Saturday, January 21, 2012


राजा और चिदंबरम ने मिलकर तय किये दाम: 2जी स्कैम
 नई दिल्ली। पटियाला हाउस कोर्ट में गृहमंत्री पी चिदंबरम को सहआरोपी बनाने के मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है। इस पर फैसला अब 4 फरवरी को सुनाई जाएगा। कोर्ट से बाहर आने के बाद स्वामी ने कहा कि चिदंबरम को पता था कि उनको और ए राजा के साथ मिल कर स्पैक्ट्रम के दाम तय करने हैं। अदालत से बाहर स्वामी ने पत्रकारों को बताया कि चिदंबरम और राजा ने मिलकर स्पेक्ट्रम की कीमतें तय की थी। मैंने अदालत में मुख्य रूप से चार बातें रखी है। इस मामले में कुछ लोगों ने अपने मुल्क के साथ। अदालत से बाहर स्वामी ने पत्रकारों को बताया कि चिदंबरम और राजा ने मिलकर स्पेक्ट्रम की कीमतें तय की थी। मैंने अदालत में मुख्य रूप से चार बातें रखी है। इस मामले में कुछ लोगों ने अपने मुल्क के साथ गद्दारी की है। 2जी मामले में जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी ने पहले भी कोर्ट के सामने कई दस्तावेज दिए हैं। इसमें 2008 में तब के टेलीकॉम मिनिस्टर ए राजा और तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बीच हुए बैठकों का जिक्र है। स्वामी ने दावा किया है कि स्पेक्ट्रम के दाम तय करने में चिदंबरम भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि चिदंबरम को पता था कि घोषणा करने से पहले ही राजा 1 हजार 6 सौ 50 करोड़ रुपए की एंट्री फीस चार्ज करने वाले हैं। अधिकारियों ने चिदंबरम से कहा कि आप हस्तक्षेप कीजिए नहीं तो देश की राजस्व आय में काफी नुकसान होगा। मैंने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए उसने पता चलता है कि चिदंबरम ने 15 जनवरी 2008 को प्रधानमंत्री को लिखा कि इस पर आगे बहस नहीं होनी चाहिए। पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए राजा पर आरोप है कि उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में धांधली की थी। स्वामी के मुताबिक़ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 24 फरवरी 2011 को राज्यसभा में कहा था कि स्पेक्ट्रम की क़ीमत साल 2003 के कैबिनेट फ़ैसले के आधार पर निर्धारित किए गए थे और इसी कैबिनेट फ़ैसले में ये स्पष्ट किया गया था कि दाम वित्त मंत्रालय और दूरसंचार मंत्रालय मिलकर तय करेगा। 

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