Thursday, September 20, 2012

अन्ना अब बाबा रामदेव की शरण में

अन्ना हजारे फिर अपने पुराने रंग में वापस आ गए हैं यानि उनका संघ प्रेम फिर जाग उठा है .बुधवार की रात नई दिल्ली में गोल्फ लिंक स्थित बंगला नंबर 102 में अन्ना ने बाबा रामदेव से मुलाक़ात की है अन्ना और रामदेव को एक साथ लाने की मुहिम के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी एक कारोबारी का हाथ है वैसे यह बंगला फिलहाल एक साप्ताहिक अखबार के संपादक के नाम पर किराये पर है। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान पूर्व आर्मी चीफ जनरल वी.के. सिंह के भी मौजूद थे। 
अन्ना हजारे के रुख से अरविंद केजरीवाल को झटका लगा है. ये बात इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य और सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने खुद कही है.उन्होंने कहा, 'अन्ना के बयान से मुझे गहरा झटका लगा और बेहद हैरानी हुई है.'अरविंद ने कहा, 'अन्ना मेरे पिता समान हैं और वह मेरे दिल में हैं. वे मेरे गुरु हैं और हम राजनीतिक पार्टी संरचना उनके आदर्शों पर ही करेंगे.'भविष्य की रणनीति पर केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश से इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ता आ गए हैं जिनके साथ बैठक करके आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.इस बीच, अरविंद केजरीवाल की पूर्व सहयोगी किरण बेदी ने अरविंद केजरीवाल के पार्टी बनाने के फैसले पर हैरानी जताई हैं.किरण बेदी ने कहा, 'आप अरविंद केजरीवाल से ही पूछिए कि उन्होंने किस कारण से पार्टी बनाने का फैसला किया जबकि उन्होंने साफ कहा था कि अगर अन्ना राजी नहीं हुए तो पार्टी नहीं बनाई जाएगी. मैं तो अब भी अन्ना के साथ आंदोलन से जुड़ी हुई हूं.'गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के अगले स्वरूप को लेकर अन्ना हजारे और उनकी पूर्ववर्ती टीम की बुधवार को हुई बैठक विफल हो गई थी और हजारे ने टीम के टूटने की औपचारिक घोषणा कर दी थी.

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