Tuesday, February 21, 2012


   'किंगफिशर की उङाने रद्द'
नई दिल्ली. किंगफिशर एअरलाइंस की उड़ानें रद्द होने का सिलसिला जारी है। आज इस एयरलाइंस की 30 उड़ानें रद्द हुईं। कंपनी के अधिकारी आज बताएंगे कि अचानक उड़ानें रद्द किए जाने की वजह क्‍या है। डीजीसीए ने किंगफिशर के सीईओ और अन्य शीर्ष अधिकारियों को तलब कर पूरा ब्योरा मांगा है। डीजीसीए ने एअरलाइन के सीईओ संजय अग्रवाल समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से उड़ानें रद्द होने के संबंध में मंगलवार को पेश होकर सफाई देने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक, किंगफिशर के अधिकारी एअरलाइन के बैंक खातों पर लगी रोक हटाने के लिए आयकर विभाग से बात कर रहे हैं। वहीं, एअरलाइन ने यह रोक हटने व कर्मचारियों को बकाया वेतन का भुगतान होने के बाद उड़ानों का परिचालन सामान्य होने की उम्मीद जताई है। कंपनी ने उड़ानों में कटौती के लिए आयकर विभाग द्वारा बैंक खातों पर रोक लगाए जाने को जिम्मेदार ठहराया है। किंगफिशर एअरलाइंस की सेवाएं सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी प्रभावित रहीं। देशभर में कई बड़े शहरों से उड़ान भरने वाली किंगफिशर की करीब 45 उड़ानें रद्द की गईं। कंपनी के 34 पायलट इस्तीफा दे चुके हैं। इसके साथ बड़ी संख्या में अनुबंध पर तैनात कर्मचारियों को एअरलाइन ने नौकरी से हटाने का नोटिस जारी कर दिया है। इस बीच सरकार ने किंगफिशर को आर्थिक मदद देने से मना कर दिया है। कंपनी के मालिक विजय माल्या ने इससे इनकार किया है कि किंगफिशर बंद होगी। पिछले वित्त वर्ष में एयरलाइन को 1027 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। एअरलाइन पर कुल कर्ज 7057.08 करोड़ का है। नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने कहा कि सरकार किंगफिशर को कोई आर्थिक मदद मुहैया नहीं करने जा रही है। उन्होंने कहा, 'हाल में सरकार ने एअरलाइन के बैंक खाते जब्त कर लिए हैं। इसलिए हमारी पहली चिंता यह है कि मौजूदा उड़ानों में सवारियों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो। इसके बाद देखते हैं कि वे क्या जवाब देते हैं। डीजीसीए इसकी जांच कर रहा है।' किंगफिशर शुक्रवार रात से रद्द हुई उड़ानों के बारे में रविवार रात तक डीजीसीए को सूचित नहीं कर सकी थी। एअरलाइन के कर्मचारी बकाया वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए। इससे कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा। विजय माल्या ने कहा है कि किंगफिशर एअरलाइन बंद नहीं होगी। उन्होंने कहा कि 'जब तक हमें मदद मिलती है हम उम्मीद क्यों छोड़ें। यहां मदद के मायने बेलआउट पैकेज नहीं है। हमने बैंकों से आग्रह किया है कि वे हमें और कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराएं।' माल्या ने कहा कि, किंगफिशर ने सरकार से कभी बेलआउट नहीं मांगा। उन्होंने दावा किया कि उड़ानें आयकर विभाग द्वारा बैंक खाते सील किए जाने के कारण रद्द हुई हैं। किंगफिशर की उड़ानें रद्द होने का फायदा अन्य एअरलाइनें उठाने में लग गई हैं। इन्होंने पिछले कुछ दिनों में व्यस्ततम हवाई मार्गों पर किराया करीब 10 से 25 प्रतिशत बढ़ा दिया है। ट्रैवल एजेंट्स के मुताबिक यात्रियों को अपने टिकट फिर से बुक कराने के लिए दो से तीन हजार रुपए ज्यादा खर्च करने पड़ रहे हैं। 
 

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