Tuesday, June 26, 2012


दादा ने राष्टपति पद के कैबिनेट को कहा 'अलविदां'
राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी ने बतौर वित्त मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रणब मुखर्जी ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंप दिया है। इस्तीफे से पहले प्रणब ने पत्रकारों को बताया कि आज से वे नई यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं। एक छोटे गांव से ऊंचे ओहदे तक पहुंचना निश्चय ही बड़ी उपलब्धि है।
प्रणब ने कहा कि मैं मानता हूं कि मेरा हर फैसला सही नहीं होगा। हालांकि मुझे 40 साल की सक्रिय राजनीति छोड़ने का बेहद दुख है। माहौल को हल्का करते हुए उन्होंने कहा कि अब पत्रकार मुझे घेर नहीं पाएंगे। प्रणम मुखर्जी राष्ट्रपति भवन जाने की राह का पहला पड़ाव 28 जून को नामांकन पर्चा भरने के साथ ही पार करेंगे। 
हालांकि प्रणब के इस्तीफे के बाद वित्त मंत्री का पद कौन संभालेगा, इसे लेकर भी सरकार और कांग्रेस के गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री ने बीते शनिवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल के संकेत दिए थे। इसके बाद सरकार के साथ-साथ पार्टी में भी फेरबदल की अटकलें शुरू हो गई हैं। प्रणब दा के इस्तीफे के बाद सत्तापक्ष की ओर से लोकसभा का नेता कौन होगा, इसे लेकर भी चर्चा का दौर शुरू हो गया है। 
पार्टी सूत्रों की मानें तो राष्ट्रपति चुनाव के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना है। वहीं इसके बाद संगठन में फेरबदल की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। हालांकि वित्त मंत्री पद के लिए सी रंगराजन, आनंद शर्मा, कमलनाथ, जयराम रमेश और पी चिदंबरम जैसे धुरंधरों का नाम कतार में हैं, लेकिन फिलहाल यह मंत्रालय प्रधानमंत्री के पास रखकर पार्टी ने संकेत दिए है कि वह अभी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती।

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