नई दिल्ली।। जंतर-मंतर पर टीम अन्ना के अनशन के चौथे दिन अन्ना हजारे ने एक बार फिर सरकार पर तीखा हमला बोला। रविवार से टीम के बाकी सदस्यों के साथ अनशन पर बैठने जा रहे अन्ना हजारे ने ऐलान किया कि अगर वह जिंदा बचे, तो देश भर में घूमेंगे।
अन्ना हजारे ने पॉलिटिकल पार्टी बनाने की बात से तो इनकार किया, लेकिन साथ ही चुनावों को लेकर अपने आगे की रणनीति साफ कर दी। अन्ना ने कहा कि वह चुनावों में जनता के उम्मीदवार को उतारेंगे। जनता के उम्मीदवार को चुनने के लिए अच्छे कैरक्टर वाले लोगों को खोजा जाएगा। अन्ना ने कहा कि जनता से इन उम्मीदवारों के बारे में राय मांगी जाएगी और चुने गए उम्मीदवार का चुनावों में समर्थन किया जाएगा। शनिवार को सुहावने मौसम और वीकेंड के बावजूद जंतर-मंतर पर भीड़ नहीं बढ़ी। करीब एक बजे अन्ना हजारे मंच पर आए और उन्होंने सरकार पर एक बार फिर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें तीन बार धोखा दिया है। जब तक जन लोकपाल नहीं आएगा, तब तक वह लड़ते रहेंगे।
अन्ना ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि जंतर-मंतर पर भीड़ नहीं है। ऐसे लोगों के पास दरअसल 'नजर' ही नहीं है। उन्होंने जैसा चश्मा पहना है, चीजें भी वैसी ही दिख रही हैं। अन्ना ने कहा कि इस समय 400 जिलों में अनशन चल रहा है।
अनशन स्थल से शुक्रवार को गायब रहीं किरन बेदी भी शनिवार को मंच पर नजर आईं। सिक्किम में भूमि अधिग्रहण और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की अगुआई कर रहे वाई के लेप्चा भी अन्ना के समर्थन में आए। उन्होंने हजारे को वहां की पारंपरिक टोपी पहनाई।
अन्ना हजारे ने पॉलिटिकल पार्टी बनाने की बात से तो इनकार किया, लेकिन साथ ही चुनावों को लेकर अपने आगे की रणनीति साफ कर दी। अन्ना ने कहा कि वह चुनावों में जनता के उम्मीदवार को उतारेंगे। जनता के उम्मीदवार को चुनने के लिए अच्छे कैरक्टर वाले लोगों को खोजा जाएगा। अन्ना ने कहा कि जनता से इन उम्मीदवारों के बारे में राय मांगी जाएगी और चुने गए उम्मीदवार का चुनावों में समर्थन किया जाएगा। शनिवार को सुहावने मौसम और वीकेंड के बावजूद जंतर-मंतर पर भीड़ नहीं बढ़ी। करीब एक बजे अन्ना हजारे मंच पर आए और उन्होंने सरकार पर एक बार फिर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें तीन बार धोखा दिया है। जब तक जन लोकपाल नहीं आएगा, तब तक वह लड़ते रहेंगे।
अन्ना ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि जंतर-मंतर पर भीड़ नहीं है। ऐसे लोगों के पास दरअसल 'नजर' ही नहीं है। उन्होंने जैसा चश्मा पहना है, चीजें भी वैसी ही दिख रही हैं। अन्ना ने कहा कि इस समय 400 जिलों में अनशन चल रहा है।
अनशन स्थल से शुक्रवार को गायब रहीं किरन बेदी भी शनिवार को मंच पर नजर आईं। सिक्किम में भूमि अधिग्रहण और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की अगुआई कर रहे वाई के लेप्चा भी अन्ना के समर्थन में आए। उन्होंने हजारे को वहां की पारंपरिक टोपी पहनाई।
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