Saturday, February 18, 2012


भारत व चीन को ईरान से  दूर करना चाहता है :अमेरिका
वाशिंगटन. अमेरिका ने ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाने के बाद अब भारत, पाकिस्‍तान, रूस और चीन से भी ईरान से नाता तोड़ने का अनुरोध किया है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है। यह पूछे जाने पर कि कई देश अब भी ईरान से कारोबार जारी रखे हुए हैं, नूलैंड ने कहा, ‘हम मौजूदा अंतरराष्‍ट्रीय और राष्‍ट्रीय पाबंदियां लागू करने की अहमियत के बारे में इन देशों की सरकार से बातचीत कर रहे हैं।उन्‍होंने कहा कि अमेरिका ने इन देशों से ईरान से कच्‍चा तेल लेना बंद करने का अनुरोध किया है। यह एक प्रक्रिया के तहत हो रहा है और यह प्रक्रिया जारी है। ईरान को पाकिस्‍तान की ओर से मदद जारी रहने के बारे में पूछे जाने पर नूलैंड ने कहा कि यह चिंता की बात है। अमेरिका ने पाकिस्‍तान की सरकार से इस बारे में अपना रुख साफ किया है। गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार ने ईरान की प्राइमरी खुफिया एजेंसी, खुफिया और सुरक्षा मंत्रालय (एमओआईएस) के खिलाफ तीन अलग-अलग प्रतिबंध लगाए हैं। वहीं पाकिस्‍तान ने ईरान और पाकिस्‍तान के बीच बन रही गैस पाईपलाइन का काम नहीं रोकने की बात की है। पाकिस्‍तान ने ईरान को यह भी भरोसा दिया कि यदि अमेरिका ने ईरान पर हमला किया तो पाकिस्तान उसकी मदद नहीं करेगा। हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा था कि अमेरिका ईरान पर आर्थिक और कूटनीतिक दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है और इसके नतीजे भी जल्‍द दिखाई देंगे। नुलैंड का यह बयान अमेरिका द्वारा ईरान की गुप्तचर एजेंसी 'मिनिस्ट्री ऑफ इंटेलीजेंस एंड सिक्योरिटी' पर तीन अलग-अलग प्रतिबंध लगाने के बाद आया है। अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों का मानना है कि ईरान परमाणु बम बना रहा है। लेकिन ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों से संचालित है।

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