Friday, January 13, 2012


   पीएम को बताया टेक्नोकै्रट 'कहा अर्थशास्‍त्री  भी नही है'
   नई दिल्‍ली. भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर देश में विपक्षी दल कांग्रेस को समय-समय पर घेरते तो हैं ही अब विदेशों में भी उनकी आलोचना शुरू हो गई है। अमेरिका के प्रमुख अखबार वॉल स्‍ट्रीट जर्नलने मनमोहन सिंह की काबिलियत पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। अखबार में प्रकाशित एक ब्‍लॉग पर मनमोहन सिंह को अर्थशास्‍त्री नहीं बल्कि टेक्‍नोक्रैटकहा गया है।
ब्‍लॉग में भारत के जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट, रुपये की कीमतों में गिरावट और स्‍टॉक मार्केट की गिरावट जैसी कुछ चिंताओं का हवाला दिया गया है। कहा गया है कि 2004 में जब मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बने तो देश-विदेश में काफी सराहना हुई और सभी को उम्‍मीद थी कि अर्थशास्‍त्री प्रधानमंत्री होने का फायदा देश को मिलेगा लेकिन अब समय उनके रिकार्ड पर नजर डालने का आ गया है।
अखबार आगे कहता है कि पीएम बनने के करीब आठ साल बाद मनमोहन सिंह के पास अपनी उप‍लब्धियां गिनाने के लिए कुछ भी नहीं है। आर्थिक सुधारों के तौर पर अपने पद का इस्‍तेमाल करने के बजाय 79 साल के मनमोहन सिंह ने एक ऐसी सरकार की अगुवाई की जिसके पास न कोई नीति है और न ही जनसमर्थन।  






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