लगता है कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने अब सीधे अन्ना की चुनौती का सामना करने का मन बना लिया है . इस कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सुबह सभी एम् पी की एक मीटिंग बुलाई और सब को आपसी मत भेद भुलाकर सरकार के प्रस्तावित लोकपाल विधेयक को पूरा समर्थन देने की बात कही . सोनिया गाँधी ने कांग्रेस एम् पी को संबोधित करते हुए कहा कि कहा है कि अन्ना हजारे को इसे स्वीकार करना चाहिए। सभी कांग्रेस एम् पी इसके पक्ष में अपने अपने इलाके में जाकर जनता के समक्ष सरकारी पक्ष रखे..
आज कांग्रेस अध्यक्ष ने जिस तरह के तेवर दिखाए उससे ये स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस को कोई टोनिक मिल गया है कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में आ रहे रुझानो ने कंग्रस को टोनिक देने का काम किया है . कल ही सपा नेता मुलायम का उत्तर प्रदेश बटवारे पर सरकार के पक्ष में खड़े होना भी सरकार को टोनिक देने वाला है . रुझान मुलायम के पक्ष में हैं और मुलायम को सरकार बनाने में कांग्रेस कि धरकार होगी . उत्तर प्रदेश में अन्ना फक्टर काम नहीं कर रहा है . दूसरा अन्ना का मुंबई में अनशन करना भी कांग्रेस के पक्ष में है वहाँ शिव सेना ही अन्ना को निपटने के लिया काफी है . जहा तक संसद कि बात है अगर वोटिंग होती है तो भी कांग्रेस विपक्ष पर भरी है .
कांग्रेस सबसे पहले अपना घर ठीक करना चाहती है इस कड़ी में आज शाम कांग्रेस अध्यक्ष ने अशोका होटल में कांग्रसी सांसदों के लिए खाने का इंतजाम किया है . कांग्रेस के सभी सांसदों के अलावा सभी वरिष्ट नेताओ को भी बुलाया गया है . गोरतलब है कि इस साल सितंबर में इलाज के लिए अमेरिका जाने के बाद पार्टी के सांसदों को पहली बार संबोधित करते हुए सरकार और पार्टी के बीच कोई मतभेद नहीं था। सोनिया ने सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, 'लोकपाल बिल बेहद अहम और मजबूत विधेयक है अन्ना को इसे स्वीकार करना चाहिए।' बाद में चुनिंदा पत्रकारों को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने अन्ना हजारे के नेतृत्व में सिविल सोसाइटी के सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा, 'यह आरपार की लड़ाई है...मैं लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहती हूं।' सोनिया गांधी ने टीम अन्ना के अलावा सरकार के ड्राफ्ट की आलोचना करने वालों को एक तरह से चुनौती देते हुए कहा, 'हम लोकपाल बिल के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हैं। मैं लोकपाल और महिलाओं के आरक्षण के लिए लड़ूंगी। बीजेपी को अभी यह स्वीकार करना बाकी है कि यूपीए के पास लोगों का भरोसा है। बीजेपी कांग्रेस पार्टी और सरकार के बीच मतभेद की अफवाहें फैला रही है।'
टीम अन्ना की अहम सदस्य किरण बेदी ने सोनिया गांधी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा है, 'बिल पाथ ब्रेकिंग नहीं, ब्रेकिंग द पाथ है। सोनिया जी का शुक्रिया!' सरकार के लोकपाल ड्राफ्ट को सोनिया गांधी का समर्थन मिलने के बाद टीम अन्ना ने खुले तौर पर अब विपक्ष की मदद मांगी है। किरण बेदी ने ट्वीट कर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से पूछा है, 'क्या आप काले धन के आंदोलन को टीम अन्ना के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से जोड़ना चाहेंगे?' एक अन्य ट्वीट में बेदी ने सुषमा स्वराज से कहा है, 'सरकार के नियंत्रण से सीबीआई को बाहर करने के लिए अब हम आपकी तरफ देख रहे हैं। क्या आप और जेटली ऐसा कानून दे पाएंगे? उम्मीद करती हूं कि आप फिर से ओजस्वी भाषण देंगी और सीबीआई को बचाने में कामयाब होंगी।'
आज कांग्रेस अध्यक्ष ने जिस तरह के तेवर दिखाए उससे ये स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस को कोई टोनिक मिल गया है कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में आ रहे रुझानो ने कंग्रस को टोनिक देने का काम किया है . कल ही सपा नेता मुलायम का उत्तर प्रदेश बटवारे पर सरकार के पक्ष में खड़े होना भी सरकार को टोनिक देने वाला है . रुझान मुलायम के पक्ष में हैं और मुलायम को सरकार बनाने में कांग्रेस कि धरकार होगी . उत्तर प्रदेश में अन्ना फक्टर काम नहीं कर रहा है . दूसरा अन्ना का मुंबई में अनशन करना भी कांग्रेस के पक्ष में है वहाँ शिव सेना ही अन्ना को निपटने के लिया काफी है . जहा तक संसद कि बात है अगर वोटिंग होती है तो भी कांग्रेस विपक्ष पर भरी है .
कांग्रेस सबसे पहले अपना घर ठीक करना चाहती है इस कड़ी में आज शाम कांग्रेस अध्यक्ष ने अशोका होटल में कांग्रसी सांसदों के लिए खाने का इंतजाम किया है . कांग्रेस के सभी सांसदों के अलावा सभी वरिष्ट नेताओ को भी बुलाया गया है . गोरतलब है कि इस साल सितंबर में इलाज के लिए अमेरिका जाने के बाद पार्टी के सांसदों को पहली बार संबोधित करते हुए सरकार और पार्टी के बीच कोई मतभेद नहीं था। सोनिया ने सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, 'लोकपाल बिल बेहद अहम और मजबूत विधेयक है अन्ना को इसे स्वीकार करना चाहिए।' बाद में चुनिंदा पत्रकारों को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने अन्ना हजारे के नेतृत्व में सिविल सोसाइटी के सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा, 'यह आरपार की लड़ाई है...मैं लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहती हूं।' सोनिया गांधी ने टीम अन्ना के अलावा सरकार के ड्राफ्ट की आलोचना करने वालों को एक तरह से चुनौती देते हुए कहा, 'हम लोकपाल बिल के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हैं। मैं लोकपाल और महिलाओं के आरक्षण के लिए लड़ूंगी। बीजेपी को अभी यह स्वीकार करना बाकी है कि यूपीए के पास लोगों का भरोसा है। बीजेपी कांग्रेस पार्टी और सरकार के बीच मतभेद की अफवाहें फैला रही है।'
टीम अन्ना की अहम सदस्य किरण बेदी ने सोनिया गांधी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा है, 'बिल पाथ ब्रेकिंग नहीं, ब्रेकिंग द पाथ है। सोनिया जी का शुक्रिया!' सरकार के लोकपाल ड्राफ्ट को सोनिया गांधी का समर्थन मिलने के बाद टीम अन्ना ने खुले तौर पर अब विपक्ष की मदद मांगी है। किरण बेदी ने ट्वीट कर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से पूछा है, 'क्या आप काले धन के आंदोलन को टीम अन्ना के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से जोड़ना चाहेंगे?' एक अन्य ट्वीट में बेदी ने सुषमा स्वराज से कहा है, 'सरकार के नियंत्रण से सीबीआई को बाहर करने के लिए अब हम आपकी तरफ देख रहे हैं। क्या आप और जेटली ऐसा कानून दे पाएंगे? उम्मीद करती हूं कि आप फिर से ओजस्वी भाषण देंगी और सीबीआई को बचाने में कामयाब होंगी।'
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