Thursday, December 22, 2011


भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी के एक युग का अंत
पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर वसंत रंजन का निधन


पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर वसंत रंजन का गुरुवार को पुणे में निधन हो गया। रंजन कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। वह 74 साल के थे। रंजन के दो बेटे हैं जिनमें से एक सुभाष ने भी महाराष्ट्र की तरफ से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेली थी। महाराष्ट्र के पूर्व सलामी बल्लेबाज और नेशनल सिलेक्शन कमिटी के सदस्य सुरेंद्र भावे ने कहावह बीमार थे और उन्हें रूबी हॉल क्लिनिक में भर्ती कराया गया था जहां उनका निधन हुआ।'
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 जुलाई 1937 को जन्मे रंजन तब खेला करते थे जबकि भारतीय कप्तान और सिलेक्टर तेज गेंदबाजी को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया करते थे। उन्होंने1958 से 1964 के बीच केवल सात टेस्ट मैच खेले। इन मैच में उन्होंने 19 विकेट लिए। इसके अलावा उन्होंने 64 फर्स्ट क्लास मैचों में 175 विकेट हासिल किए थे।
उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच गैरी अलेक्जेंडर की वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ 1958 में कानपुर में खेला था। इस मैच में उन्होंने पहली पारी में 35 रन देकर एक विकेट लिया लेकिन दूसरी पारी में वह चोटिल होने के कारण गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। रंजन ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1961-62 की सीरीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में किया था। उन्होंने तब मैच की पहली पारी में 72 रन देकर चार विकेट लिए थे। इनमें कोनरॉड हंट, गैरी सोबर्स और फ्रैंक वारेल जैसे चोटी के बल्लेबाजों के विकेट शामिल थे

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