसी निजी कंपनियां ने सरकारी खजाने को चूना लगाते हुए जमकर मुनाफा काटा।   

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