Thursday, July 26, 2012

गुनाहगार हूं तो सूली पर चढा दो : मोदी


नई दिल्ली। अगर मैं गुजरात दंगों का गुनहगार हूं तो मुझे फांसी पर लटका दोयह कहना है गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का। मोदी ने यह बात नई दुनिया नाम के उर्दू साप्ताहिक को दिए इंटरव्यू में कही है। मोदी का यह कवर पेज इंटरव्यू नई दुनिया के संपादक और समाजवादी पार्टी के राज्य सभा सांसद शाहिद सिद्दीकी ने लिया है। छह पेज के इस इंटरव्यू में गोधरा कांड के बाद गुजरात दंगों, गुजरात में मुस्लिमों की हालत और कई अन्य संवेदनशील मुद्दों पर बात की गई है। शाहिद सिद्दीकी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, ऐसे में मोदी का ये इंटरव्यू मुलायम का मोदी को लेकर नरम होने का संकेत तो नहीं है? इस पर सिद्दीकी कहते हैं कि 'इस इंटरव्यू का नेताजी और समाजवादी पार्टी से कोई मतलब नहीं है। मैं पहले पत्रकार हूं और बाद में राजनीतिक पार्टी का सदस्य।'
मोदी को लेकर बदलते नजरिए का जिक्र करते हुए सिद्दीकी ने लिखा है कि उन्होंने मोदी का इंटरव्यू लेने का फैसला उनके दो कट्टर विरोधियों फिल्म निर्माता महेश भट्ट और स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान से बातचीत के बाद किया। सिद्दीकी के मुताबिक वो एक बैठक में गुजरात पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान सलीम साहब और भट्ट साहब ने मोदी से बात करने का सुझाव दिया। मुझे यकीन नहीं था कि गुजरात दंगों पर केंद्रित इस इंटरव्यू के लिए मोदी तैयार हो जाएंगे।
 जानकारों की मानें तो साल 2014 में होने वाले आम चुनाव को लेकर मोदी अपनी छवि सुधारने की मुहिम मे जुटे हुए हैं। इसी कोशिश में वो बीते दिनों सद्भावना उपवास कर चुके हैं। मोदी इससे पहले कभी इतने खुले रूप से दंगों की बात करते दिखाई नहीं दिए। इस इंटरव्यू में मोदी ने दंगों की जिम्मेदारी नहीं ली।
 सिद्दीकी ने कहा कि मोदी का सपना देश का प्रधानमंत्री बनने का है और उन्हें इस बात का पूरा अंदाजा है कि जब तक उनके चेहरे पर लगा दंगे का दाग साफ नहीं होगा वो वहां तक नहीं पहुंच सकते। शाहिद सिद्दीकी ने मोदी के बयान को ईमानदार माने से इनकार किया। उन्होंने कहा, कि मोदी से जितने भी सवाल पूछे गए उन्होंने कुछ के ही सटीक जवाब दिए। बाकी सब पर वो चालाकी से बचते हुए निकल गए। क्या नरेंद्र मोदी का ही इंटरव्यू लेने की कोई खास वजह थी? इस सवाल पर शाहिद सिद्दीकी का कहना था कि वो इंदिरा गांधी से लेकर आज देश के सभी प्रधानमंत्रियों का इंटरव्यू कर चुके हैं। मनमोहन सिंह ही ऐसे पीएम हैं जिनका इंटरव्यू वो नहीं ले सके हैं। सोनिया गांधी के इंटरव्यू के लिए भी वो काफी वक्त से प्रयास कर रहे हैं।
इंटरव्यू में मोदी ने यह गुनहगार होने पर फांसी देने की बात तो की ही लेकिन यह भी कहा है कि अगर मैं निर्दोष हूं तो देश मुझसे माफी मांगे। बकौल सिद्दीकी, मोदी नेता तो अच्छे हैं लेकिन इंसान भी अच्छा होना जरूरी है।

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