उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा के चलते हुए भूस्खलन और बाढ़ के कारण अग्निशमन सेवा के तीन जवानों सहित छह लोगों की मौत हो गयी और मकानों को नुकसान पहुंचा है। वर्षा के कारण चारधाम यात्रा के सैकड़ों तीर्थयात्री फंस गये हैं। मौसम विभाग द्वारा भारी वर्षा की चेतावनी जारी किये जाने के बाद राज्य में सरकार ने हाई एलर्ट जारी कर दिया गया है। वर्षा के कारण गढ़वाल मंडल के इलाकों को काफी नुकसान पहुंचा है। आपदा प्रबंधक एवं राहत केन्द्र (डीएमएमसी) के सूत्रों ने यहां पर बताया कि आज सुबह चमोली जिले के कर्णप्रयाग में एक मकान के गिर जाने के कारण दो बच्चों की मौत हो गयी। जिले के पोखरी इलाके में एक और बच्चा बाढ़ के पानी में बह गया। वहां पर भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ की ओर जाने वाला राजमार्ग बंद है।
ताजा भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ जाने वाले तीर्थयात्री पातालगंगा, लाम्बागर और बिराही के विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
उत्तरकाशी जिले में, बाढ़ के कारण कई निचले इलाकों में पानी भर गया है जिससे जिले में तबाही का आलम है।
गंगोत्री इलाके में अग्निशमन सेवा के कम से कम तीन जवानों की मौत हो गयी है जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री को जाने वाली चार धाम यात्रा आज लगातार दूसरे दिन भी स्थगित रही।
उत्तरकाशी के गंगोत्री इलाके में भागीरथी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। बाढ़ के पानी में लगभग 30 मकान बह गये हैं और गंगोत्री पुल भी टूट गया है।
राज्य के आपदा प्रबंधक मंत्री यशपाल आर्या ने बताया कि हमें सूचना मिली है कि गंगोत्री में अग्निशमन सेवा के तीन जवानों की मौत हो गयी है। सूत्रों ने बताया कि केदारनाथ मंदिर की यात्रा भी स्थगित कर दी गयी है।
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और संबंधित अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य शुरू करने के लिए कहा है। बहुगुणा ने संबंधित अधिकारियों से मंदिर की ओर जाने वाली सड़कों को फिर से यातायात लायक बनाने के लिए कहा है जिससे फंसे हुए यात्री अपने गंतब्य स्थान जा सकें।
उन्होंने सचिवालय में विशेष चारधाम इकाई गठित करने के लिए कहा है जो उन्हें गढ़वाल इलाके के स्थिति के बारे में रोजाना रिपोर्ट भेजेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार असहाय यात्रियों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री मुहैया कराएगा।
ताजा भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ जाने वाले तीर्थयात्री पातालगंगा, लाम्बागर और बिराही के विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
उत्तरकाशी जिले में, बाढ़ के कारण कई निचले इलाकों में पानी भर गया है जिससे जिले में तबाही का आलम है।
गंगोत्री इलाके में अग्निशमन सेवा के कम से कम तीन जवानों की मौत हो गयी है जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री को जाने वाली चार धाम यात्रा आज लगातार दूसरे दिन भी स्थगित रही।
उत्तरकाशी के गंगोत्री इलाके में भागीरथी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। बाढ़ के पानी में लगभग 30 मकान बह गये हैं और गंगोत्री पुल भी टूट गया है।
राज्य के आपदा प्रबंधक मंत्री यशपाल आर्या ने बताया कि हमें सूचना मिली है कि गंगोत्री में अग्निशमन सेवा के तीन जवानों की मौत हो गयी है। सूत्रों ने बताया कि केदारनाथ मंदिर की यात्रा भी स्थगित कर दी गयी है।
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और संबंधित अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य शुरू करने के लिए कहा है। बहुगुणा ने संबंधित अधिकारियों से मंदिर की ओर जाने वाली सड़कों को फिर से यातायात लायक बनाने के लिए कहा है जिससे फंसे हुए यात्री अपने गंतब्य स्थान जा सकें।
उन्होंने सचिवालय में विशेष चारधाम इकाई गठित करने के लिए कहा है जो उन्हें गढ़वाल इलाके के स्थिति के बारे में रोजाना रिपोर्ट भेजेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार असहाय यात्रियों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री मुहैया कराएगा।
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