अबू हमजा को नही जानता पाक : रहमान मलिक
पाकिस्तान ने
26/11 को हुए मुंबई हमले में पाक
खुफिया एजेंसी आईएसआई के शामिल होने की खबर का खंडन किया है। साथ ही दिल्ली पुलिस
द्वारा गिरफ्तार किए गए अबू हमजा उर्फ रियासत अली उर्फ अबू जिंदाल के बारे में
किसी भी तरह की जानकारी होने से इंकार किया है। पाक के आंतरिक मामलों के मंत्री और
प्रधानमंत्री के सलाहकार रहमान मलिक ने प्रेस वार्ता में कहा कि भारत की ओर से
सौंपे गए मोस्ट वांटेड लिस्ट में हमजा नाम के दो-दो व्यक्ति का नाम है। ऐसे में
भारत पहले ये बताए की गिरफ्तार हुआ हमजा कौन है? रहमान मलिक ने कहा कि लोग पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई को बदनाम करना
चाहते हैं, जबकि यह सरकार की ओर से वैद्य
जांच एजेंसी है। आईएसआई हमारे देश की सबसे अच्छी एजेंसी है, हमें इसपर गर्व है। उन्होंने
कहा कि अगर कोई आईएसआई को बदनाम करने का प्रयास करेगा तो पाकिस्तान इसे बर्दाश्त
नहीं करेगा। उल्लेखनीय है कि 21 जून को दिल्ली पुलिस द्वारा
गिरफ्तार हुआ आतंकी अबू हमजा उर्फ रियासत अली उर्फ अबू जिंदाल ने पूछताछ में कबूल
किया है कि 26/11 को हुए हमले के दौरान वह कराची में बैठकर
हमलावरों को हैंडल कर रहा था। उसने बताया कि कराची स्थित कंट्रोल रूम में आईएसआई
का एक अधिकारी भी मौजूद था। हमजा ने यह भी कबूला है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी
इन्टर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के अधिकारियों को मुंबई हमले की पहले से पूरी
जानकारी थी। इससे पहले संदिग्ध आतंकवादी
अबू हमजा की भारत में गिरफ्तारी से 26/11 के मुंबई हमले में पाकिस्तान
की भूमिका उजागर होने की बात कहते हुए एक अमेरिकी विशेषज्ञ ने पाकिस्तानी सरकार से
इस आतंकवादी घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। कंजरवेटिव थिंक टैंक हेरिटेज
फाउंडेशन की दक्षिण एशिया मामलों की वरिष्ठ शोधार्थी लीसा कर्टिस ने लिखा कि जिंदल
ने कथिततौर पर स्वीकार किया है कि उसने जिस कमरे से आतंकवादियों को निर्देश दिए थे, उस कमरे में पाकिस्तानी
खुफिया अधिकारी मौजूद थे। इस बीच अमेरिकी विदेश
मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने मंगलवार को मुम्बई हमले के
साजिशकर्ताओं को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों को अमेरिकी सहयोग देने की बात
दोहराई थी। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी है कि मुम्बई में हुए 2008 के आतंकवादी हमले के एक
संदिग्ध साजिशकर्ता की गिरफ्तारी हुई है। हम चाहते हैं कि सभी संदिग्धों की गिरफ्तारी हो, उन पर मुकदमे चलें और उन्हें
सजा मिले। हम इसके लिए सहयोग करने के लिए तैयार हैं। नूलैंड ने कहा कि मुम्बई हमले
में उनके देश के छह नागरिक भी मारे गए थे।
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