Tuesday, July 24, 2012


पाक खिलाडियों की जगह ओलंपिक में भेजता 'आतंकी'
ब्रिटिश अखबार द सनके स्टिंग ऑपरेशन में पाकिस्तान में वीजा घोटाले का खुलासा हुआ है। वीजा के इस खेल में किसी आतंकी को आसानी से पाकिस्तान की ओलंपिक टीम के साथ सहयोगी स्टाफ के तौर पर ब्रिटेन में घुसने का मौका मिल जाता। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए इस रैकेट में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
अखबार के मुताबिक चंद रुपयों में पाकिस्तानी अधिकारी कुछ अंजान लोगों के पाकिस्तान के ओलंपिक दल का हिस्सा बनाने के लिए तैयार हो गए। इस नेटवर्क में एक राजनेता और कुछ भ्रष्ट अधिकारी शामिल थे। ये लोग ओलिंपिक के लिए लंदन में प्रवेश के लिए गलत नाम से पाकिस्तान का असली पासपोर्ट उपलब्‍ध करा रहे थे।

अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले उन्होंने हमारे अंडरकवर रिपोर्टर को गलत नाम से असली पाकिस्तानी पासपोर्ट मुहैया कराया। इसके बाद लाहौर के प्रमुख राजनीतिज्ञ आबिद चौधरी ने बताया कि किस तरह से लगभग 7000 पौंड में वह हमारे व्यक्ति के लिए दो महीने का वीजा हासिल करके उन्हें पाकिस्तानी ओलिंपिक टीम का हिस्सा बनाकर लंदन 2012 में पहुंचाएगा।
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहाकर रहमान मलिक ने इस पूरे मामले की जांच का आदेश दिया और इसके लिए एक हाई लेवल कमेटी का भी गठन किया गया है। मलिक ने कहा कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री रजा परवेज अशरफ ने घोटाले में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। घोटाले के सामने आने के बाद दर्जनों भ्रष्ट पासपोर्ट अधिकारियों को को निलंबित कर दिया गया है।  

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