नयी दिल्ली : पूर्व टीम अन्ना के सदस्य कोल ब्लाक आवंटन के मुद्दे पर कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) प्रमुख नितिन गडकरी के आवासों का घेराव करेंगे, हालांकि उस टीम की अहम सदस्य रह चुकीं किरण बेदी ने मुख्य विपक्षी पार्टी को निशाना बनाने का विरोध जताया है.किरण बेदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैं जंतर-मंतर पर रैली के अरविंद के आह्वान का पूरा समर्थ करती हूं. हालांकि मेरा मानना है कि हमें सत्तारुढ पार्टी पर निशाना साधना चाहिये, मैं उनके और अन्य लोगों के विचार का सम्मान करती हूं.उन्होंने लिखा, ‘‘यह ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चे का वक्त है. अगर हम बिखरे रहे तो भ्रष्ट लोग खुद को बचाने के लिये सत्ता में बने रहेंगे.’’ इस घेराव के बारे में केजरीवाल ने कहा, ‘‘कांग्रेस और भाजपा ने साथ मिलकर कोयला घोटाले में एक लाख 86 हजार करोड रुपये लूटे..’’‘इंडिया अगेंस्ट करपशन’ के बैनर तले ये लोग छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवासों का भी घेराव करेंगे.गौरतलब है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ भाजपा शासित प्रदेश हैं, जबकि ओडिशा में बीजद (बीजू जनता दल) सत्ता में है.विपक्षी पार्टियों की सत्ता वाले राज्यों में घेराव करने का फैसला आज किया गया जबकि गृरुवार को सिर्फ प्रधानमंत्री और गडकरी के आवासों के घेराव की बात कही गयी थी
उन्होंने लिखा, ‘‘यह ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चे का वक्त है. अगर हम बिखरे रहे तो भ्रष्ट लोग खुद को बचाने के लिये सत्ता में बने रहेंगे.’’ इस घेराव के बारे में केजरीवाल ने कहा, ‘‘कांग्रेस और भाजपा ने साथ मिलकर कोयला घोटाले में एक लाख 86 हजार करोड रुपये लूटे.प्रधानमंत्री और नितिन गडकरी के आवासों का घेराव होगा. 26 अगस्त को सुबह 10 बजे जंतर-मंतर पर इकट्ठा हों.’’ दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्होंने प्रदर्शन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिये पर्याप्त एहतियाती कदम उठाये गये हैं.किरन बेदी और केजरीवाल में मतभेद पहली बार सामने नहीं आएं है. पॉलिटिकल पार्टी बनाने के फैसले पर भी किरन बेदी ने अलग राय जाहिर की थी. किरन बेदी पॉलिटिकल पार्टी बनाए जाने के खिलाफ थीं.
उन्होंने बाद में साफ भी किया था कि न तो पार्टी का हिस्सा रहेंगी और ना ही चुनाव लड़ेंगी. इस घेराव के एहतियाती कदम के तहत कल सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक छह मेट्रो स्टेशन केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, पटेल चौक, रेस कोर्स, जोर बाग और खान मार्केट बंद रहेंगे.ये सभी स्टेशन मनमोहन और गडकरी के आवासों के आस-पास हैं. इस पर केजरीवाल ने कहा, ‘‘क्या भाजपा और कांग्रेस की रैलियों के दौरान भी मेट्रो स्टेशन बंद रहते हैं? क्या इसका मतलब है कि पार्टियों और राजनेताओं से कोई खतरा नहीं है लेकिन इस देश के लोग देश के लिये खतरा हैं?’’बेदी ने कहा कि लोगों को जंतर-मंतर आने में परेशानी पैदा करने के लिये मेट्रो स्टेशन बंद करना ‘पूरी तरह गैरलोकतांत्रिक’ है.
ver good . aapki post padhi . bahut achachha laga.
ReplyDeleteaap bihar me bhi msa ka network banaye humlog pura sahyog karenge
Ram Balak Roy
26.Augest .2012 morning
8.00 am