नववर्ष के अवसर पर राष्ट्र को दिए भाषण में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार एक व्यापक समस्या है जिससे बहु आयामी उपायों से ही निपटा जा सकता है।सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि वो व्यक्तिगत स्तर पर काम करके सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को कम करने और प्रभावी सरकार कायम करने के लिए काम करेंगे।प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए लोकपाल और लोकायुक्त मजबूत कानून साबित होते। सरकार मजबूत लोकपाल लाने के लिए प्रतिबद्ध थी, लोकपाल बिल का राज्यसभा से पास न होना दुर्भाग्यपूर्ण है।मनमोहन सिंह ने कहा कि हमने भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं और इनका परीणाम आने में समय लगेगा इसलिए हमे संयम कायम रखना चाहिए।प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर चिंता केंद्र में है लेकिन हमें नई चुनौतियां पर भी चिंतन करना चाहिए।आर्थिक चुनौतियों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देश की आर्थिक स्थिरता को लेकर चिंता में हूं। पिछले तीन सालों में देश का वित्तिय घाटा बढ़ा है।लोकपाल कानून पर तमाम राजनीतिक उठापटक के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह साल के अंतिम दिन अहम संदेश दिया। उन्होंने कहा कि देश में लोकपाल और लोकायुक्त की सख्त जरूरत है। करप्शन को कम करने में इनकी अहम भूमिका होगी। हालांकि , उन्होंने कहा कि करप्शन को जड़ से खत्म करने में अभी वक्त लगेगा। इसके लिए सिर्फ लोकपाल कानून की नहीं अन्य कानूनों की भी जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि हम मजबूत लोकपाल कानून लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गौरतलब है कि इसके पहले गृहमंत्री पी. चिंदबरम सरकार का बचाव करते हुए कहा कि हमारे पास आधी रात को लोकपाल बिल के मामले को सुलझाने का और कोई रास्ता नहीं था। उन्होंने कहा कि एकमात्र दूरदर्शी तरीका यही था कि लोकपाल पर बहस को अधूरा रखा जाए , ताकि बजट सत्र में इस पर चर्चा की जा सके। गृहमंत्री ने विश्वास जताया है कि सरकार बजट सेशन के पहले तृणमूल कांग्रेस को लोकपाल पर अपने साथ कर लेगी। लोकपाल विधेयक पर विपक्ष के हमले के बीच कांग्रेस ने कहा कि यह जल्द ही वापस आएगा। पार्टी का कहना है कि यह बिल न तो मरा है न ही यह आईसीयू में है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यह बयान राहुल गांधी की उस टिप्पणी के बाद दिया , जिसमें उन्होंने संवैधानिक दर्जे के साथ सशक्त लोकपाल विधेयक लाने तक आराम न करने का वादा किया था। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक रैली में राहुल ने लोकपाल को संवैधानिक दर्जा नहीं मिल पाने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा कि यह महज उनका नहीं बल्कि पूरी दे
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