अन्ना
नही टीम करेगी अनशन : केजरीवाल की भी होगी परीक्षा
नई
दिल्ली।। सरकार और टीम अन्ना दोनों की असली अग्निपरीक्षा 25 जून
(बुधवार को) से शुरू होने वाली है। बुधवार को जहां यूपीए के संकटमोचक रहे प्रणव
मुखर्जी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, तो वहीं जंतर-मंतर पर
टीम अन्ना के युवा मेंबर्स लोकपाल विधेयक जल्दी पारित कराने के लिए अनशन पर
बैठेंगे। अन्ना की जगह इस बार अनशन का नेतृत्व करेंगे अरविंद केजरीवाल। यह
केजरीवाल के लिए भी अग्निपरीक्षा होगी कि 'अन्ना के अनशन'
के बिना कितने लोग जुट पाते हैं और पिछले 2 अनशन
के मुकाबले इस बार कैसा रिस्पॉन्स मिलता है। गौरतलब है खराब स्वास्थ्य की वजह से
अन्ना अनशन स्थल पर तो मौजूद रहेंगे, लेकिन खुद अनशन नहीं
करेंगे। मंगलवार की शाम 6 बजे दिल्ली में टीम अन्ना प्रेस
कॉन्फ्रेंस करेगी, जिसमें अनशन कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी
दी जाएगी। जाएगी।
टीम केजरीवाल के मुताबिक लोग भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एकजुट हैं और इस बार भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लोग साथ आएंगे। हालांकि, टीम भी यह मान रही है कि इस बार इम्तिहान कुछ ज्यादा कड़ा है। इस बार अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय अनशन पर बैठेंगे और अन्ना सिर्फ आंदोलन का हिस्सा होंगे। बाबा रामदेव भी अन्ना के साथ आंदोलन में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं।
हालांकि, टीम केजरीवाल बाबा रामदेव के साथ मंच शेयर करने को लेकर बहुत खुश नहीं हैं। टीम केजरीवाल के सूत्रों के मुताबिक हमें इस बात का अंदाजा है कि अन्ना के अनशन के बिना हमें ज्यादा मेहनत करनी होगी। इसलिए पिछले एक महीने से इसकी जबर्दस्त तैयारियां की जा रही हैं। वैसे तो सारे राज्य कवर किए गए हैं, लेकिन दिल्ली एनसीआर, हरियाणा और यूपी में ज्यादा ध्यान दिया गया है क्योंकि जंतर-मंतर पर यहीं से लोग पहुंचेंगे। जहां केजरीवाल ने हर दिन एक या इससे ज्यादा रैलियां कीं, वहीं मनीष सिसौदिया ने 500 गांवों को कवर किया। हर जोन में वॉलंटिर्स की टीम बनाई गई जो लोगों को जंतर-मंतर तक लाने में अहम भूमिका निभा रही है। इंडिया अगेंस्ट करप्शन की वेबसाइट में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। इसे ज्यादा यूजर फ्रेंडली बनाया गया है। इस बार जंतर-मंतर का लाइव वेबकास्ट वेबसाइट पर भी किया जाएगा। अनशन पर बैठने के लिए अब तक 4,000 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, लेकिन फिलहाल रात में जंतर-मंतर पर करीब 1,000 लोगों के रुकने का इंतजाम किया गया है। हर अनशनकारी के साथ 2 वॉलंटियर रहेंगे। 3,000 वॉलंटियर्स क्राउड मैनेजमेंट के लिए होंगे। जंतर-मंतर पर अब डोनेशन काउंटर भी होगा। अभी तक यह बंद था। बरसात को ध्यान में रखते हुए कम से कम अनशनकारियों के लिए वॉटर प्रूफ टेंट का इंतजाम किया जा रहा है।
दूसरी ओर, बुधवार को ही सुबह 11 बजे यूपीए के संकटमोचक कहे जाने वाले प्रणव मुखर्जी विधिवत राष्ट्रपति पद की शपथ ले लेंगे। इसके साथ ही संवैधानिक दायित्व की वजह से वह रोज-रोज होने वाली यूपीए सरकार की किच-किच को सुलझाने में अब मददगार नहीं रह पाएंगे। मनमोहन सरकार की भी असली अग्निपरीक्षा बुधवार से ही शुरू होगी। देखना होगा कि कैसे बिना प्रणव के मनमोहन यह सरकार चलाते हैं।
टीम केजरीवाल के मुताबिक लोग भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एकजुट हैं और इस बार भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लोग साथ आएंगे। हालांकि, टीम भी यह मान रही है कि इस बार इम्तिहान कुछ ज्यादा कड़ा है। इस बार अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय अनशन पर बैठेंगे और अन्ना सिर्फ आंदोलन का हिस्सा होंगे। बाबा रामदेव भी अन्ना के साथ आंदोलन में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं।
हालांकि, टीम केजरीवाल बाबा रामदेव के साथ मंच शेयर करने को लेकर बहुत खुश नहीं हैं। टीम केजरीवाल के सूत्रों के मुताबिक हमें इस बात का अंदाजा है कि अन्ना के अनशन के बिना हमें ज्यादा मेहनत करनी होगी। इसलिए पिछले एक महीने से इसकी जबर्दस्त तैयारियां की जा रही हैं। वैसे तो सारे राज्य कवर किए गए हैं, लेकिन दिल्ली एनसीआर, हरियाणा और यूपी में ज्यादा ध्यान दिया गया है क्योंकि जंतर-मंतर पर यहीं से लोग पहुंचेंगे। जहां केजरीवाल ने हर दिन एक या इससे ज्यादा रैलियां कीं, वहीं मनीष सिसौदिया ने 500 गांवों को कवर किया। हर जोन में वॉलंटिर्स की टीम बनाई गई जो लोगों को जंतर-मंतर तक लाने में अहम भूमिका निभा रही है। इंडिया अगेंस्ट करप्शन की वेबसाइट में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। इसे ज्यादा यूजर फ्रेंडली बनाया गया है। इस बार जंतर-मंतर का लाइव वेबकास्ट वेबसाइट पर भी किया जाएगा। अनशन पर बैठने के लिए अब तक 4,000 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, लेकिन फिलहाल रात में जंतर-मंतर पर करीब 1,000 लोगों के रुकने का इंतजाम किया गया है। हर अनशनकारी के साथ 2 वॉलंटियर रहेंगे। 3,000 वॉलंटियर्स क्राउड मैनेजमेंट के लिए होंगे। जंतर-मंतर पर अब डोनेशन काउंटर भी होगा। अभी तक यह बंद था। बरसात को ध्यान में रखते हुए कम से कम अनशनकारियों के लिए वॉटर प्रूफ टेंट का इंतजाम किया जा रहा है।
दूसरी ओर, बुधवार को ही सुबह 11 बजे यूपीए के संकटमोचक कहे जाने वाले प्रणव मुखर्जी विधिवत राष्ट्रपति पद की शपथ ले लेंगे। इसके साथ ही संवैधानिक दायित्व की वजह से वह रोज-रोज होने वाली यूपीए सरकार की किच-किच को सुलझाने में अब मददगार नहीं रह पाएंगे। मनमोहन सरकार की भी असली अग्निपरीक्षा बुधवार से ही शुरू होगी। देखना होगा कि कैसे बिना प्रणव के मनमोहन यह सरकार चलाते हैं।
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