Tuesday, July 31, 2012

टीम अन्ना ने मांगी मीडिया से माफी


 नई दिल्ली: बीती रात जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के करीब 100 समर्थकों ने मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी और नारेबाजी की। ये समर्थक शांति भूषण के भाषण के बाद उत्तेजित हो गए थे।
गांधीवादी समाजसेवक अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों के अनशन का आज तीसरा दिन है। हजारे ने अपने समर्थकों द्वारा मीडिया पर किए गए हमले को लेकर अफसोस जताते हुए चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने फिर हिंसा की तो वह अनशन समाप्त कर देंगे।
अनशन पर बैठे टीम अन्ना के एक सदस्य अरविंद केजरीवाल ने मीडिया के साथ दुर्व्यवहार की घटना को लेकर माफी मांगी लेकिन मीडिया घरानों के मालिकों पर दोष मढ़ने की कोशिश करते हुए कहा कि उन्हें यह तय करना होगा कि वह देश के साथ हैं या भ्रष्ट लोगों के साथ हैं।
अन्ना और उनके साथियों के मंच पर पहुंचने से पहले कुछ समर्थकों ने मीडिया के खिलाफ नारे लगाए।  
बीती रात जंतरमंतर पर टीम अन्ना के समर्थकों और मीडियाकर्मियों के बीच कुछ धक्कामुक्की भी हुई। अन्ना जंतरमंतर पर ही अनशन पर बैठे हैं।
टीम अन्ना के एक सदस्य शांतिभूषण ने मीडिया पर आंदोलन को सही परिप्रेक्ष्य में पेश न करने का आरोप लगाया था जिसकी वजह से यह विवाद हुआ।
‘‘द ब्रॉडकास्ट एडीटर्स एसोसिएशन’’ :बीईए: ने घटना की निंदा तथा टीम अन्ना से माफी की मांग की।
मीडिया पर हमले को लेकर अफसोस जाहिर करते हुए हजारे ने आज सुबह अपने समर्थकों से कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अनिश्चितकालीन अनशन को समुचित न कवरेज न दिए जाने संबंधी आरोप को लेकर मीडिया पर हमले के बारे में सुन कर उन्हें दुख हुआ है।
अन्ना ने कहा ‘‘अगर आप हिंसा करते हैं तो याद रखिये कि सरकार हमें दो दिन में कुचल सकती है। उनके पास ऐसा करने के लिए ताकत और कानून दोनों हैं। भविष्य में अगर ऐसी घटनाएं दोबारा हुईं तो मैं तत्काल अनशन समाप्त कर दूंगा।’’
उन्होंने कहा ‘‘मैं इसकी :हिंसा की: मंजूरी नहीं देता। मीडिया को अपना काम करने दीजिये। वह क्या कर रहे हैं, इसे लेकर परेशान न हों।’’
गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि अगर मीडिया कवरेज सही परिपे्रक्ष्य में नहीं है तो मीडिया को दोष देने के बजाय आत्मवलोकन कर देखें कि क्या समस्या है जिससे ऐसी खबरें आ रही हैं।
उन्होंने कहा ‘‘मीडिया पर दोष मढ़ना गलत है। मीडिया के साथ कुछ लोगों द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने पर मुझे अफसोस है।’’
मीडिया से माफी मांगते हुए केजरीवाल ने कहा कि विरोध शांतिपूर्वक और अहिंसक तरीके से जारी रहना चाहिए। ‘‘ऐसा आचरण हम बर्दाश्त नहीं कर सकते।’’
बहरहाल, उन्होंने कहा कि मीडिया घरानोंं के मालिकों को यह चयन करना होगा कि क्या वह सरकार के गलत काम में उसका समर्थन करेंगे या देश की सेवा के मिशन से जुड़ना चाहते हैं।
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य मनीष सिसोदिया ने कहा कि कल जो कुछ हुआ, वह शर्मनाक है। उन्होंने कहा ‘‘हमारी लड़ाई मीडिया के साथ नहीं है।’’
इस बीच, डॉक्टरों ने केजरीवाल और गोपाल राय को अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी है लेकिन दोनों ने ऐसा करने से मना कर दिया है। दोनों पिछले सात दिन से अनशन पर हैं और उनकी सेहत ठीक नहीं है।

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