कांग्रेस के लिए राहत भरा समाचार है कि पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार की अन्ना की योजना पर प्रश्नचिह्न लग गया है अन्ना को संकमर्ण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है .अन्ना के चिकित्सक पराग संचेती ने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें एक सप्ताह पूरी तरह आराम करने की सलाह दी गई है लेकिन उन्हें कम से कम एक महीने तक आराम करना चाहिए और इस दौरान कसी भी तरह के तनाव से बचना चाहिए . उन्होंने ये भी कहा कि अन्ना को कम से कम एक महीने तक अनशन नहीं करना चाहिए। अन्ना को ओस्टियोपोरोसिस की भी शिकायत है .74 वर्षीय अन्ना को शनिवार की रात उनके गांव रालेगण सिद्धि से इलाज के लिए यहां लाया गया था। संचेती ने कहा कि अन्ना के स्वास्थ्य में सुधार है और उनके फेफड़े ठीक से काम कर रहे हैं। डॉ संचेती ने बताया कि वह समय पर सोकर उठ रहे हैं। और सामान्य रूप से सुबह का नाश्ता लेते हैं. उनकी नाड़ी व रक्तचाप सामान्य है लेकिन कल रात उनका रक्चाप बढ़ा हुआ था आज सुबह जब उनके फेंफड़ों की जांच की गई, जो सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। संचेती ने कहा कि उनके आगे के इलाज से पहले ओस्टियोपोरोसिस के लिए उनकी जांच की जाएगी .अन्ना को बीते कुछ सप्ताहों से खांसी व सर्दी की शिकायत थी। इस वजह से उनके सीने में सूजन व संक्रमण की परेशानी हो गई और उन्हें अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। उनके खराब स्वास्थ्य के चलते सोमवार व मंगलवार को होने वाली टीम अन्ना की कोर कमेटी की बैठक स्थगित हो गई है।
गौरतलब है कि पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में 28 जनवरी से तीन मार्च के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ प्रचार की रणनीति तय करने के लिए कोर कमेटी की बैठक होनी थी। अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल दोपहर में उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले सकते हैं। संचेती ने बताया कि अन्ना के सहयोगियों के अलावा अन्य किसी को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि अन्ना के इलाज का पूरा खर्च अस्पताल ही उठा रहा है, क्योंकि यह समाज सेवा जैसा है। अन्ना प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में तीन दिवसीय अनशन कर रहे थे लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते उन्होंने दूसरे दिन 28 दिसंबर को ही अपना अनशन समाप्त कर दिया था।
No comments:
Post a Comment