रायसीन हिल्स जाने से पहले बापू को किया याद
नई दिल्ली। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए बुधवार का
दिन बेहद खास है। आज वह देश के प्रथम नागरिक के रूप में शपथ लेंगे। यह वह लम्हा है, जिसका प्रणब समेत उनके पूरे परिवार को बेसर्बी से इंतजार था। बुधवार को
करीब साढ़े ग्यारह बजे वह देश के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले राष्ट्रपिता
महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रणब ने इंदिरा
गांधी, राजीव गांधी व जवाहर लाल नेहरू की समाधि पर जाकर
उन्हें भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद प्रणव मुखर्जी अपने 13, तालकटोरा
रोड स्थित सरकारी आवास से राष्ट्रपति भवन के प्रोटोकॉल विंग के अधिकारियों के साथ
सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर अपनी पत्नी
शुभ्रा के साथ राष्ट्रपति भवन के नॉर्थ कोर्ट जाएंगे। यहां से उन्हें राष्ट्रपति
प्रतिभा पाटिल के पास ले जाया जाएगा, जहां से 11 बजे वह राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट पहुंचेंगे। यहां उन्हें राष्ट्रपति
अंगरक्षक सलामी देंगे। इसके बाद वह राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के साथ पारंपरिक
घुड़सवारों से सजी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राष्ट्रपति भवन से दोनों संसद भवन की ओर
प्रस्थान करेंगे। संसद भवन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष मीरा
कुमार और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एस. एच. कपाड़िया उनका स्वागत करेंगे।
संसद भवन के सेंट्रल हॉल में शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11 बजकर 30
मिनट पर शुरू होगा। चीफ जस्टिस एसएच कपाड़िया, प्रणब
मुखर्जी को राष्ट्रपति को पद की शपथ दिलाएंगे। शपथ के बाद प्रतिभा पाटिल और प्रणव
मुखर्जी अपनी कुर्सी बदलेंगे। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति होने का
औपचारिक ऐलान करेंगे। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को 21 तोपों
की सलामी दी जाएगी, उसके बाद उनका एक संक्षिप्त भाषण भी
होगा। 11 बजकर 52 मिनट पर दोनों नेता
राष्ट्रपति भवन की ओर प्रस्थान करेंगे। 12 बजकर 12 मिनट पर राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में प्रणब मुखर्जी एक जीप में सवार
होकर गॉर्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद तीनों सेना प्रमुख आखिरी बार
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को सलामी देंगे। इसके बाद नए राष्ट्रपति प्रणब निवर्तमान
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को उनके नए घर 2, तुगलक लेन तक
छोड़कर वापस राष्ट्रपति भवन लौट आएंगे।
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