इस्तीफे के बाद बीरभ्रद्र ने किया विधानसभा चुनाव जीतने का दावा'
नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के मामले में फंसे हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री
वीरभद्र सिंह ने आज केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। प्रधानमंत्री
मनमोहन सिंह से उनके आवास पर मुलाकात के बाद वीरभद्र सिंह ने इस्तीफा सौंपा जिसे
मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया है। इस्तीफा देने के बाद अपने आवास
पर पत्रकारों से बातचीत में वीरभद्र ने कहा कि वो 50 साल
से राजनीति में है लेकिन किसी ने उनपर उंगली नहीं उठाई। वीरभद्र
ने कहा कि सरकार को परेशानी न हो इसलिए उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया
है। 24 साल पुराने मामले में सामने आई रिकॉर्डिंग वीरभद्र
सिंह के लिए मुसीबत साबित हुई लेकिन वो इसे कट और पेस्ट किया हुआ काम बता रहे हैं।
वीरभद्र ने सीडी की प्रमाणिकता पर ही सवाल खड़े कर दिए। इस्तीफा देने के बाद काफी निराश दिखाई दे रहे वीरभद्र सिंह ने इसे
हिमाचल की प्रतिष्ठा के साथ जोड़ने की कोशिश भी की। वीरभद्र ने कहा कि विपक्ष जो
चाहता है करे लेकिन मैं कानूनी लड़ाई लड़ूंगा। मुझे हिमाचल की कानून व्यवस्था में
पूरा विश्वास है।पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि वीरभद्र फिर से राज्य की राजनीति की
ओर रुख कर सकते हैं। इस संबंध में बीते दिनों उन्होंने राज्य के कांग्रेसी
विधायकों के साथ बैठक भी की थी। आज फिर बातों बातों में वीरभद्र ने राज्य के होने
वाले चुनावों पर निशाना साध ही दिया और कहा कि इसमें हमारी जीत की संभावना और भी
पुख्ता हुई है।
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