डिंपल खोलेगी अपने संसदीय क्षेत्र में
इंजीनियरिंग काँलेज
उत्तर प्रदेश
के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज की सांसद डिंपल यादव के क्षेत्र
में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की तैयारी है। इस कॉलेज में आईआईटी जैसी
सुविधाएं होंगी। इसी तरह नक्सल प्रभावित जिलों के बच्चों को तकनीकी शिक्षा देने
के लिए सोनभद्र में भी एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की योजना है। प्राविधिक
शिक्षा विभाग में नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का प्रावधान भी कर दिया गया है लेकिन
इसमें स्थान का जिक्र नहीं किया गया है। इसके अलावा सरकार पहले ही यह वादा कर चुकी है कि प्रत्येक
मंडलों में एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज होंगे ताकि यूपी के छात्रों को दूसरे
राज्य में न जाना पड़े। फिलहाल कन्नौज और सौनभद्र में खुलने वाले दोनों
इंजीनियरिंग कॉलेजों को मिलाकर सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 12 पहुंच जाएगी। गौरतलब है कि सपा ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार बनने
के बाद टेक्निकल एजूकेशन को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय किए
जाएंगे। सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ने इस संबंध में मुख्य सचिव ने सभी
विभागाध्यक्षों से घोषणा पत्र के मुताबिक प्रस्ताव मांगा था। प्राविधिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर एक
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का प्रस्ताव भेजा है। पहले चरण में कन्नौज और
सोनभद्र में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाएंगे। प्रत्येक कॉलेज में शुरुआती
दौर में 220 सीटें होंगी। प्रदेश में शुरुआती दौर में सिर्फ चार
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज थे। बाद में दो और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज खुले। बसपा
के शासनकाल में चार नए सरकारी इंजीनियिरिंग कॉलेज खोलने का निर्णय किया गया। इसमें
आजमगढ़ और अंबेडकरनगर में मान्यवर कांशीराम इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ इन्फॉर्मेशन
टेक्नोलॉजी, बिजनौर
व जालौन में भीमराव अंबेडकर इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के लिए
बिल्डिंग निर्माण का काम चल रहा है।
इसके अलावा
इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) लखनऊ, एचबीटीआई कानपुर, कमला नेहरू इंस्टीट्यूट
इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सुल्तानपुर, मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग
कॉलेज गोरखपुर, बुंदेलखंड इंस्टीट्यूट इंजीनियरिंग एंड
टेक्नोलॉजी झांसी और उत्तर प्रदेश टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी कानपुर है।
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