Tuesday, September 25, 2012

सीडब्ल्यूसी ने सरकार के आर्थिक सुधारों के निर्णय का समर्थन किया.

कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने  सरकार के आर्थिक सुधारों के निर्णय का समर्थन किया.सीडब्ल्यूसी ने कहा कि मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने व रुपये के गिरते मूल्य को देखते हुए ऐसा करना आवश्यक था.सीडब्ल्यूसी की मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह बात कही गई. बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम सहित 30 सदस्य शामिल हुए थे. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सीडब्ल्यूसी से कहा कि अर्थव्यवस्था जब तक मजबूत स्थिति में नहीं होगी, तब तक प्रमुख कल्याणकारी कार्यक्रम प्रभावी तरीके से लागू नहीं किये जा सकेंगे। सीडब्ल्यूसी ने एक प्रस्ताव पारित कर सरकार के आर्थिक सुधारों की पहल का अनुमोदन किया।सीडब्ल्यूसी की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री पी चिदंबरम, रक्षा मंत्री ए के एंटनी, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी समेत 30 सदस्य मौजूद थे।
 बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आर्थिक सुधार जरूरी कदम है और सरकार ने उस दिशा में पहल की है। द्विवेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सीडब्ल्यूसी से कहा कि सरकार के किसी कार्य में कोई कमी नहीं आएगी तथा गरीबों एवं समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए कार्य जारी रहेंगे। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यू) ने आर्थिक सुधार जारी रहने और महंगाई पर रोक लगाने की जरूरत को रेखांकित किया।उन्होंने कहा कि विकास, गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए किये जा रहे कार्यों में कोई बाधा नहीं आयेगी, जो कांग्रेस की नीति रही है। राहुल गांधी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर द्विवेदी ने बताया कि एक सदस्य ने जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव के बाद चुने गए लोगों को अधिकार नहीं दिये जाने का मुद्दा उठाया। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि हमें इस पर ध्यान देना चाहिए।  द्विवेदी ने  कहा कि अगर हम अपनी आर्थिक स्थिति को ठीक नहीं करेंगे, तब गरीबों, पिछड़ों और समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कल्याण योजनाओं को प्रभावी ढंग से आगे नहीं बढ़ा पायेंगे। चिदंबरम ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष आर्थिक सुधार के तीन कदमों का उल्लेख किया। वित्त मंत्री ने कहा कि देश में ज्यादा पैसा आए ताकि रुपये की कीमत नहीं घटे। उत्पादन बढ़े ताकि मुद्रास्फीति नहीं बढ़े और सब्सिडी पर रोक लगे। वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि दुनिया भर में जो आर्थिक हालात है, उससे भारत प्रभावित न न हो, इसके लिए आर्थिक सुधार जरूरी हैं। पहले भी ऐसी स्थितियां आईं लेकिन अपनी आर्थिक नीतियों के कारण भारत बचा रहा। 
    

    

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