“सरबजीत सिंह को आतंकवादी
ठहराया”
इस्लामाबाद.पाकिस्तान में 30 साल जेल में गुजारने के बाद
गुरुवार को भारत लौटे सुरजीत सिंह का एक बयान सरबजीत की रिहाई की उम्मीद पर भारी
पड़ सकता है। पाकिस्तानी मीडिया ने सुरजीत सिंह के हवाले से उनका एक अजीब-ओ-गरीब
बयान छापा है कि सरबजीत सिंह आतंकवादी है और भारत और पाकिस्तान आतंकवादियों को
आजाद नहीं करते हैं। सुरजीत को बयान का हवाला देते हुए 'द न्यूज'
के वेब एडिशन और जियो टीवी की वेबसाइट पर छपी खबरों में कहा गया
है कि सरबजीत सिंह आतंकवादी है और आतंकवादियों को न भारत छोड़ता है और न पाकिस्तान। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक
सुरजीत सिंह ने कहा, 'पाकिस्तानी जेलों में भारतीयों कैदियों की
अच्छे से देखभाल होती है, लेकिन सरबजीत
सिंह का रिहाई का मसला बहुत मुश्किल है।' पाकिस्तान के अखबार 'द ट्रिब्यून' में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की
रिहाई की खबर आने के बाद जमात-ए-इस्लामी ने पाकिस्तानी सरकार पर दबाव बनाया और
सरकार को कमजोर कहा। जमात-ए-इस्लामी का तर्क था कि बम धमाके के आरोपी सरबजीत को
सरकार माफ नहीं कर सकती। इस्लामी कानून के मुताबिक सरबजीत को माफ करने का हक सिर्फ
उन 14 लोगों के परिवारों को है, जिनकी जान बम धमाके
में गई। पाकिस्तान सरबजीत को आतंकवादी करार दे चुका है जबकि भारत का कहना है कि
सरबजीत सिंह रास्ता भटक कर पाकिस्तान में दाखिल हो गया था। गौरतलब है कि मंगलवार को मीडिया रिपोर्टों
में कहा गया था कि पाकिस्तान सरकार ने सरबजीत सिंह की फांसी की सजा को उम्रकैद में
बदल दिया है और उसकी जल्द रिहाई का रास्ता साफ हो सकता है। हालांकि देर रात को
पाकिस्तानी राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में साफ किया कि रिहाई सरबजीत
की नहीं बल्कि सुरजीत सिंह की हो रही है। सुरजीत सिंह ने भी भारत
पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि उनकी ही रिहाई के आदेश दिए गए थे, लेकिन नाम उर्दू में लिखा होने के कारण
अधिकारियों को गलतफहमी हो गई। सुरजीत सिंह ने यह भी कहा था कि सरबजीत सिंह जेल में
बिलकुल ठीक हैं और वह उनकी रिहाई के लिए प्रयास करेंगे।
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