Saturday, August 4, 2012

बारिश व बादल फटने से भारी तबाही


Heavy rains create havoc in U'Khand, Chardham Yatra suspended देहरादून/नई दिल्ली। उत्तराखंड में बादल फटने व बाढ़ से करीब 31 लोगों की मौत हो गई है और करीब 100 लोग लापता है। वहीं, हिमाचल में मनाली के पलचान में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई।
गौरतलब है कि शुक्रवार की रात असी गंगा और भागीरथी में बादल फटने से आई बाढ़ ने भटवाड़ी व गंगोरी सहित डुण्डा व उत्तरकाशी में जमकर तबाही मचाई। भागीरथी और अस्सी गंगा नदियों का जलस्तर बढ़ने से अफरातफरी मच गई। प्रशासन ने अलग-अलग स्थानों पर 26 लोगों के बहने की पुष्टि की है। बाढ़ की चपेट में आने से 200 से अधिक मकान बह गये वहीं, पुलिस-प्रशासन ने देर रात उत्तरकाशी शहर की जोशियाड़ा बस्ती में 300 से अधिक परिवारों को इंटर कालेज और कलक्ट्रेट परिसर में शिफ्ट कर दिया।
उधर, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगोरी में बना पुल ध्वस्त हो गया है। प्रशासन ने उत्तरकाशी क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। चमोली जनपद के कर्णप्रयाग में तेज बारिश के चलते देर रात एक मकान ढहने से दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि, माता-पिता घायल हो गए। जोशीमठ में धौली गंगा पर बन रही तपोवन-विष्णुगाड जल-विद्युत परियोजना का काफर डैम क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं, पौड़ी जनपद के श्रीनगर स्थित धारी देवी में बनी झील का जलस्तर बढऩे से धारी गाव को जोडऩे वाला पुल टूट गया। वहीं भूस्खलन से चारधाम यात्रा बाधित हो गई है। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ा के साथ हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
सरकार ने गंगा के आस-पास के क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस [आईटीबीपी] और सेना के जवानों को राहत कार्य में लगाया गया है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम जारी है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा भी रोक दी गई है। यह भी पता चला है कि पूरे उत्तरकाशी में बिजली गुल है तथा संचार व्यवस्था ठप पड़ गई है। गंगोत्री हाइवे पर गंगोरी पुल टूट गया है।

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