खुर्शीद: नहीं किया आचार संहिता का विरोध
नई दिल्ली : कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने आचार संहिता के कथित उल्लंघन के मामले में मिले नोटिस का जवाब चुनाव आयोग को सौंप दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि उनकी ओर से आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं किया गया। सलमान खुर्शीद ने फर्रुखाबाद में प्रचार के दौरान कहा था वह ओबीसी के कोटे में से पिछड़े अल्पसंख्यकों को 9 फीसदी आरक्षण देंगे। सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग के नोटिस के जवाब में मुलायम की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियां 18 फीसदी का वादा कर रही हैं और उन्होंने जो कहा वह कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल है ऐसे में कहीं पर भी आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन नहीं किया गया है। चुनाव आयोग ने उत्तार प्रदेश, पंजाब, उत्ताराखंड समेत पांच चुनावी राज्यों में अल्पसंख्यक आरक्षण कोटा पर फिलहाल रोक भले ही लगा दी हो, लेकिन कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव प्रचार में उनका यह मुद्दा बरकरार रहेगा। चुनाव आयोग के नोटिस के जवाब में भेजे गए अपने पत्र में केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपने बयान को सही ठहराकर यह संकेत दे दिया है। तीन दिन पहले उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक रैली में सलमान ने अल्पसंख्यकों को दिए गए साढ़े चार फीसदी आरक्षण को नौ फीसदी तक करने का वादा किया था। भाजपा की शिकायत के बाद आयोग ने न सिर्फ सलमान बल्कि उनकी पत्नी लुई खुर्शीद को भी आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस भेजा था। जवाब के लिए उन्हें गुरुवार की शाम तक का समय दिया गया था। सलमान ने मामले में जवाब भेज दिया है। बताते हैं कि पत्र में अपने बयान पर अडिग सलमान ने सफाई दी कि अल्पसंख्यक आरक्षण कांग्रेस के लोकसभा के घोषणापत्र में शामिल था। इसके अलावा उन्होंने एक बार भी किसी समुदाय का नाम नहीं लिया था। खुर्शीद का कहना है कि यह आरोप भी गलत है कि उन्होंने धार्मिक आधार पर कोई वादा किया। बताते हैं कि सलमान ने आयोग को याद दिलाया कि फर्रुखाबाद में हुई रैली के समय औपचारिक चुनावी प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी और न ही कोई औपचारिक उम्मीदवार था।
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