'सचिन ने किया नई पारी का आगाज'
'शपथ लेते समय फिसली जुबान'
नई दिल्ली.मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर
आज अपनी जिंदगी की तीसरी पारी शुरू कर रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने क्रिकेट से
दोस्ती की, इसके बाद अंजलि से प्यार और शादी, फिर अब राजनीति में एंट्री। सचिन अबतक अपनी पहली दोनों पारियों में कामयाब
रहे हैं। प्रशंसकों को उम्मीद है कि तीसरी इनिंग्स में भी सचिन का जलवा होगा। सचिन तेंडुलकर ने राज्यसभा चेयरमैन हामिद अंसारी से उनके कक्ष में
बतौर सांसद शपथ ग्रहण किया। उन्होंने आग्रह किया था कि वह मीडिया की नजरों
में आए बिना शपथ लेना चाहते हैं। इसलिए उन्हें तब शपथ दिलाई गई, जब संसद का सत्र नहीं चल रहा है। सचिन के साथ उनकी पत्नी अंजलि भी थीं।
सचिन ने हिंदी में शपथ ली। हालांकि शपथ पत्र पढ़ते समय उनकी जुबान थोड़ी लड़खड़ाई, लेकिन हिंदी में शपथ लेकर शायद उन्होंने कोई अलग संदेश देने की कोशिश की। सरकार ने सचिन तेंडुलकर का नाम राज्यसभा की सदस्यता के लिए मनोनीत किया था। सचिन को मई में ही शपथ लेना था, लेकिन तब वह आईपीएल में व्यस्त थे। आइए एक नजर डालते हैं सचिन तेंडुलकर की कुछ उपलब्धियों पर जिन के कारण उन्हें यह सम्मान मिला...
सचिन तेंडुलकर ने क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विश्वभर में देश का नाम रोशन किया है। क्रिकेट इतिहास में 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाने वाले वो पहले बल्लेबाज हैं। सचिन ने पिछले साल एशिया कप के दौरान बांग्लादेश के विरुद्ध मैच में इस उपलब्धि को हासिल किया था।
सचिन तेंडुलकर ने खेल के दोनों प्रारूपों में सर्वाधिक रन बनाने का कारनामा किया है। तेंडुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 55.44 की औसत से सर्वाधिक 15470 रन बनाए हैं। इसमें 51 शतक और 65 अर्धशतक शामिल हैं।
वनडे की बात करें तो अबतक खेले 463 (यह भी एक रिकॉर्ड है) में 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए हैं। सचिन ने वनडे में 49 शतक और 96 अर्धशतक लगाए हैं। सचिन वनडे में 195 छक्के और 140 चौके भी लगा चुके हैं।
क्रिकेट के बाहर सचिन ने अपने विनम्र स्वभाव से अंग्रेजों को भी अपना मुरीद कर रखा है। सचिन की उपलब्धियों को देखते हुए लंदन के प्रतिष्ठित मेरिलबॉन क्रिकेट क्लब ने सचिन को आजीवन सदस्यता प्रदान कर रखी है। इसके अलावा टेनिस ग्रेंड स्लेम विंबलडन में सचिन को हर साल खास आमंत्रण मिलता है।
सचिन ने हिंदी में शपथ ली। हालांकि शपथ पत्र पढ़ते समय उनकी जुबान थोड़ी लड़खड़ाई, लेकिन हिंदी में शपथ लेकर शायद उन्होंने कोई अलग संदेश देने की कोशिश की। सरकार ने सचिन तेंडुलकर का नाम राज्यसभा की सदस्यता के लिए मनोनीत किया था। सचिन को मई में ही शपथ लेना था, लेकिन तब वह आईपीएल में व्यस्त थे। आइए एक नजर डालते हैं सचिन तेंडुलकर की कुछ उपलब्धियों पर जिन के कारण उन्हें यह सम्मान मिला...
सचिन तेंडुलकर ने क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विश्वभर में देश का नाम रोशन किया है। क्रिकेट इतिहास में 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाने वाले वो पहले बल्लेबाज हैं। सचिन ने पिछले साल एशिया कप के दौरान बांग्लादेश के विरुद्ध मैच में इस उपलब्धि को हासिल किया था।
सचिन तेंडुलकर ने खेल के दोनों प्रारूपों में सर्वाधिक रन बनाने का कारनामा किया है। तेंडुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 55.44 की औसत से सर्वाधिक 15470 रन बनाए हैं। इसमें 51 शतक और 65 अर्धशतक शामिल हैं।
वनडे की बात करें तो अबतक खेले 463 (यह भी एक रिकॉर्ड है) में 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए हैं। सचिन ने वनडे में 49 शतक और 96 अर्धशतक लगाए हैं। सचिन वनडे में 195 छक्के और 140 चौके भी लगा चुके हैं।
क्रिकेट के बाहर सचिन ने अपने विनम्र स्वभाव से अंग्रेजों को भी अपना मुरीद कर रखा है। सचिन की उपलब्धियों को देखते हुए लंदन के प्रतिष्ठित मेरिलबॉन क्रिकेट क्लब ने सचिन को आजीवन सदस्यता प्रदान कर रखी है। इसके अलावा टेनिस ग्रेंड स्लेम विंबलडन में सचिन को हर साल खास आमंत्रण मिलता है।
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