नई दिल्ली।। नॉर्दन, नॉर्दन-ईस्टर्न और ईस्टर्न ग्रिड फेल होने से देश को अंधेरे में डूबे एक दिन भी नहीं बीता है और कुछ राज्य सबक सीखने को तैयार नहीं हैं। बुधवार को चार राज्यों और देश की राजधानी दिल्ली ने कोटे से अधिक बिजली खींचकर एक बार फिर मुश्किल बढ़ाने का काम किया। बुधवार को चार उत्तरी राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और राजधानी दिल्ली ने नॉर्दर्न ग्रिड से कोटे से ज्यादा बिजली खींचना जारी रखा। इससे ग्रिड फेल होने की नौबत आते-आते बची। दोपहर तीन बजे तक पंजाब ने कोटे से 800 मेगावाट बिजली ज्यादा खींच ली थी। उधर, पावर मिनिस्टर से होम मिनिस्टर बनाए जाने को लेकर आलोचना झेल रहे सुशील कुमार शिंदे बिजली संकट पर तारीफ चाहते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात की तारीफ करनी चाहिए कि बिजली सप्लाई कुछ ही घंटों में बहाल कर दी गई। शिंदे ने रिपोर्टर्स से कहा, 'हमें कुछ ही घंटों में बिजली मिल गई। जिस तरह ग्रिड में काम हुआ उसकी लोगों को तारीफ करनी चाहिए।' पिछले दो दिन में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बिजली ग्रिड ठप हुआ, जिससे दिल्ली समेत 19 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में बिजली गुल हुई।
बिजली की स्थिति सामान्य होने से पहले ही सरकार ने शिंदे को पी. चिदंबरम की जगह होम मिनिस्टर बनाने की घोषणा कर दी। चिदंबरम करीब चार साल बाद फाइनैंस मिनिस्ट्री में लौटे हैं।
शिंदे ने कहा कि उन्होंने बिजली संकट पर रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को सौंप दी। उन्होंने कहा, 'मैंने पीएमओ को बताया कि अमेरिका में बिजली चार दिन तक नहीं आती, जबकि हमने यहां कुछ ही घंटों में सामान्य स्थिति बहाल कर दी।'
सोमवार तड़के गुल हुई बिजली की सप्लाई करीब 20 घंटे में बहाल हो पाई। शिंदे ने इससे पहले कहा था कि 2003 में अमेरिका के कुछ प्रांतों में बिजली गुल हुई थी जिसे बहाल करने में चार दिन लग गए थे, जबकि यहां पावर ग्रिड के इंजिनियरों ने कुछ ही घंटों में हालात सामान्य कर दिए।
शिंदे ने कहा कि उन्होंने बिजली संकट पर रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को सौंप दी। उन्होंने कहा, 'मैंने पीएमओ को बताया कि अमेरिका में बिजली चार दिन तक नहीं आती, जबकि हमने यहां कुछ ही घंटों में सामान्य स्थिति बहाल कर दी।'
सोमवार तड़के गुल हुई बिजली की सप्लाई करीब 20 घंटे में बहाल हो पाई। शिंदे ने इससे पहले कहा था कि 2003 में अमेरिका के कुछ प्रांतों में बिजली गुल हुई थी जिसे बहाल करने में चार दिन लग गए थे, जबकि यहां पावर ग्रिड के इंजिनियरों ने कुछ ही घंटों में हालात सामान्य कर दिए।
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