नई दिल्ली. योग गुरु बाबा रामदेव और टीम अन्ना अब एक साथ चुनाव प्रचार करेगी। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों ने हाथ मिला लिया है। दोनों मिलकर साफ छवि के उम्मीदवारों को वोट देने के लिए मतदाताओं को जागरूक करने का काम करेंगे। दोनों किसी खास पार्टी के पक्ष या खिलाफ में वोट नहीं मांगेंगे। टीम अन्ना के सदस्य मनीष सिसोदिया ने बाबा रामदेव से मुलाकात कर साथ आने की पेशकश की थी। सूत्रों के मुताबिक बाबा रामदेव ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि कब और कहां बाबा रामदेव टीम अन्ना के साथ चुनाव प्रचार करेंगे। वैसे, टीम अन्ना के मुताबिक 21 जनवरी से उत्तराखंड के हरिद्वार में मतदाताओं को जागरूक करने का अभियान शुरू करेगी। 2 फरवरी से अन्ना के सहयोगी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में रहेगी। गौरतलब है कि बाबा रामदेव काले धन के मुद्दे पर आवाज़ उठा रहे हैं। बल्कि टीम अन्ना भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत लोकपाल कानून की वकालत कर रही है। गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर के आखिर में मुंबई में हुए अनशन के दौरान टीम अन्ना ने बाबा रामदेव को आमंत्रित किया था। लेकिन वे वहां नहीं पहुंचे थे। अन्ना हजारे और बाबा रामेदव के रिश्ते में पिछले साल दरार आ गई थी। रामलीला मैदान में पुलिसिया कार्रवाई के बाद बाबा रामदेव ने हरिद्वार में ऐलान किया था कि वे देश भर के युवाओं की एक सेना बनाएंगे। अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के बीच योग गुरु का यही बयान विवाद मतभेद की वजह बना था। अन्ना ने कहा था कि योग गुरु को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। हालांकि, टीम अन्ना और बाबा रामदेव हमेशा एक-दूसरे को सहयोग देने की बातें सार्वजनिक तौर पर कहते रहे हैं। बताया जा रहा है कि मुंबई में अन्ना के अनशन में ज़्यादा लोगों के न शामिल होने के बाद दोनों फिर से करीब आ गए हैं।
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