Monday, July 30, 2012

एमपी में तेज बारिश का दौर, बाढ़ के हालात कायम


 भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले तीन चार दिनों से जारी तेज बारिश के कारण भोपाल, उज्जैन, इंदौर और होशंगाबाद के कई इलाकों में नदी-नालों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बाढ़ के कारण कच्चे मकान ढ़हने और फसलों को नुकसान पहुंचने की खबर है।इंदौर के मुख्यालय पर कल बारिश के दौरान पेड़ गिरने के कारण एक महिला की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। जिनका एक सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। महिला का नाम चंदाबाई (55) है और उसके पति जगदीश व एक अन्य संजय घायल हैं। यह तीनों नवलखा इलाके में अपने कच्चे मकान की छत पर चादर चढ़ा रहे थें तभी पेड़ गिरने से यह हादसा हुआ।  उज्जैन के शाजापुर जिले के मक्सी थाना इलाके में चिल्लर नदी के पास कल सुबह तीन बसों में सवार लगभग दो सौ यात्री बाढ़ के पानी में फंस गए। युद्धस्तर पर किए गए राहत और बचाव कार्य के जरिए दोपहर तक सभी को सुरक्षित बचा लिया गया। इसके अलावा सीहोर जिले के आष्टा और आसपास के गांवों में भी बारिश का दौर दो दिनों की अपेक्षा कम होने से बाढ़ की संभावना में सुधार हुआ है। गौरतलब है कि आष्टा में राहत शिविरों में रूके हुए लगभग 500 लोगों को घर जाने दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार जारी तेज बारिश के कारण हरदा, सीहोर, उज्जैन देवास, राजगढ़, होशंगाबाद, रायसेन, शाजापुर, इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर और इनसे लगे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। स्थानीय मौसम केंद्र के निदेशक डॉ डी पी दुबे ने बताया कि झारखंड और उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर बने सिस्टम के कारण राज्य में खासतौर से पश्चिमी और दक्षिणी हिस्से में तीन चार दिनों से जोरदार बारिश हो रही है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिन में यह सिस्टम नरम पड़ जाएगा लेकिन बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का एक नया सिस्टम बन रहा है, जिसके चलते राज्य में इस वीक बारिश का दौर चलता रहेगा। सतना से मिली जानकारी के अनुसार विंध्य अंचल में अभी भी अच्छी बारिश की दरकार है। सतना, रीवा, शहडोल और अन्य इलाकों में कुछेक स्थानों पर मामूली बारिश हुई है। रायसेन से मिले समाचार के अनुसार जिले में लगातार बारिश के कारण पग्नेश्वर नदी का पुल लगभग पांच फीट पानी में डूबा हुआ है और इसका विदिशा जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क कटा हुआ है। रायसेन में भी निचली बस्तियों में पानी भर गया है। राजगढ़ जिला मुख्यालय से मिले समाचार के अनुसार जारी तेज बारिश के कारण कालीसिंध और पार्वती नदी उफान पर हैं। जिले के कुरावर थाने के तहत आने वाले भाटपुरा गांव के चार ग्रामीण शनिवार शाम पार्वती नदी के किनारे फंसे रह गए थें। बचाव दल ने चारों को कल सुरक्षित निकाल लिया। सारंगपुर की निचली बस्तियों में पांच से छह फीट तक पानी भर गया है। किसी प्रकार की जनहानि या बड़ी दुर्घटना की सूचना नहीं है। प्रशासनिक दल पानी भरे घरों से लोगों को निकालने के काम में जुटा है। हरदा से खबर है कि वहां का सड़क संपर्क आसपास के जिलों से कट गया है। जिले के हरदा में 1500 लोगों को टिमरनी में 300, रहटगांव में 40 और सोडलपुर में 25 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। जिले में इस मौसम में अभी तक 36 इंच बारिश दर्ज की गयी है। जिसमें से 27 इंच इसी एक वीक में हुई है।


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