लखनऊ में मायावती की मूर्ति तोड़ने का मकसद राज्य की शांति को भंग करना माना जा रहा है। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि राज्य का माहौल खराब करने के लिए सुनियोजित तरीके से यह साजिश रची गई। उन्होंने इस घटना की निंदा की और मूर्ति की मरम्मत का आदेश दिया है। मूर्ति को बनाया निशाना : शहर के गोमती नगर इलाके में गुरुवार दोपहर कुछ बदमाशों ने मायावती की एक आदमकद मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि करीब चार फीट ऊंची इस मूर्ति का सिर अलग कर दिया गया और उसके हाथ को भी नुकसान पहुंचाया गया। तोड़फोड़ के बाद बदमाश भागने में सफल रहे। करप्शन का गुस्सा निकाला : उत्तर प्रदेश नव निर्माण सेना नाम के एक संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। उसका कहना है कि मायावती सरकार के कार्यकाल में जो घोटाले हुए उसी का विरोध करने के लिए यह कदम उठाया गया।
माहौल खराब करना मकसद : लखनऊ के आईजी आशुतोष पांडे ने कहा, यह शहर का माहौल खराब करने की साजिश है। दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच की जा रही है। नव निर्माण सेना और इसके अधिकारियों के बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं।
माहौल खराब करना मकसद : लखनऊ के आईजी आशुतोष पांडे ने कहा, यह शहर का माहौल खराब करने की साजिश है। दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच की जा रही है। नव निर्माण सेना और इसके अधिकारियों के बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं।
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