Wednesday, October 31, 2012

केजरीवाल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर आरोप लगाए

दिल्ली के कंस्टीट्यूशनल प्रेस कल्ब में अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को मुकेश अंबानी और रिलायंस इंडस्ट्रीज पर आरोप लगाए। केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुकेश अंबानी ने कांग्रेस सरकार के निर्णय को प्रभावित किया। उन्होंने गैस की जमाखोरी की और सरकार को ब्लैकमेल किया। देश में महंगाई के लिए रिलायंस जिम्मेदार है। जो बिजली सस्ती मिलनी चाहिए वो ऊंची कीमत पर लोगों को मिल रही है। अरवींद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने नीरा राडिया टेप के कुछ हिस्से भी सुनाए। जिसमें राडिया, देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दामाद रंजन भट्टाचार्या के बीच बातचीत रिकॉर्डेड है। केजरीवाल ने रिकॉर्डेड बातचीत के हवाले से बताया कि इस टेप में रंजन भट्टाचार्या कह रहे हैं कि कांग्रेस अपनी दुकान है।सभी राजनीतिक दलों और उनके नेताओं की सांसें थमी हुई हैं। हर किसी को यही फिक्र है कि इस बार वह क्या करने जा रहे हैं और उनके निशाने पर कौन होगा।
 पिछले दिनों से तमाम राजनीतिक दल केजरीवाल के खिलाफ 'एकजुट' नजर आ रहे हैं। सभी के सामने मुश्किल यह है कि अगर वे विरोधी दल या नेता के खुलासे पर केजरीवाल का समर्थन करते हैं, तो कल को उनका नंबर भी आ सकता है।सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी को लेकर खुलासे कर चुके हैं। केजरीवाल ने सावधानी बरतते हुए अपने इस खुलासे पर आखिरी समय तक सस्पेंस बनाए रखा।हालांकि इस बार अरविंद केजरीवाल के ऊपर भी दबाव होगा, क्योंकि पिछली बार जब उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर आरोप लगाए थे, तो इसे बीजेपी ने फ्लॉप शो करार दिया था। केजरीवाल की टीम के सदस्यों पर भी कुछ संगीन आरोप लगे थे, जिनकी जांच केजरीवाल ने 'आंतरिक लोकपाल' से कराने का ऐलान किया है।केजरीवाल ने एनडीए सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुकेश अंबानी को ठेका एनडीए सरकार ने दिए। वर्तमान में सरकार रिलायंस के सामने बेबस है। कांग्रेस पार्टी और बीजेपी रिलायंस के सामने बेबस हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में महंगाई, रिलायंस को सरकार द्वारा फायदा पहुंचाने से है।केजरीवाल ने अपने आरोपों के बाद सवाल उठाते हुए कहा कि केजी बेसिन में रिलायंस को ठेका क्यों दिया गया? केजरीवाल की मानें तो सरकार ने रिलायंस को मुंहमांगी कीमत दी
सवाल ये है कि रिलायंस को क्यों पहुंचाया गया फायदा वर्तमान में पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी को पेट्रोलियम मंत्रालय से हटा दिया गया। केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि रेड्डी ने रिलायंस को रोका तो हटा दिया गया। रिलायंस ने गैस की जमाखोरी शुरु कर दी। इसके लिए जयपाल रेड्डी ने रिलायंस को सात हजार करोड़ का नोटिस भेजा था। आज उनको पेट्रोलियम मंत्रालय से हटा दिया गया। रिलायंस ने सरकार को ब्लैकमेल किया।साल 2006 में पेट्रोलियम मंत्री मणिशंकर अय्यर को हटा दिया गया और उनकी जगह मुरली देवड़ा को रिलायंस को फायदा पहुंचाने के लिए लाया गया। रिलायंस के इशारे पर ही देवड़ा को पेट्रोलियम मंत्री बनाया गया। रिलायंस ने प्राकृतिक गैस की कीमत दो गुनी कर दी। रिलायंस को दस साल में खासा फायदा पहुंचाया गया है। केजरीवाल के मुताबिक प्रधानमंत्री बेबस दिख रहे हैं।
केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में नीरा राडिया और अटल बिहारी वाजपेयी के दामाद रंजन भट्टाचार्य की बातचीत के दो ऑडियो क्लिप सुनाए और दावा किया कि किस तरह कांग्रेस और बीजेपी रिलायंस की मुट्ठी में हैं। केजरीवाल के मुताबिक मुरली देवड़ा रिलायंस के आदमी हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि मुरली देवड़ा ने रिलायंस को 1 लाख करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया।केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने रिलायंस को फायदा पहुंचाया। पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने जब रिलायंस का विरोध किया तो उनकी छुट्टी कर दी गई। उन्होंने कहा कि रिलायंस की दादागिरी से गैस आधारित कई प्लांट बंद हुए।जब से अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में उतरने का फैसला किया है, तब से वह करप्शन के कई मामलों को सामने ला चुके हैं। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले अभी तक महाराष्ट्र सिंचाई घोटाला, रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ डील, केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। हर बार उन्होंने अपनी बात पूरे सबूतों के साथ रखी और उनके आरोपों पर किसी से कोई जवाब देते नहीं बना।

स्टॉक एक्सचेंज, यूएन मुख्यालय बंद , 6 करोड़ लोगों पर तूफान का असर

तूफान सैंडी ने भारतीय समयानुसार तड़के सुबह अमेरिका के न्यू जर्सी राज्य के अटलांटिक शहर में सबसे पहले दस्तक दी। तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश से सड़कों पर पानी भरना शुरू हो गया है। समंदर में सामान्य से 11 फीट ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गई हैं। जानकारों के मुताबिक अमेरिका के इतिहास में ये सबसे बड़ा तूफान है जिसे आम अमेरिकी शहरी ने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा था।अमेरिका के नेशनल हरीकेन सेंटर के मुताबिक सैंडी तूफान की रफ्तार थोड़ी कम हो गई है और ये हरीकेन से पोस्ट ट्रॉपिकल स्ट्रॉम में तब्दील हो गया है।लोगों को एहतियातन घरों में रहने के लिए कहा गया है। जिन जगहों पर नुकसान की ज्यादा संभावना है वहां के घरों में भी लोगों को रुकने नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ न्यू यॉर्क शहर में करीब 4 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। डेलावेयर से 50,000 लोगों को निकाला गया। अटलांटिक शहर से 30,000 लोगों को निकाला गया।तूफान के खतरे को भांपते हुए लोग खाने-पीने के सामान को जुटाने में लग गए हैं। तूफान का सामना करने के लिए लोग खुद को तैयार कर चुके हैं। साल 1888 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब खराब मौसम की वजह से न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज को लगातार दो दिन बंद किया गया। यही नहीं न्यू यॉर्क में मौजूद संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय को भी दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है।उधर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने सभी चुनावी दौरों को रद्द कर दिया है। वो खुद हालात का लागातार जायजा ले रहे हैं। ओबामा ने लोगों से अपील की है कि तूफान को हल्के में न लें।
 सैंडी तूफान ने कैरिबियाई देशों में अब तक 67 जान ले चुका है जिसमें सिर्फ हैती में 51 लोगों की मौत हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक तूफान सैंडी करीब 48 घंटों तक अमेरिका में तबाही फैलाएगा। इसके बाद इसका असर कम होता जाएगा। लेकिन तब तक सैंडी कितनी तबाही मचा चुका होगा कोई नहीं कह सकता लेकिन अभी-भी अमेरिका पर खतरा बरकरार है। एक अनुमान के मुताबिक करीब 6 करोड़ लोगों पर तूफान का असर होगा। 12 राज्यों के 23 लाख से ज्यादा घरों में बिजली गुल है। 10,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। 7 शहरों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है। खतरे को देखते हुए न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज, यूएन मुख्यालय बंद कर दिए गए हैं।अमेरिका इस वक्त सबसे बड़े खतरे से जूझ रहा है। सैंडी तूफान ने अमेरिका में दस्तक दे दी है। न्यूजर्सी राज्य सबसे पहले इसकी चपेट में है। न्यूयॉर्क में भी सैंडी ने दस्तक दे दी है। सैंडी तूफान से अबतक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। तेज हवाओं के साथ बारिश लगातार हो रही है। कई शहरों में सैलाब जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। पानी भरने से न्यूयॉर्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में भी 3 फीट पानी भर गया है।90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान सैंडी ने भारतीय समयानुसार तड़के सुबह अमेरिका के न्यू जर्सी राज्य के अटलांटिक शहर में सबसे पहले दस्तक दी। तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश से सड़कों पर पानी भरना शुरू हो गया है। समंदर में सामान्य से 11 फीट ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गई हैं। जानकारों के मुताबिक अमेरिका के इतिहास में ये सबसे बड़ा तूफान है जिसे आम अमेरिकी शहरी ने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा था।तूफान से होने वाली तबाही को देखते हुए अमेरिका को एक तरह से बंद कर दिया गया है। सात शहरों न्यूयॉर्क, मैसाचुसेट्स, न्यू जर्सी, मैरीलैंड, वाशिंगटन, पेनसिल्वेनिया, कनेक्टिकेट में इमरजेंसी लागू है। इन शहरों की मेट्रो, रेल, और बस सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। शहरों के स्कूल, मॉल, सुपर स्टोर सब बंद कर दिए गए हैं।न्यूयॉर्क में 76 राहत केंद्र बनाए गए हैं। न्यू यॉर्क के सभी स्कूल बंद हैं। न्यूयॉर्क के 468 सबवे स्टेशन बंद हैं। न्यूयॉर्क की बस और रेल सेवा भी बंद है। यही नहीं अमेरिका में शनिवार से अबतक 10, 000 से ज्यादा उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं।

Tuesday, October 30, 2012

शशि थरूर ने नरेंद्र मोदी के कमेंट पर कड़ी प्रतिक्रिया

 मानव संसाधन राज्‍य मंत्री बनाए गए शशि थरूर ने अपनी पत्‍नी पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के कमेंट पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। शशि थरूर ने मंगलवार को ट्विटर पर कमेंट किया और कहा कि मेरी बीवी की कीमत 50 करोड़ रुपये से ज्‍यादा है लेकिन इसे समझने के लिए आपको (नरेंद्र मोदी को) किसी से प्रेम करना होगा। 
नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोमवार को मनमोहन कैबिनेट के फेरबदल पर निशाना साधा था और कैबिनेट में फिर से शामिल किए गए शशि थरूर को निशाने लेते हुए उनकी पत्‍नी सुनंदा पुष्‍कर को 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड करार दिया था।नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हिमाचल के मंडी में चुनावी रैली के दौरान कहा था कि `वाह, क्या गर्लफ्रेंड है। आपने कभी देखी है 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड? मोदी शशि थरूर पर लगे उस आरोप का हवाला दे रहे थे, जिसमें यह आरोप लगा था कि वर्ष 2010 में थरूर ने सुनंदा पुष्कर को आईपीएल में कोच्चि टीम के प्रमोटरों की तरफ से शेयर दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसी आरोप के बाद थरूर ने मनमोहन सिंह की कैबिनेट से इस्तीफा देदिया  था। 

Monday, October 29, 2012

अमेरिका में सैंडी तूफान ने भारी तबाही मचाई

अमेरिका में सैंडी तूफान ने भारी तबाही मचाई है। सैंडी तूफान की वजह से अमेरिका के कई राज्यों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। न्यूयॉर्क में सैंडी तूफान की आशंका को देखते हुए ट्रेन और बस का परिचालन बंद कर दिया गया है। सरकारी दफ्तर और स्कूल बंद हो चुके है। अमेरिका का पूर्वी तट कई दशकों बाद आए सबसे बड़े तूफान सैंडी से निपटने के लिए तैयार हो रहा है। सैंडी न्यूयार्क, वॉशिंगटन और बोस्टन के सर्वाधिक आबादी वाले इलाकों की ओर बढ़ रहा है।तूफान की वजह से यहां तेज बारिश हो सकती है और बर्फ गिर सकती है जिसके कारण हजारों लोगों को यहां से हटा कर सुरक्षित स्थानो पर भेजा जा रहा है।समझा जाता है कि न्यूयार्क और न्यूजर्सी में जल्द ही तूफान दस्तक दे देगा। न्यूयार्क में कल शाम से यातायात प्रणालियों को बंद करने का आदेश दिया गया है। 14 माह में दूसरी बार सार्वजनिक परिवहन प्रणालियां बंद की गई हैं।सैंडी के कारण लोगों के मन में पिछले साल अगस्त में पूर्वी तट पर आए तूफान इरीन की यादें ताजा हो गई हैं। तब भी इसी तरह परिवहन प्रणालियां बंद की गई थीं, बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था और बिजली बंद होने की वजह से लाखों लोगों को अंधेरे में रहना पड़ा था।
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कोलंबिया, मैसाच्युसेट्स और न्यूयार्क में आपात स्थिति की घोषणा कर दी है। उन्होंने इन राज्यों के गवर्नरों को सुरक्षा के पूरे उपाय करने तथा निचले इलाकों में रह रहे लोगों को वहां से हटाने का आदेश दिया है।तूफान के कारण देश के पूर्वोत्तर भाग में 6000 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। अकेले न्यूयार्क शहर से 370,000 लोगों को हटाया गया है।




Saturday, October 27, 2012

हिमाचल प्रदेश में गडकरी की दो रैलियां रद्द



आज हिमाचल प्रदेश में होनी वाली गडकरी की दो रैलियां रद्द कर दी गई हैं। ये रैलियां किन्नौर और चौपाल में होनी थीं। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से संघ के हाथ झटकने के बाद अब गुजरात भाजपा ने भी उन्हें चुनाव प्रचार में शामिल न करने का मन बना लिया है। प्रदेश नेतृत्व का इसके पीछे यह तर्क है कि यदि गडकरी प्रचार करते हैं तो कांग्रेस इसे मुद्दा बनाकर पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है। इस बीच खबर है कि शनिवार को हिमाचल प्रदेश में गडकरी की दो सभाएं रद कर दी गई हैं। ये रैलियां चौपाल और किन्नौर में होनी थी।बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी से धीरे-धीरे हर कोई किनारा करने लगा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) अपने 'चहेते' गडकरी से खुद को अलग कर ही चुका है और अब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी नहीं चाहते कि विधानसभा चुनावों में गडकरी की छाया तक पड़े। मोदी नहीं चाहते कि कंपनी में बेनामी पैसे को लेकर विवादों में फंसे बीजेपी प्रेजिडेंट नितिन गडकरी गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान वहां आएं और कांग्रेस को बैठे-बिठाए करप्शन का मुद्दा मिल जाए। गुजरात बीजेपी के कई नेता खुलकर अपनी इस भावना का इजहार कर रहे हैं। 
गौरतलब है कि चुनाव आयोग को स्टार प्रचारकों की सौंपी गई लिस्ट में गडकरी का नाम सबसे ऊपर था लेकिन अब उनकी जगह पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी स्टार प्रचारकों की अगुवाई करेंगे और अरुण जेटली और सुषमा स्वराज उनका साथ देंगे। इसके अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह, प्रेम कुमार धूमल, जगदीश शेट्टार, मनोहर पार्रिकर और अर्जुन मुंडा चुनाव प्रचार करेंगे। साथ ही राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू, बलवीर पुंज, गोपीनाथ मुंडे जैसे नेता भी नरेंद्र मोदी के लिए वोट मांगेंगे। गुजरात में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए मोदी द्वारा जारी 39 नेताओं की सूची पर पहले ही विवाद हो चुका है। कहा जा रहा है कि इस सूची को अंतिम रूप देने से पहले आलाकमान से सलाह-मशविरा तक नहीं किया गया।
पार्टी के शीर्ष नेताओं का एक धरा भी यह मान रहा है कि अभी यदि गडकरी को प्रचार में शामिल किया गया तो मोदी को नुकसान पहुंच सकता है। जबकि दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि यदि गडकरी से प्रचार नहीं कराया गया तो इसे उन पर लगे आरोपों की स्वीकारोक्ति समझा जा सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि गडकरी के नाम पार्टी नेतृत्व और संघ क्या फैसला लेता है।

अंबिका सोनी, वासनिक और सहाय का इस्तीफा , कैबिनेट में मची भगदड़

विदेशमंत्री एसएम कृष्णा के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मुकुल वासनिक ने भी प्रधानमंत्री से मिलकर उनको अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब सुबोधकांत सहाय और श्रीप्रकाश जायसवाल पर तलवार लटक रही है। रविवार सुबह साढ़े 11 बजे होने वाले कैबिनेट फेरबदल में कमलनाथ को अतिरिक्त प्रभार के आसार हैं और उन्हें संसदीय कार्य मंत्रालय भी सौंपा जा सकता है। साथ ही कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में रविवार को प्रस्तावित फेरबदल की कवायद के बीच मनमोहन सरकार के कैबिनेट फेरबदल में बड़ी उठापटक हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक कई मंत्रियों को सरकार से संगठन में भेजा जा सकता है तो वहीं राहुल गांधी की युवा टीम के लोगों को नई जिम्मेदारी मिल सकती है.अब अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक और सुबोधकांत सहाय भी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे सकते हैं. राजस्थान के महादेव खंडेला की भी छुट्टी हो सकती है.ऐसे में विदेश मंत्री के साथ-साथ सूचना-प्रसारण मंत्री, सामाजिक न्याय मंत्री और पर्यटन मंत्री के लिए भी माथापच्ची हो रही है.अंबिका सोनी फिलहाल सूचना और प्रसारण मंत्री हैं, जबकि मुकुल वासनिक के पास सामाजिक न्याय मंत्रालय का प्रभार है. सुबोधकांत सहाय पर्यटन मंत्री हैं.

कैबिनेट में फेरबदल को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी गहमागहमी है.कैबिनेट फेरबदल में सचिन पायलट और मिलिंद देवड़ा का दर्जा बढ़ाए जाने की भी खबर है. सूत्रों की मानें तो सचिन पायलट और मिलिंद देवड़ा को प्रमोशन देकर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया जा सकता है.सूत्रों बताते हैं कि सलमान खुर्शीद कानून मंत्री बने रह सकते हैं, लेकिन उनसे अल्पसंखंयक मंत्रालय का प्रभार वापस लेकर के रहमान खान को दिया जा सकता है. दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे कपिल सिब्बल से शिक्षा मंत्रालय लेकर वीरप्पा मोईली या किसी और को सौंपने पर आज की बैठक में फैसला हो सकता है. पश्चिम बंगाल के मालदा दक्षिण से सांसद अबु हसम खान चौधरी, आंध्र प्रदेश के महबूबाबाद से सांसद पी बलराम नाइक और आंध्र प्रदेश के ही कुरनूल से सांसद कोटला सूर्यप्रकाश रेड्डी को मंत्री बनाए जाने की खबर भी है.सूत्रों के मुताबिक इन तीनों सांसदों को फोन करके मंत्री बनाए जाने की जानकारी दे दी गई है. इनके अलावा एनसीपी नेता तारिक अनवर को भी मंत्री बनाने की जानकारी दी गई है. इसके अलावा राजस्थान से धीरज साहू और झारखंड से प्रदीप बालमूचु को भी मंत्री बनाया जा सकता है.

रविवार को होने वाले कैबिनेट फेरबदल में कई दिग्गजों की छुट्टी हो सकती है. फेरबदल से पहले विदेश मंत्री एमएम कृष्णा इस्तीफा दे चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के बीच आज एक बार फिर इस मामले पर बातचीत हो सकती है. बैठक में इस बात पर चर्चा हो सकती है कि हरीश रावत, श्रीकांत जेना और ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद बढ़ाकर उन्हें किस मंत्रालय की जिम्मेदारी दी जाए.





Friday, October 26, 2012

कृष्णा का इस्तीफा,अंबिका और मुकुल ने भी की पेशकश


केंद्र सरकार में फेरबदल की कवायद के बीच विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने इस्तीफा दे दिया है , इस्तीफा मंजूर भी कर लिया गया है।  अंबिका सोनी और मुकुल वासनिक ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। दोनों ने ही पार्टी के लिए काम करने की इच्छा जताई है। वहीं विदेश मंत्री एसएम कृष्णा आज दिन में ही इस्तीफा दे चुके हैं। कृष्णा ने अपनी सुरक्षा और लाल बत्ती की गाड़ी भी लौटा दी हैअपने इस्तीफ़े के बाद कृष्णा ने कहा कि वे पार्टी के एक वफ़ादार कार्यकर्ता हैं और पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. पिछले कुछ दिनों से भारतीय मीडिया में कृष्णा के इस्तीफ़े की बात चल रही थी.
गुरुवार को कर्नाटक के लोकायुक्त ने मैसूर-बैंगलोर एक्सप्रेसवे के लिए ज़मीन अधिग्रहण करने के मामले में कृष्णा के ख़िलाफ़ जांच के आदेश दिए थे.इसी मामले में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के ख़िलाफ़ भी जांच के आदेश दिए गए हैं. इसी बीच आज सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने भी इस मुद्दे पर मुलाकात की। मुलाकात प्रधानमंत्री के निवास पर हुई। कैबिनेट में 28 अक्टूबर (रविवार) को फेरबदल होने की संभावना है। 
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा या फिर कानून मंत्री सलमान खुर्शीद विदेश मंत्री बन सकते है। कृष्णा को कर्नाटक या फिर तमिलनाडु का राज्यपाल बनाया जा सकता है। एनसीपी कोटे से अगाथा संगमा का हटना तय माना जा रहा है तो पर्यटन मंत्री सुबोधकांत सहाय की कुर्सी पर भी तलवार लटकी है। वहीं राहुल गांधी के केंद्र सरकार में शामिल होने के कोई संकेत नहीं है। हालांकि राहुल के कई करीबियों को इस बार मंत्रीपद मिल सकता है। मध्य प्रदेश के मंदसौर से सांसद मीनाक्षी नटराजन और तमिलनाडु के विरुधुनगर से सांसद मनिका टैगोर भी मंत्रीमंडल में शामिल हो सकती है। रविवार को कैबिनेट में फेरबदल पक्का माना जा रहा है। एबीपी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि तीन कांग्रेसी सांसदों को फोन पर रविवार को मंत्रीपद की शपथ लेने के बारे में बताया गया है। ये सांसद अबु हसम खान चौधरी, पी बलराम नाइक और कोटला सूर्यप्रकाश रेड्डी हैं। 

दोबारा बीजेपी अध्‍यक्ष नहीं बन पाएंगे गडकरी

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे नितिन गडकरी को लेकर बीजेपी में खींचतान शुरू हो गई है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी का एक बड़ा धड़ा गडकरी को दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में नहीं है.हालांकि राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ (आरएसएस) नितिन गडकरी को दोबारा बीजेपी के अध्यक्ष के तौर पर मौका देने के पक्ष में है.सूत्रों के हवाले से जो खबर मिल रही है उसके मुताबिक यह कहा जा रहा है कि बीजेपी के बड़े नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्य सभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली के साथ-साथ बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और वाराणसी से सांसद मुरली मनोहर गड़करी को दोबारा मौका दिए जाने के पक्ष में नहीं हैं.लेकिन संघ इस बात का दबाव बना रहा है कि गडकरी को दोबारा बीजेपी अध्यक्ष की कुर्सी मिल जाए.संघ के प्रचार प्रमुख दशहरे के दिन कह चुके हैं गडकरी का मीडिया ट्रायल हो रहा है. हालांकि संघ ने गडकरी को उनकी कंपनी के गड़बड़झाले पर 30 अक्टूबर तक सफाई देने को कहा है.भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे नितिन गडकरी क्या दोबारा बीजेपी के अध्यक्ष बन पाएंगे ये सवाल अभी बना हुआ है.  इस बीच गडकरी को लेकर नया खुलासा हुआ है.इसके बाद अब आयकर विभाग भी गडकरी की कंपनी की जांच करेगा. यही नहीं प्रवर्तन निदेशालय भी इसकी जांच कर सकता है.
इसी तरह एक दूसरी कंपनी को भी गडकरी के पूर्ति ग्रुप ने एक हाथ से पैसा दिया और दूसरे हाथ से ले लिया.
पूर्ति ग्रुप ने रिजेंसी इक्विफिन नाम की कंपनी को 2008-09 में 26 लाख का अनसिक्योर्ड लोन दिया, जिसमें से रिजेंसी इक्विफिन ने अगले साल 10 लाख रुपये लौटा दिए. लेकिन गडकरी की घाटे में चल रही कंपनी पूर्ति ने 2011 में रिजेंसी इक्विफिन को 95 लाख रुपये दे दिए.पूर्ति ग्रुप में आईडियल रोड बिल्डर्स का निवेश पहले ही विवादों में है. इससे पहले 'टाइम्स ऑफ इंडिया' ये खुलासा कर चुका है कि कैसे गडकरी के ड्राइवर और ज्योतिषी बन गए डायरेक्टर. गडकरी की कंपनी पूर्ति ग्रुप में करीब 100 कंपनियों का निवेश हो सकता है. अखबार के मुताबिक गडकरी की कंपनी में निवेश करने वाली पांच कंपनियों का पता दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका का दिया गया है.
जिस घर का पता दिया गया है उस घर के मालिक बलवान सिंह टोकस हैं. बलवान सिंह के घर के पते पर रजिस्टर्ड कंपनियां हैं:  किंग बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड,  न्यू एज इन्फ्रावेल प्राइवेट लिमिटेड, निर्माण इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, एडवेंट आईटी सॉल्यूशंस और फास्ट बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड.दिलचस्प बात ये है कि रिजेंसी इक्विफिन के पास पूर्ति ग्रुप के 43 लाख शेयर हैं. मुमकिन है कि इस कंपनी ने गडकरी के पैसों से ही ये शेयर खरीदे हों.बलवान सिंह का कहना है कि पिछले तीन साल से उनके घर आयकर विभाग से चिट्ठी आती है.  तीन साल से टोकस का परिवार आयकर विभाग की चिट्ठियों को नजरअंदाज करता रहा है, लेकिन अब टीवी पर गडकरी की कंपनी में निवेश करने वाली कंपनियों के फर्जी पते की खबर देखकर बलवान सिंह टोकस ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई है.

Tuesday, October 23, 2012

DUJ WELCOMES RELEASE OF SYED KAZMI


The DUJ welcomes the Supreme Court’s granting of bail to journalist Syed Mohammad Ahmad Kazmi, after seven months in prison. Kazmi, a 50-year-old scribe, was working for an Iranian news agency in Delhi and also for the state-run Doordarshan, He is accused of providing information leading to an attack on an Israeli diplomat. He has denied the charges against him.In the last three days the DUJ office bearers and members including Sujata Madhok, S.K. Pande, Jal Khambata, Iftikhar Gilani, Javed Naqvi, John  Cherian, Seema Mustafa met Kazmi's family at their home and felicitated them. General Secretary S.K. Pande and some journalists also went to Tihar Jail to witness Kazmi’s late evening release and congratulate him. A few hundred people from Kazmi’s village, community, neighbourhood and extended family were present at the jail to receive him. Kazmi was driven home in a huge motorcade.Members of the Jamia Teachers Solidarity Group were also present at the jail to witness the release.Subsequently DUJ members and the Jamia Teachers Solidarity Group led by Manisha Sethi as well as veteran journalists including Syed Naqvi, as well as IWPC General Secretary T.K. Rajalakshmi, the Kazmi family and their lawyer Mehmood Pracha met at the Press Club of India to discuss the Kazmi case, its coverage by the media and the legal implications for press freedom and human rights issues.While hailing the Supreme Court verdict the DUJ has decided to work jointly with secular groups and individuals on common issues of solidarity with Kazmi. DUJ called for a wide united front to look into all aspects of the Kazmi case and its ramifications for journalists at large. They also called upon the media to ensure that all sides of the case are reported in public interest.The DUJ believes that journalists have to maintain all sorts of contacts and sources for their stories. Such connections for professional purposes should not be misconstrued as active collusion or connivance in dubious activities including crime. The DUJ fears that Kazmi may have been unwittingly caught up in an inter-country political and diplomatic crisis of this nature. DUJ follows the Constitutional and legal principle that a person must be treated as innocent until and unless convicted as guilty. We advise our members, particularly those on the crime and legal beats, to bear this dictum in mind while filing their reports and stories. We should be wary of stories planted by police and by vested interests. Sensationalism is an easy trap to fall into but we must remember that we are dealing with the lives and reputations of people.    
Kazmi was arrested on March 6 by the Special Cell of Delhi Police on thecharge of helping Iranian agents to conduct a reconnaissance of the area around the Israeli embassy in his car. A motorcyclist, allegedly Iranian, had planted a bomb on a car of the Israeli embassy on February 13, causing injuries to the occupants including the wife of the Israeli Defence Attache. Police named four Iranians in the charge-sheet filed belatedly last month. The Iranians, the police say, fled India after the attack.Israel had blamed Iran for the attack but Tehran denied any involvement. The arrest of Kazmi came allegedly under foreign pressure on the government.The DUJ advises its members to exercise great caution and ensure unbiased and balanced reportage of such cases in the future.

Sujata Madhok                        S.K. Pande
President                                General Secretary 

Monday, October 22, 2012

शीला दीक्षित ने केजरीवाल को मानहानि का नोटिस भेजा

 दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल को मानहानि का नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है अरविंद ने शीला दीक्षित के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। वहीं अरविंद केजरीवाल ने इस नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शीला चाहे जितने नोटिस भेज लें, वे आगे भी उनके मान का हानि करता रहूंगा।शीला के नोटिस पर केजरीवाल ने कहा कि शीला जी आपकी मानहानि हम नहीं कर रहे आपके कुकर्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हमारा संविधान लिखा गया था तभी हमें शांतिपूर्वक विरोध करने का अधिकार दिया गया था। 
उन्होंने कहा कि हमने 15 अक्टूबर को यह कहा था कि हम यहां शांतिपूर्वक विरोध करेंगे। तब हमें सारी इजाजत थी लेकिन कल हमारे पास फोन आता है कि हम स्टेज नहीं लगा सकते। टैंट नहीं लगा सकते और आज सुबह कहा गया कि माइक भी नहीं लगा सकते। फिर इसका क्या मतलब है? गौरतलब है कि पिछले दिनों केजरीवाल ने शीला दीक्षित को बिजली कंपनियों का दलाल कहा था। केजरीवाल ने इस मुद्दे पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। 

महिलाओं और बच्चों को मोबाइल नहीं देना चाहिए - बीएसपी सांसद राजपाल सैनी


 बीएसपी के सांसद राजपाल सैनी ने महिलाओं और बच्चों को मोबाइल नहीं देना चाहिए इन्हें मोबाइल की कोई जरूरत नहीं है मोबाइल से इनका ध्यान बंटेगा महिलाओं को मोबाइल फोन क्यों चाहिए? मेरी मां, पत्नी और बहन के पास आजतक कोई मोबाइल फोन नहीं है गौरतलब है कि खाप पंचायतें भी ऐसे अजीब फरमान जारी करती रहती हैं मोबाइल फोन को लेकर विवादित बयान दिया है जब सदस्य से पूछा गया कि हरियाणा में बलात्कार के मामले इतनी तेजी से क्यों बढ़ रहे है तो सदस्य ने फिल्म और टीवी को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। सदस्य ने कहा कि मुझे लगता है कि युवाओं इन चीजों को देखकर ही इनसे प्रभावित होते है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि लड़कियों को 16 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए, ताकि उनके पति उनकी यौन जरूरतों को पूरा कर सकें और उन्हें कहीं और जाने की जरूरत ना पड़े। इस तरह बलात्कार नहीं होगा।
 गौरतलब है कि खाप पंचायतें भी ऐसे अजीब फरमान जारी करती रहती हैं।बीते दिनों बागपत में एक खाप पंचायत ने जुलाई 2012 में तालिबानी फैसला सुनाते हुए लव मैरिज पर रोक लगाने के साथ 40 साल से कम उम्र की महिलाओं के शॉपिंग करने से रोकने के साथ-साथ उनके मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी थी। अभी कुछ दिन पहले ही हरियाणा में एक खाप नेता ने हरियाणा में बलात्कार के बढ़ते मामलों के लिए चाउमिन को जिम्मेदार ठहराया था। खाप नेता जितेंद्र छत्तर ने युवाओं से चाउमिन से दूर रहने के लिए कहा था। छत्तर ने कहा कि चाउमिन और मोमो जैसे जंक फूड खाने से युवाओं का हार्मोनल असंतुलन बिगड़ जाता है और वो रेप कर बैठते है।इससे पहले हरियाणा में बलात्कार के मामलों की बढ़ती संख्या के लिए एक चौंकाने वाला प्रतिक्रिया में खाप पंचायत के सदस्यों ने बलात्कार के लिए लड़कियों को जिम्मेदार ठहराया था। एक खाप पंचायत सदस्य ने बलात्कार से छुटकारे का अजीबो-गरीब उपाय भी सुझाया था। सदस्य ने कहा कि लड़कियों की शादी 16 साल की उम्र में कर दी जाए।

झाबुआ कोतवाली का थाना प्रभारी तीन बच्चियों को बनाया


तीन बच्चियों को थाना प्रभारी बनाया गया है कि उन्होंने बकायदा अपना पदभार भी संभाल लिया है.शहीदों को नमन कर रही इन बच्चियों को झाबुआ कोतवाली का थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है इनमें से  दो और बच्चियों को राणापुर और मेघनगर का थाने का प्रभारी बनाया गया है.अगर आप इसे मजाक समझ रहे हैं तो फिर आप हम आपको बताते हैं यह बिल्कुल सच और सही बात है.क्योंकि कि जिन बस फर्क सिर्फ इतना है कि इनका कार्यकाल केवल एक दिन का है.दरअसल इन्हें शहीद पखवाड़े के दौरान आयोजित चित्रकाल प्रतियोगिता का विजेता होने का इनाम मिला है. एक दिन के इन थाना प्रभारियों ने नियुक्ति मिलने के साथ ही अपना पदभार संभाल लिया.क्योंकि इन्हें भी पता था कि इनका कार्यकाल एक ही दिन का है और इनको अपने कार्यों को एक ही दिन में निपटाना है.ये बच्चियां भी पदभार संभालते हुए काफी उत्साहित नज़र आईं. भले ही इन तीन बच्चियों का कद और उम्र छोटी हो लेकिन इनके हौंसले काफी बड़े हैं.यही वजह है कि ये बड़े होकर भी आईपीएस अधिकारी ही बनना चाहती हैं. पुलिस की इस अनोखी पहल से इन बच्चियों के साथ-साथ आम लोगों को भी पुलिस को करीब से जानने का मौका मिला.

Wednesday, October 17, 2012

बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के हित हैं की कीमत किसान चुका रहे हैं; अरविंद केजरीवाल


अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर खुलासा करते हुए बुधवार को सवाल उठाए हैं कि वो किसके हक में काम कर रहे हैं। वो किसके इंट्रेस्ट को रिप्रेजेंट करते हैं? महाराष्ट्र में 71 हजार करोड़ का सिचाई घोटाला सामने आया है। कांग्रेस-एनसीपी की मिलीजुली सरकार के दौरान बीजेपी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भी मदद नहीं की।जिस वक्त अरविंद केजरीवाल गडकरी के बारे में खुलासा कर रहे थे तो उसी वक्त गडकरी के घर पर बीजेपी के बड़े नेता सुषमा स्वराज, विजय गोएल, बलबीर पुंज और प्रकाश जावड़ेकर मौजूद थे।
 गडकरी ने अंजली दमानिया को कहा कि शरद पवार से उनके अच्छे रिश्ते हैं। चार काम वो करते हैं तो चार काम वो उनका करते हैं।हालांकि बाद में मीडिया में गडकरी ने इससे इंकार किया था। मुंबई में आईएसी की सदस्य अंजली दमानिया और प्रीति ने सिंचाई घोटाले की जांच की। एक महीने की जांच में चौंकानेवाले तथ्य सामने आए हैं। अरविंद ने सवाल उठाया कि विदर्भ में किसान खुदकुशी क्यों कर रहे हैं? जब आईएसी की सदस्य एक महीने में जांच कर तथ्य सामने ला सकती हैं तो सरकारें क्या कर रहीं हैं? जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं?अन्ना आंदोलन के दौरान अंजली दमानिया ने आरटीआई दाखिल की जिसके बाद उनको सबूत मिले की 70 हजार करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी किसानों को फायदा नहीं क्यों नहीं मिले? अरविंद ने खुलासा किया कि नागपुर के खुर्सापुर गांव में डैम बनाने के लिए जमीन अधिग्रहित की गई। इलाके के किसान गजानन रामभावजी घडगे की जमीन अधिग्रहित की गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जितनी जमीन चाहिए थी उससे ज्यादा जमीन अधिग्रहित की गई।लेकिन डैम बनाने के बाद भी जमीन खाली पड़ी थी जिसपर सिंचाई विभाग के आदेश से गजानन उसपर खेती कर रहे थे, इसके लिए उन्होंने सिंचाई विभाग से आज्ञा ले रखी थी। बांध बन गया। 100 एकड़ जमीन खाली पडी थी। सिंचाई विभाग के इंजीनियर ने 18 एकड़ जमीन पर खेती की प्रमीशन दी। इसके बाद साल 2000 में किसानों ने सूबे के शासन को चिट्ठी लिखी और मांग की कि फालतु खाली पड़ी जमीन पर वो खेती करना चाहते हैं। वो जमीन उनको लीज पर या बेच दी जाए। लेकिन सिंचाई विभाग का जवाब आया कि जमीन पर सिंचाई बंद कर दी जाए। इस खाली पड़ी जमीन पर सौंदर्यीकरण का काम करना है।4 जून 2005 को बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अजित पवार को चिट्ठी लिखी की उनको 100 एकड़ जमीन चाहिए। अजित पवार ने चार दिन यानि 8 जून को वीआईडीसी को कहा कि गडकरी के प्रस्ताव को 22 जून की बैठक में पेश किया जाए। इस बैठक में नितिन गडकरी की मांग को मंजूरी दे दी गई। हालांकि इसका सिंचाई विभाग ने विरोध किया कि कानून के तहत ऐसा करना संभव नहीं है।28 नवंबर 2007 को एक और मीटिंग हुई और 100 एकड़ जमीन गड़करी को दे दी गई। 6 जून 2008 को घडगे ने लोकल एमएलए को लिखा कि ज्यादा अधिग्रहण होने पर बची हुई जमीन किसानों को वापस होनी चाहिए ऐसा कानून है। ये हमें वापस मिलनी चाहिए।21 जून 2008 को घड़गे को बुलाया गया ,वहां गड़करी की कंपनी के कुछ अधिकारी थे, घड़गे को कहा गया कि ये जमीन अब गड़करी की कंपनी को दे दी गई है। इसे आपको छोड़ना होगा। 28 जून 2008 को जब वो लौटा तो गड़करी की कंपनी के एमडी ने कहा कि जो कर सकते हो कर लो, अब ये जमीन हमारी है।उसी गांव में पंचायत ने प्रस्ताव पारित किया 19 अगस्त 2007 को प्रस्ताव पारित किया कि गड़करी की कंपनी का जो पावर प्लांट है, उसका गंध पीने के पानी में मिलता है। इसे बंद किया जाए।अरविंद ने खुलासा करते हुए कहा कि नितिन गडकरी का बड़ा एंपायर है। उनका इसमें व्यासायिक इंट्रेस्ट हैं। क्या वो महाराष्ट्र के विदर्भा के किसानों के विरोध में है? क्या महाराष्ट्र के अंदर व्यवसाय किसानों की खुदकुशी पर हो रहा है? केजरीवाल ने कहा कि वो एक प्रश्न देश के सामने रखना चाहते हैं कि क्या बीजेपी देश की विपक्षी पार्टी है या बीजेपी सत्ताधारी पार्टियों से मिली हुई है। सवाल उठाते हुए अरविंद ने खुलासा किया कि गडकरी साहब का इंटरेस्ट क्या है। उनके बिजनेस हित क्या महाराष्ट्र के किसानों के हितों से टकरा रहे हैं? महाराष्ट्र के अंदर जो गड़करी के हित हैं उनकी कीमत किसान चुका रहे हैं?


पीएम बन जाएं तो भी दंगों का दाग नहीं धो पाएंगे नरेंद्र मोदी : ब्रिटिश मीडिया

ब्रिटेन के एक प्रमुख समाचार पत्र ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ संबंध जोड़ने का निर्णय करने पर ब्रिटेन और अन्य देशों को सलाह देते हुए आज लिखा है कि उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए की पुनर्वास वर्ष 2002 के नरसंहार में आग में घी का काम करने वाले वर्चस्ववाद से प्रेरित राष्ट्रवाद जैसी चीजों के लिए लाइसेंस नहीं है। अपने संपादकीय में कठोर शब्दों का प्रयोग करते हुए ‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ ने कहा है कि इस वक्त (मोदी के साथ काम करने के ब्रिटेन के निर्णय) पर बड़ा सवालिया निशान है । यह ऐसे वक्त पर हुआ है जब दिसंबर में गुजरात में चुनाव होने वाले हैं और उनमें मोदी के जीत की संभावनाएं प्रबल हैं। अखबार ने लिखा है कि उनकी नई अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता से मोदी का बहुमत बढ़ सकता है। पहचान भारत में वर्ष 2014 में होने वाले आम चुनावों में भी उनकी संभावनाओं को बढ़ा सकता है, जहां उन्हें संभावित प्रधानमंत्री के रूप में देखा जा रहा है। इस संपादकीय का शीषर्क था ‘गुजरात का शर्म, पुनर्वास मोदी सरकार को दोष मुक्त नहीं करती’। अखबार ने लिखा है कि मोदी, गुजरात के मुख्यमंत्री, भारत के सबसे सक्रिय और उद्योग-समर्थकों में से एक हैं। लेकिन 10 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनसे किनारा किया जा रहा है क्योंकि वह एक क्षेत्रीय सरकार के हिन्दू राष्ट्रवादी हैं जिसपर दंगों में लिप्त होने का आरोप है। इन दंगों में अनुमानत: 2,000 मुसलमान मारे गए थे।

Monday, October 15, 2012

कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के ट्रस्ट पर , विकलांग कल्याण विभाग के दफ्तर पर छापा


 कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के ट्रस्ट पर धांधली के आरोपों की जांच तेज हो गई है। लखनऊ में ईकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग (ईओडब्ल्यू) ने विकलांग कल्याण विभाग के दफ्तर पर छापा मारा है।ईओडब्ल्यू के डायरेक्टर जनरल सुब्रत त्रिपाठी ने बताया, 'जांच के सिलसिले में ईओडब्ल्यू की टीमों ने राज्य, मंडल और जिला हेडक्वॉर्ट्स पर विकलांग कल्याण विभाग से जरूरी दस्तावेज और फाइलें एकत्र करने का काम शुरू कर दिया है।' त्रिपाठी ने कहा कि जांच टीम आवश्यक दस्तावेज जुटा रही है और विकलांग कल्याण विभाग जांच में पूरा सहयोग कर रहा है।
उन्होंने कहा, 'इस मामले की जांच की लिए 3 जुलाई को ही आदेश जारी किए गए थे। जांच के लिए चार टीमें गठित की गई हैं और जांच अपने प्रारंभिक स्तर से आगे बढ़ चुकी है।' त्रिपाठी ने बताया, 'मामले की जांच में संबंधित पक्षों के बयान दर्ज किए गए हैं और आगे भी किए जा रहे हैं। इतने चर्चित और संवेदनशील मामले में जांच पूरी हो जाने तक कुछ निष्कर्ष निकालना ठीक नहीं होगा।' ये छापेमारी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में चल रही है।ईओडब्ल्यू की टीमें चार भागों में बंटकर उन सभी जिलों में छापेमारी की कार्रवाई पूरी कर रही हैं जहां भी सलमान खुर्शीद के ट्रस्ट की ओर से कैंप लगाने और विकलागों को राहत सामग्री बांटने की बात सामने आई थी।ईओडब्ल्यू के निशाने पर समाज कल्याण विभाग और इससे जुड़े अधिकारी हैं। टीमें अधिकारियों से पूछताछ कर रही हैं और तमाम कागजात खंगाले जा रेह हैं। टीम ने बताया कि वह किसी भी तरह का स्पष्टीकरण शाम तक ही दे पाएगी।
बता दें कि एनजीओ में धांधली की बात को यूपी सरकार की रिपोर्ट पुख्ता कर चुकी है जिसे राज्य ने केंद्र को भेजा था। रिपोर्ट में कैंप लगाने की बात से इनकार किया गया था। वहीं, आईएसी के सदस्य अरविंद केजरीवाल इस पूरे मामले में राज्य सरकार की मंशा पर ही सवाल खड़े कर चुके हैं।

Saturday, October 13, 2012

16 अक्टूबर को बीजेपी प्रेज़िडेंट नितिन गडकरी का पर्दाफाश


 16 अक्टूबर को इंडिया अगेंस्ट करप्शन  ऐक्टिविस्ट अंजलि दमानिया ने बताया कि उनके पास बीजेपी प्रेज़िडेंट नितिन गडकरी के साथ 3 मीटिंग के सबूत हैं और वह अरविंद केजरीवाल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका पर्दाफाश करेंगी।2014 के लोकसभा चुनाव को लेकर अरविंद केजरीवाल की प्रस्तावित पॉलिटिकल पार्टी के बारे में लोगों से बात करने आईं अंजलि ने कहा, 'मैंने गडकरी के खिलाफ सबूत इकट्ठे कर लिए हैं। नागपुर आने का यह भी एक मकसद था। अंजलि ने करीब 2 हफ्ते पहले गडकरी पर महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले को दबाने का आरोप लगाया था। अंजलि के मुताबिक सिंचाई घोटाले में बीजेपी सांसद अजय संचेती और एनसीपी नेता अजीत पवार शामिल हैं। जब वह इस मामले को लेकर गडकरी के पास गईं तो उन्होंने मदद करने से इनकार कर दिया और उन्हें मामले में आगे नहीं बढ़ने को कहा .  गडकरी ने कहा कि शरद पवार उनकी पार्टी के लिए कुछ करते हैं और उनकी पार्टी पवार के लिए कुछ करती है। हालांकि अंजलि ने जब आरोप लगाया था तो उन्होंने सबूत न होने की बात कही थी, लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि वह सबूत पेश करेंगी।अंजलि के मुताबिक, वह गडकरी से उनके किसी जानकार के जरिए 14 अगस्त को मिली थीं। अंजलि ने कहा, 'सभी सिंचाई प्रॉजेक्ट्स में नेताओं-ठेकेदारों के बीच रिश्तों के बारे में हर कोई जानता है। राज्य सभा सांसद अजय संचेती और एमएलसी मितेश भांगडिया, दोनों सिंचाई ठेकेदार हैं और गडकरी के करीबी हैं। इसके पहले गडकरी का एक लेटर सामने आया था, जो उन्होंने महाराष्ट्र के एक मेगा डैम प्रॉजेक्ट से जुड़े कॉन्ट्रेक्टरों के लिए फंड रिलीज करने की मांग को लेकर केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को लिखा था। इस प्रॉजेक्ट से अजय संचेती और मितेश भांगडिया बतौर ठेकेदार जुड़े हुए हैं . अंजलि ने महाराष्ट्र में चीनी मिलों के आवंटन में भी सांठ-गांठ का आरोप लगाया और कहा कि इसमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के साथ कई बड़े नेताओं के करीबियों को फायदा पहुंचाया गया। उन्होंने कहा, 'एक भी चीनी मिल किसी आम आदमी को नहीं दी गई। केवल नेताओं को चीनी मिलें दी गईं, जिनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, सीनियर बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे और बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी शामिल हैं।'


रामदेव के गुरू शंकरदेव जुलाई 2007 से लापता, पांच साल की तलाश के बाद , हाथ खाली ही


रामदेव के गुरू शंकरदेव जुलाई 2007 से लापता बताए , लंबी पड़ताल के बाद पुलिस ने इस मामले में अप्रैल 2012 में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। मामले को लेकर समय-समय पर तरह-तरह के आरोप लगते रहे। विवाद को देखते हुए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश करने का निर्देश दिया। रामदेव ने पत्रकारों से कहा, 'हमारे गुरू की तलाश अगर सीबीआई करती है तो हमें इस बात की खुशी है। हम इस जांच का स्वागत करते हैं, लेकिन यह जांच निष्पक्ष होगी, हमें इस बात का भरोसा नहीं है।' उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच की मांग संतों की तरफ से नहीं उठाई गई है। रामदेव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इतने बड़े-बड़े घोटाले देश में हुए और हो रहे हैं, लेकिन उनकी जांच सीबीआई से क्यों नहीं कराई जा रही।योग गुरू ने कहा कि जबसे उन्होंने काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है, तभी से केंद्र की जांच एजेंसियां उनके पीछे पड़ी हैं। आचार्य बालकृष्ण के मामले में सीबीआई का दुरुपयोग किया गया। गुरुदेव की गुमशुदगी के मामले में सीबीआई का किस तरह का दुरुपयोग किया जाएगा, अभी नहीं बताया जा सकता।इसी क्रम में शुक्रवार को प्रमुख सचिव गृह ने (दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम 1946 के तहत) सीबीआई से जांच कराए जाने की सिफारिश की अधिसूचना जारी की। प्रमुख सचिव ने कहा कि राज्य पुलिस इस मामले में किसी नतीजे पर नहीं पहुंची, इसलिए यह मामला सीबीआई को रेफर कर दिया गया है14 जुलाई 2007 को बाबा रामदेव के गुरु स्वामी शंकरदेव कनखल स्थित कृपालु बाग आश्रम से बिना बताए कहीं चले गए थे।दो दिन तक तलाश के बाद बाबा रामदेव केसहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने कनखल थाने में 16 जुलाई को गुमशुदगी दर्ज कराई थी।पुलिस ने लंबी पड़ताल की। समय-समय पर जांच अधिकारी बदलते रहे। पांच साल तक आश्रम और उनके परिचितों से जुड़े दर्जनों लोगों के बयान दर्ज किए गए।10 अप्रैल 2012 को विवेचक सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने केस में फाइनल रिपोर्ट लगा दी।फाइनल रिपोर्ट में विवेचक की ओर से कहा गया कि लंबी जद्दोजहद और प्रयासों के बावजूद स्वामी शंकरदेव का कोई पता नहीं चल पाया। इस केस में अब और ज्यादा समय लगाना मुनासिब नहीं होगा। पांच साल की तलाश के बाद भी पुलिस के हाथ खाली ही रहे।पांच साल से लापता बाबा रामदेव के गुरु स्वामी शंकर देव को ढूंढने के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद शनिवार को बाबा रामदेव ने कहा कि भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ उनके द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रची जा रही .

Friday, October 12, 2012

आरटीआई के गलत इस्तेमाल पर लगाम जरूरी : पीएम


आरटीआई कानून के अर्थहीन और परेशान करने वाले इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि लोगों के  जानने के अधिकार से अगर किसी की निजता का हनन होता है, तो निश्चित रूप से इसका दायरा निर्धारित होना चाहिए। मनमोहन सिंह ने कहा, सूचना के अधिकार और निजता के अधिकार के बीच उचित संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है, जो जीने एवं स्वतंत्रता के अधिकार से निकलता है। आरटीआई कानून के अर्थहीन और परेशान करने वाले इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि लोगों के जानने के अधिकार से अगर किसी की निजता का हनन होता है तो निश्चित रूप से इसका दायरा निर्धारित होना चाहिए ।केंद्रीय सूचना आयुक्तों के सातवें सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कानून का निर्थक एवं परेशान करने वाला इस्तेमाल चिंता की बात है जिनके खुलासे से किसी लोक हित की पूर्ति नहीं होती । सिंह ने कहा कि इस तरह के प्रश्नों से मानव संसाधन की भी क्षति होती है जिसका बेहतर इस्तेमाल हो सकता है ।उन्होंने कहा कि सूचना के अधिकार और निजता के अधिकार के बीच उचित संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है जो जीने एवं स्वतंत्रता के अधिकार से निकलता है। लोगों के जानने के अधिकार पर निश्चित रूप से लगाम लगनी चाहिए अगर इससे किसी की निजता का हनन होता है । लेकिन कहां तक रेखा खींची जाए, यह जटिल प्रश्न है। उन्होंने कहा कि कभी-कभार जो सूचनाएं मांगी जाती हैं वह समय लेने वाली होती हैं और उनमें कई मामले शामिल होते हैं जिसका उद्देश्य अनियमितता या गलती ढूंढना होता है जिसकी आलोचना की जानी चाहिए । सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे निकायों को पूरी तरह आरटीआई कानून के तहत लाने से निजी उद्यमी सार्वजनिक क्षेत्र के साथ भागीदारी करने से बचेंगे जबकि उन्हें पूरी तरह बाहर कर देने से सरकारी अधिकारी जिम्मेदारी से बच निकलेंगे। 

केजरीवाल समर्थकों के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर

जनपथ रोड स्थित वज्र पार्क में सलमान खुर्शीद के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के साथ आईएसी कार्यकर्ता इकट्ठा हुए। अरविंद केजरीवाल, गोपाल राय भी कार्यकर्ताओं के साथ रहे। मार्च की तैयार को देखते हुए 7 आरसीआर और उसके आस-पास के इलाके की पहले ही घेराबंदी कर दी गई। अरविंद केजरीवाल विकलांगजनों के साथ आज पीएम आवास तक मार्च पर निकले। आईएसी और राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के कार्यकर्ताओं को लीड करते हुए आगे बढ़ रहे अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस ने बीच रास्ते में ही जनपथ पर रोक लिया।पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद पहले केजरीवाल समर्थकों के साथ सड़क पर ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं।

अरविंद केजरीवाल आज पीएम घर प्रदर्शन करेंगे.


कानून मंत्री सलमान ख़ुर्शीद के ट्रस्ट पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में अरविंद केजरीवाल आज पीएम मनमोहन सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन करेंगे. कानून मंत्री सलमान ख़ुर्शीद के ट्रस्ट पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में अरविंद केजरीवाल आज शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के साथ पीएम मनमोहन सिंह से मिलेंगे.केजरीवाल कानून मंत्री सलमान ख़ुर्शीद के इस्तीफ़े की मांग कर रहे हैं. ख़ुर्शीद के ट्रस्ट पर घोटाले का आरोप लगा है.
71 लाख रुपए से ज्यादा के इस फर्जीवाड़े का खुलासा न्यूज़ चैनल आजतक ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए किया है. यूपी सरकार से पत्र मिलने के बाद केंद्र सरकार ने सलमान ख़ुर्शीद और उनकी पत्नी लुईस ख़ुर्शीद से इसका जवाब मांगा है.सलमान खुर्शीद के एनजीओ जाकिर हुसैन मेरोरियल ट्रस्ट पर फर्जीवाड़े का आरोप है. भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए राजनीति में आए नेता अरविंद केजरीवाल ख़ुर्शीद के खिलाफ मिले इस मौके को भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते.
अरविंद केजरीवाल जिस खत का जिक्र कर रहे हैं वो यूपी सरकार ने केंद्र के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय को लिखा था. इस खत में साफ तौर पर लिखा गया है कि डॉ जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट फर्रुखाबाद ने अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर करके विकलांग कोटे के पैसे लिए हैं.उधर डॉक्टर जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट ने इस आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कोर्ट में जाने की बात कही है.ग़ौरतलब है कि देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन कानून मंत्री सलमान ख़ुर्शीद के नाना थे और अपने नाना के नाम पर बने ट्रस्ट में सलमान ख़ुर्शीद खुद अध्यक्ष हैं और उनकी पत्नी लुईस ख़ुर्शीद प्रोजेक्ट डायरेक्टर है.

Tuesday, October 9, 2012

अरविंद केजरीवाल ने राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के सौदे की जांच की मांग की

 अरविंद केजरीवाल ने राबर्ट वाड्रा और रियल एस्टेट क्षेत्र की डीएलएफ के बीच हुए सौदे की जांच कराने की मांग की है। केजरीवाल का आरोप है कि डीएलएफ ने वाड्रा को 65 करोड़ रुपये का बिना किसी गारंटी के ब्याज मुक्त कर्ज दिया। इसके अलावा डीएलएफ ने अपनी 300 करोड़ रुपये की संपत्ति काफी सस्ते दाम पर वाड्रा को बेची। चिदंबरम ने कहा कि इस मामले पर वह सरकार की तरफ से जवाब नहीं दे सकते क्योंकि यहां यह मामला नहीं है। मेरा मानना है कि जिन्होंने आरोप लगाया उन्होंने अपनी बात कह दी है, संबंधित कंपनी और व्यक्ति ने भी अपनी बात रख दी है। वाड्रा और उनकी कंपनियों तथा डीएलएफ के बीच हुए व्यापारिक सौदों की जांच की मांग करने वाले केजरीवाल ने यह संकेत दिया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद पर की गई कृपादृष्टि के आरोपों पर मंगलवार को और जानकारी मुहैया कराएंगे।
 वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने अरविंद केजरीवाल की ओर से लगाए गए आरोपों के मद्देनजर राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच व्यापारिक सौदों की जांच की मांग खारिज कर दी। वाड्रा और डीएलएफ के बीच करोड़ों के सौदे को लेकर एक ओर जहां गरमागरमी जारी है, चिदंबरम ने कहा कि सरकार निजी सौदों की जांच तब तक नहीं करा सकती जब तक भ्रष्टाचार के कोई विशिष्ट आरोप नहीं हों। वित्त मंत्री ने कहा कि जब तक किसी के बदले में कुछ लेने देने अथवा भ्रष्टाचार के विशिष्ट आरोप सामने नहीं आते, मुझे नहीं लगता कि तब तक निजी सौदों की जांच केवल इस आधार पर की जा सकती कि इसका इशारा किया गया है अथवा ऐसा आरोप लगाया गया है। 

Monday, October 8, 2012

आशा भोंसले की बेटी ने खुद को मारी गोली


नई दिल्ली।। खबर है कि मशहूर गायिका आशा भोंसले की बेटी वर्षा भोंसले ने सूइसाइड कर लिया है। टीवी रिपोर्ट्स की मानें तो वर्षा भोंसले ने अपने सिर में रिवॉल्वर से गोली मार ली।
पुलिस के अनुसार, वर्षा भोंसले ने सूइसाइड के जिस रिवॉल्वर का इस्तेमाल किया, वह लाइसेंस्ड पिस्तौल थी। बताया जा रहा है कि वर्षा ने पहले भी खुदकुशी करने की कोशिश की थी। जिस वक्त यह हादसा हुआ, वह मुंबई के पेडर रोड स्थित अपने घर प्रभु कुंज में ही थीं। 50 वर्षीय वर्षा हिन्दी और मराठी फिल्मों में प्लेबैक सिंगर और कॉलमनिस्ट थीं।
इससे पहले साल 2008 में भी वर्षा ने नींद की गोलियां खाकर जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के ही जसलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को वर्षा ने एक रिवॉल्वर से खुद की गोली मार ली। पोस्टमॉर्टम के लिए उनकी बॉडी को जे.जे. हॉस्पिटल ले जाया गया। मौके पर से कोई सूइसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। वह काफी दिन से डिप्रेशन में बताई जा रही थीं।

महात्मा गांधी की तस्वीरो को हटाया जाय : राजगोपाल


Jansatyagraha: silent march by 50000 landless people enters 6th dayजंगल, जमीन पर अधिकार पाने के लिए दिल्ली की ओर बढ़ रहे जन सत्याग्रह कर रहे लोगों और सरकार के बीच सोमवार को दिल्ली में समझौता वार्ता होगी। इसके लिए सत्याग्रहियों का पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल सोमवार सुबह दिल्ली रवाना होगा, जहां शाम चार बजे केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश, राष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य के राजू, योजना आयोग के सदस्य मिहिर शाह के साथ बातचीत होगी। उन्होंने कांग्रेस के दफ्तरों से महात्मा गांधी की तस्वीरों को हटाने की भी मांग की है।एक निजी बातचीत में पीवी राजगोपाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोग अपने दफ्तरों में महात्मा गांधी की तस्वीर लगाकर तथा उनके नीचे बैठकर न केवल घूस लेते हैं, बल्कि वंचितों के शोषण की योजना बनाते हैं। गांधी के विचारों पर चलने की बात कहकर अमेरिका के पूंजीवाद तथा चीन के माओवाद को देश में प्रवेश करने दे रहे हैं, वहीं गांधीवाद को देश से विदा कर रहे हैं। इसलिए कांग्रेस के कार्यालयों से गांधीजी की तस्वीर हटाई जानी चाहिए।राजगोपाल ने बताया कि केंद्र सरकार ने भूमि सुधार कानून को लेकर पहले हमसे जो वादा किया था, उससे वह पलट गई है। जब तक सरकार से हमारा निश्चित समय के लिए लिखित अनुबंध नहीं होता, तब तक सत्याग्रह जारी रहेगा।एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीवी राजगोपाल ने राजस्थान के धौलपुर जिले के मनियां से चार किलोमीटर आगे एबी रोड पर जनसत्याग्रह के पांचवें पड़ाव के दौरान बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जब तक प्रतिनिधिमंडल से लिखित अनुबंध नहीं करेगी, तब तक सत्याग्रह जारी रहेगा। राजगोपाल ने बताया कि पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मुख्य सचिव शरदचंद बेहार, सुप्रीम कोर्ट के वकील विदेह उपाध्याय, जेएनयू के प्रोफेसर प्रवीन झा, एकता परिषद के रमेश शर्मा एवं अनीश कुमार शामिल हैं।
गौरतलब है कि सरकार ने केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया को ग्वालियर में आंदोलनकारियों से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन वहां बातचीत का कोई परिणाम नहीं निकला। एकता परिषद ने भूमिहीन गरीबों को कृषि भूमि दिए जाने के साथ भूमि सुधार संबंधी सभी लंबित मांगों को लेकर दिल्ली कूच किया है। 50 हजार सत्याग्रहियों का नेतृत्व कर रहे राजगोपाल ने कहा कि यह आंदोलन अन्ना के आंदोलन से अलग है। यह पिछले 30 वर्षो में धीरे-धीरे जमीन से उभर कर ऊपर आया है। यह देश के 40 प्रतिशत वंचित समाज-आदिवासी, मछुवारे, घुमंतू व दलित समाज का संघर्ष है।

Saturday, October 6, 2012

अन्ना ने कहा आरोप गलत तो अरविंद पर मानहानि का मामला दर्ज किया जा सकता है।

अन्ना ने कहा कि यदि जांच में यह साबित हो जाता है कि रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे आरोप गलत हैं तो अरविंद पर मानहानि का मामला दर्ज किया जा सकता है।  उन्होंने कहा, अरविंद द्वारा लगाए गए आरोप यदि झूठे हैं तो सरकार को जांच का आदेश देना चाहिए ताकि तथ्य सामने आ सकें। और केजरीवाल की तरफ से लगाए गए आरोप यदि गलत हैं तो उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज होना चाहिए। अन्ना हजारे ने समाचार चैनल ‘सीएनएन-आईबीएन’ से कहा, अरविंद की तरफ से लगाए गए आरोप यदि गलत हैं तो इसकी न्यायिक जांच क्यों नहीं होती। मैं तो कहूंगा कि आरोपों की न्यायिक जांच कराई जाए और तभी तथ्य सामने आ पाएंगे।केजरीवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए अन्ना ने आरोपों की जांच कराए जाने की मां की.केजरीवाल ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि डीएलएफ ने प्रियंका गांधी के पति वाड्रा को पहले 65 करोड़ रुपये का ऋण दिया। फिर वाड्रा ने उसी पैसे से डीएलएफ की 35 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सिर्फ पांच करोड़ रुपए में खरीदी।

Friday, October 5, 2012

ऑपरेशन ब्लूस्टार' के नायक लेफ्टिनेंट जनरल केएस बराड़ पर लंदन में हुए हमले की जांच में प्रगति करते हुए स्कॉटलैंड यार्ड ने इस सिलसिले में आठ और लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा तीन अन्य लोगों को पुलिस ने रोका है। आठ और लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही बराड़ पर लंदन में हुएमेट्रोपोलिटन पुलिस के प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि पुलिस अधिकारियों ने मध्य लंदन में 30 सितंबर को भारतीय नागरिक बराड़ की हत्या की कोशिश के मामले की जांच में हत्या की साजिश के शक में आज शाम शाम तीन पुरुषों और एक महिला को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि चारों संदिग्धों को मध्य लंदन के पुलिस थाने में ले जाया गया जहां अधिकारियों द्वारा उनसे पूछताछ की जाएगी।हमले के बाद बराड़ ने कहा था कि उन्होंने मुंबई में सैन्य अधिकारियों को अपने निजी दौरे की जानकारी दी थी हालांकि भारतीय उच्चयोग का कहना था कि उनके पास इस दौरे की जानकारी नहीं थी। प्राथमिक उपचार के बाद अपनी पत्नी के साथ मुंबई वापस आए बराड़ ने कहा था कि उन्हेंज विश्वास है कि यह खालिस्तानी समर्थकों द्वारा उनकी हत्या का प्रयास था। 1984 में हुए ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ में उनकी भूमिका के चलते इस हमले को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ इंटरनेट पर बहुत सारे संदेश थे और धमकियां थीं। 28 साल पहले 1984 में सेना प्रमुख जनरल ए एस वैद्य ने ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ की योजना बनाई थी। 1986 में जनरल वैद्य की पुणे में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। (एजेंसी)  हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किए जाने वालों की संख्या 15 पहुंच गई है।
 प्रवक्ता ने जानकारी दी कि सबसे पहले रात साढ़े दस बजे (भारतीय समयानुसार) वोल्वर हैम्पटन से 33 साल के एक पुरुष और 40 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया गया। इसके आधे घंटे बाद पश्चिमी ब्रोमविच में एक कार को रोककर एक अन्य पुरुष को गिरफ्तार किया गया जिसकी उम्र 34 साल है। ऐसे ही हालात में पुलिस ने रात साढ़े 12 बजे :भारतीय समयानुसार: एक 25 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया।  बराड़ एक निजी दौरे पर लंदन में थे तभी रविवार की रात को चार पुरुषों ने ओल्ड क्यूबेक स्ट्रीट पर उन पर हमला कर दिया। वह उस समय अपनी पत्नी के साथ होटल लौट रहे थे।
पुलिस ने बताया था कि बराड़ पर एक चाकू या धारदार हथियार से हमला किया गया था, जिससे उनके गले में चोट आई थी। इस हमले में उनकी पत्नी को कोई चोट नहीं आयी थी। जिन चार लोगों ने उन पर हमला किया था वह दिखने में एशियाई मूल के बताए गए थे। इन सभी की लंबी दाड़ी थी और गहरे रंग के कपड़े पहने हुए थे। चार में से एक को अन्य तीनों से पतला और उम्र में छोटा बताया गया था। सभी हमलावर ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट की ओर भाग निकले थे।

अमिताभ और रेखा अपना जन्‍मदिन एक साथ मना सकते हैं।

 फिल्‍म जगत में चल रही चर्चाओं पर यदि यकीन करें तो इसके अनुसार, अमिताभ और रेखा एक ही दिन यानी दस अक्‍टूबर को अपना जन्‍मदिन एक साथ मनाते नजर आ सकते हैं। यदि समय का चक्र इन चर्चाओं के अनुसार बीता तो बॉलीवुड के ये दो आइकन खुशी के इस अवसर पर मिल सकते हैं। सूत्रों ने इस बात को पुख्‍ता किया कि दस अक्‍टूबर को होने वाला जश्‍न बड़े स्‍तर पर मनाया जाएगा। मुंबई में अनिल अंबानी के सबअर्बन स्‍टूडियो में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में बॉलीवुड और अन्‍य क्षेत्रों के नामचीन हस्‍ती शामिल होंगे। कहा तो यह भी जा रहा है कि करण जौहर इस आयोजन में होस्‍ट की भूमिका कुछ देर के लिए निभा सकते हैं। ज्ञात हो कि इस अक्‍टूबर को रेखा का भी जन्‍मदिन है। ऐसा समझा जा रहा है कि नामचीन अभिनेत्री दस अक्‍टूबर को होने वाले मेगा पार्टी में शरीक हो सकती हैं। आपको याद दिला दें कि बिग बी का यह 70वां जन्‍मदिन होगा और रेखा अपनी उम्र के 58 साल के पड़ाव पर पहुंच जाएंगी।  एक अग्रणी दैनिक के अनुसार, दस अक्‍टूबर को एक पार्टी का आयोजन किया जाएगा। गौर हो कि इसके एक दिन बाद यानी 11 अक्‍टूबर को बिग बी का जन्‍मदिन है। इस दिन बच्‍चन परिवार अपने घर पर एक पारंपरिक पूजा रखेंगे। इस जश्‍न में परिवार के कुछ नजदीकी लोग ही शामिल होंगे।