नई दिल्ली: टीम अन्ना के अनशन का आज सातवां दिन है। टीम अन्ना के तेवर जस के तस हैं, वहीं सरकार भी उनसे बातचीत के मूड में नजर नहीं आ रही है।
बीती रात जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के करीब 100 समर्थकों ने मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी और नारेबाजी की। ये समर्थक शांति भूषण के भाषण के बाद उत्तेजित हो गए थे। आज टीम अन्ना मीडिया से इस घटना के लिए बिना शर्त माफी मांगी। अरविंद केजरीवाल की इस माफी के बाद अब इस बात का इंतजार हो रहा है कि मीडिया से स्वयं शांति भूषण कब माफी मांगते हैं।
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्हें इस घटना से काफी दुख हुआ। उनका कहना है कि हाथापाई की नौबत नहीं आनी चाहिए। उनका कहना है कि पिछले 40 सालों में उन्होंने ने अनुभव किया है कि अहिंसा में बहुत शक्ति है। अन्ना हजारे ने अपने समर्थकों से कहा कि यदि ऐसा दोबारा होता तब वह इस आंदोलन को यहीं पर समाप्त कर देंगे।
दरअसल, शांति भूषण ने अपने भाषण में कहा कि कुछ चैनल जानबूझकर लोगों को गलत जानकारी दे रहे हैं कि अनशन में भीड़ नहीं जुट रही। इससे टीम अन्ना के समर्थक भड़क गए।
ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन ने मीडिया पर अन्ना समर्थकों के हमले की कड़ी निंदा की है। एसोसिएशन ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह घटना मीडिया के काम में दखलअंदाजी है। एसोसिएशन ने मांग की है कि टीम अन्ना इसके लिए माफी मांगे।
इससे पहले, गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपने अनशन के दूसरे दिन सरकार को चेतावनी दी कि उसके विरोध प्रदर्शन की ‘लहर’ बन रही है और अगर वह सशक्त लोकपाल विधेयक नहीं लाई तो उसे सत्ता से जाना होगा।
बीती रात जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के करीब 100 समर्थकों ने मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी और नारेबाजी की। ये समर्थक शांति भूषण के भाषण के बाद उत्तेजित हो गए थे। आज टीम अन्ना मीडिया से इस घटना के लिए बिना शर्त माफी मांगी। अरविंद केजरीवाल की इस माफी के बाद अब इस बात का इंतजार हो रहा है कि मीडिया से स्वयं शांति भूषण कब माफी मांगते हैं।
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्हें इस घटना से काफी दुख हुआ। उनका कहना है कि हाथापाई की नौबत नहीं आनी चाहिए। उनका कहना है कि पिछले 40 सालों में उन्होंने ने अनुभव किया है कि अहिंसा में बहुत शक्ति है। अन्ना हजारे ने अपने समर्थकों से कहा कि यदि ऐसा दोबारा होता तब वह इस आंदोलन को यहीं पर समाप्त कर देंगे।
दरअसल, शांति भूषण ने अपने भाषण में कहा कि कुछ चैनल जानबूझकर लोगों को गलत जानकारी दे रहे हैं कि अनशन में भीड़ नहीं जुट रही। इससे टीम अन्ना के समर्थक भड़क गए।
ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन ने मीडिया पर अन्ना समर्थकों के हमले की कड़ी निंदा की है। एसोसिएशन ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह घटना मीडिया के काम में दखलअंदाजी है। एसोसिएशन ने मांग की है कि टीम अन्ना इसके लिए माफी मांगे।
इससे पहले, गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपने अनशन के दूसरे दिन सरकार को चेतावनी दी कि उसके विरोध प्रदर्शन की ‘लहर’ बन रही है और अगर वह सशक्त लोकपाल विधेयक नहीं लाई तो उसे सत्ता से जाना होगा।
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