Friday, February 24, 2012


कुडनकुल मामले में भाजपा ने पीएम से मांगा 'स्पष्टीकरण'
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपनी उस टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए, जिसमें उन्होंने तमिलनाडु के कुडनकुलम में परमाणु विद्युत संयंत्र विरोधी प्रदर्शनों के लिए विदेशी गैर सरकारी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है।भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए बयान से सम्बंधित विवरण सार्वजनिक किए जाने चाहिए। प्रधानमंत्री ने एक बहुत ही मत्वपूर्ण बयान दिया है। चूंकि यह बयान उन्होंने दिया है. लिहाजा सरकार को चाहिए कि वह इससे सम्बंधित तथ्य सार्वजनिक करे। ताकि देश के लोगों को सच्चाई की जानकारी हो सके, क्योंकि सच क्या है, उसे तय करने का हक जनता को है।ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 'साइंस' पत्रिका के साथ एक साक्षात्कार में सम्भवत: अमेरिकी और स्कैंडिनेवियाई गैर सरकारी संगठनों को तमिलनाडु के कुडनकुलम में परमाणु विद्युत संयंत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भड़काने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।



'सीबीआई ने किए NRHM में 4 नए केस दर्ज'
लखनऊ: एनआरएचएम घोटाले में सीबीआई ने यूपी में शुक्रवार को 30 जगहों पर छापेमारी की है।  राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन यानी एनआरएचएम घोटाले में सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में तलाशी अभियान चलाया।  सीबीआई ने एनआरएचएम घोटाले के तहत दवाओं की आपूर्ति से संबंधित चार नए मामले दर्ज किए ।उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाला दस हजार करोड़ से अधिक का होने का अनुमान है। केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनआरएचएम से जुड़े सभी घोटाले में प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा का हाथ है।जानकारी के अनुसार, एनआरएचएम के तहत ठेका देने में फर्जी दस्‍तावेज बनाए गए और इसके जरिए जमकर धांधली की गई। तकरीबन सभी ठेकों में घटिया सामान की आपूर्ति की गई और इसका इस्‍तेमाल किया गया। सरजीकोइन नाम की कंपनी को ठेका देने की आड़ में घोटाले को बड़े स्‍तर पर अंजाम दिया गया।


येदियुरप्पा, गौडा से मिलें 'गडकरी'
बेंगलूर : भाजपा की कर्नाटक इकाई में संकट आज उस समय और अधिक गहरा हो गया जब पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने 27 फ़रवरी तक अपनी पुनर्नियुक्ति किए जाने पर जोर दिया और पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उनके उत्तराधिकारी सदानंद गौडा को मुख्यमंत्री पद से हटाने से इंकार कर दिया.येदियुरप्पा को करीब छह माह पहले अवैध खनन मामले में लोकायुक्त द्वारा अभ्यारोपित किए जाने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के सामने स्पष्ट कर दिया है कि अब वह और अधिक इंतजार नहीं कर सकते.भाजपा की चिंतन मंथन बैठकसे पहले गडकरी ने आज सुबह येदियुरप्पा से मुलाकात की और मतभेद दूर करने की कोशिश में मुख्यमंत्री सदानंद गौडा से अलग से मुलाकात की.सूत्रों ने कहा कि येदियुरप्पा अपने रूख पर कायम हैं और चाहते हैं कि गौडा को हटाया जाए. कर्नाटक लोकायुक्त द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में अभ्यारोपित किए जाने के बाद जब येदियुरप्पा ने इस्तीफ़ा दिया था तो अपने उत्तराधिकारी के तौर पर उन्होंने खुद गौडा को पेश किया था.अब गौडा येदियुरप्पा के कथित प्रभाव से बाहर आ चुके हैं. केंद्रीय नेतृत्व कर्नाटक में पार्टी में बंटवारा नहीं चाहता और इसीलिए येदियुरप्पा को शांत करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है.जब उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटने को कहा गया था तब दो केंद्रीय नेताओं अरूण जेटली और एम वेंकैया नायडू को यह मुद्दा परस्पर सहमति से सुलझाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.वर्तमान संकट का नतीजा क्या होगा, कहा नहीं जा सकता क्योंकि केंद्रीय नेतृत्व येदियुरप्पा को बागडोर फ़िर से सौंपना नहीं चाहता. बहरहाल, भाजपा के प्रति निष्ठा रखने वाले लिंगायत समुदाय पर उनकी पकड़ और कर्नाटक में पार्टी को खड़ा करने में अहम भूमिका. ये दोनों तथ्य येदियुरप्पा के पक्ष में जा रहे हैं.येदियुरप्पा ने कभी अपने शत्रु समङो जाने वाले ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री जगदीश शेट्टार को अपना मित्र बना लिया है और यह बात भी पार्टी नेतृत्व की चिंता का कारण है. अपने आवास पर कल हुई एक बैठक में येदियुरप्पा ने अपने समर्थकों से खुद को एक बार फ़िर मुख्यमंत्री बनाने के लिए पार्टी नेतृत्व पर दबाव बनाने का आह्वान किया.आगामी 27 फ़रवरी को 70 बरस के होने जा रहे येदियुरप्पा ने उस दिन अपने यहां आयोजित भोज समारोह में सभी समर्थक विधायकों को आमंत्रित किया है.


कुङनकुलम विवाद के लिए अमेरिकी एनजीओ जिम्मेदार, पीएम
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कुडनकुलम परमाणु संयंत्र में जारी गतिरोध के लिए कुछ अमेरिकी गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में इनके कारण कठिनाई आई है। विरोध में शामिल अधिकतर एनजीओ को अमेरिका और स्कैंडिनेवियाई देशों से आर्थिक मदद मिल रही है। उन्होंने कहा, वे हमारे देश के सामने आने वाली विकास संबंधी चुनौतियों को नहीं मानते हैं। 'साइंस' पत्रिका से बातचीत में प्रधानमंत्री ने देश में आर्थिक विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए परमाणु ऊर्जा की जरूरतों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, भारत का सोचने-विचारने वाला तबका निश्चित रूप से परमाणु ऊर्जा का पक्षधर है। उनसे पूछा गया था कि क्या फुकुशिमा हादसे के बाद भी वे देश में परमाणु ऊर्जा की जरूरतों को स्वीकार करते हैं। इस पर सिंह ने कहा कि कुछ एनजीओ भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों की कद्र नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इनके विरोध के कारण ही परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में दिक्कतें आ रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे यहां लोकतंत्र है, हम चीन की तरह नहीं हैं। विवाद हैं, तो बातचीत के द्वारा उनका निपटारा भी कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के कुडनकुलम में 1000 मेगावाट के दो परमाणु संयंत्रों में विरोध-प्रदर्शनों के कारण काम रुका हुआ है। विज्ञान के क्षेत्र में चीन के भारत से आगे होने की उनकी हालिया टिप्पणी के बारे में पीएम ने कहा कि दोनों देश विकास के समान स्तर पर हैं, जहां दोनों को प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ सहयोग भी करना है। 1960 के दशक में हमारे बीच समस्याएं थीं, लेकिन अब हालात बदले हैं। हम सहयोग बढ़ाने के रास्ते तलाश रहे हैं।

बीसीसीआई ने कराई धोनी-सहवाग में सुलह
नई दिल्‍ली. टीम इंडिया के फैंस के लिए अच्‍छी खबर है। कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी और धुरंधर बल्‍लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बीच मनमुटाव की खबरों के बीच अब ताजा खबर यह है कि टीम में अब कोई मतभेद नहीं है। सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई की दखल के बाद सीनियर खिलाडियों की सिडनी में बैठक हुई है। सचिन, गंभीर, सहवाग और धोनी इस बैठक में मौजूद थे। आपसी विवाद सुलझाने के लिए हुई इस बैठक के दौरान धोनी और सहवाग के बीच बातचीत भी हुई।  बैठक के बाद टीम इंडिया के मीडिया मैनेजर ने कहा है कि टीम में अब कोई विवाद नहीं है और टीम का पूरा ध्‍यान रविवार को होने वाले मैच पर है। मैनेजर ने कहा, ‘टीम होटल में ही है। खिलाडियों में संवाद की कमी है लेकिन आगे चलकर इस मसले को सुलझा लिया जाएगा।  बीसीसीआई के अध्‍यक्ष एन श्रीनिवासन ने कल इस पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की। बोर्ड ने कोच डंकन फ्लेचर से मध्‍यस्‍थता करने को भी कहा था। बोर्ड के सचिव संजय जगदाले ने धोनी, सहवाग और कोच फ्लेचर से बात की। सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीसीसीआई ने झगड़े को लेकर कड़ी फटकार लगाई है। ऐसी खबर थी कि धोनी और सहवाग आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके 'टीम में दरार' की खबरों का खंडन करेंगे और एकजुट होने का ऐलान करेंगे।  लेकिन सिडनी में आज टीम इंडिया ने न कोई प्रैक्टिस की और न ही प्रेस कांफ्रेंस। हालांकि मीडिया मैनेजर और टीम के सदस्‍य इरफान पठान प्रेस कांफ्रेंस में आए और कहा कि टीम में सारे विवाद खत्‍म हो गए हैं। इरफान पठान ने कहा, ' टीम का पूरा ध्‍यान अगले दोनों मैचों पर है। हम यहां जीतने आए हैं।' टीम इंडिया में पिछले दिनों से मतभेद की बात उठ रही है, उसकी जड़ तेंडुलकर, सहवाग और गंभीर को लेकर बनाई गई रोटेशन पॉलिसी है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए मैच को आखिरी ओवर तक खींचने के लिए गंभीर ने खुलेआम धोनी की आलोचना की थी, जिसके बाद टीम में मतभेदों की बात जाहिर हो गई थी। इसके बाद धोनी ने तीनों सीनियर खिलाड़ियों को फील्डिंग में सुस्‍त कहकर विवाद को तूल दे दिया था, जिसके बाद सहवाग ने धोनी पर मंगलवार के मैच के बाद पलटवार किया था। उन्होंने दावा किया कि धोनी ने फील्डिंग में सुस्‍त होने की बात सीनियर खिलाड़ियों से कभी नहीं की। सहवाग ने कहा कि कप्तान अगले वर्ल्ड कप के लिए नए खिलाड़ियों को मौका देने चाहते हैं। इसके बाद मामला बोर्ड तक पहुंच गया।



गङकरी ने कहा नही बदलेंगे सीएम : कर्नाटक में
कर्नाटक में भाजपा सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार सुबह पार्टी अध्‍यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकात की। यह मुलाकात चिंतन बैठक शुरू होने से पहले एक होटल में हुई। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार नितिन गडकरी ने येदियुरप्पा को कहा है कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री नहीं बदला जाएगा। येदियुरप्‍पा ने बागी रुख अख्तियार कर लिया है। उन्‍होंने गुरुवार को पार्टी को अल्टीमेटम दे दिया था। उधर, मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा के पक्ष में भी विधायक लामबंद होने लगे हैं। कर्नाटक के भाजपा विधायक शंकरलिंगे गौड़ा ने कहा कि सदानंद गौड़ा को सीएम पद पर बने रहना चाहिए। वह स्वच्छ छवि वाले नेता है। येदियुरप्पा ने  27 फरवरी तक उन्‍हें मुख्‍यमंत्री बनाए जाने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर अपना अगला कदम तय करने की धमकी भी दी है। उनके करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी। आलाकमान उन्‍हें समझाने में लगा है। गुरुवार को येदियुरप्‍पा ने पार्टी विधायकों को अपने घर दोपहर के भोजन पर बुलाया। इसमें अच्छी तादाद में विधायक, विधान परिषद सदस्य और मंत्री पहुंचे।हालांकि कुछ देर के लिए बैठक में पहुंचे मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने अल्टीमेटम और नेतृत्व परिवर्तन की बातों को बेबुनियाद बताया। येदियुरप्पा का यह कदम पार्टी हाईकमान पर दबाव बनाने की उनकी कोशिशों के तहत ही देखा जा रहा है। वे दोबारा मुख्यमंत्री पद या संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी हासिल करने की जुगत में हैं। शुक्रवार से राज्य के पार्टी विधायकों और विधान परिषद सदस्यों की मंथन बैठक शुरू हो रही है। गडकरी इसकी अध्यक्षता करेंगे।  गडकरी के आने से पहले येदियुरप्पा के घर हुए आयोजन में मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा भी पहुंचे। लेकिन ये दोनों नेता जल्दी ही वहां से निकल गए। गृह मंत्री आर. अशोक और ग्रामीण विकास मंत्री जगदीश शेट्टार काफी देर तक येदियुरप्पा के कार्यक्रम में रहे। शेट्टार व अशोक दोनों उस वक्त येदियुरप्पा के विरोध में थे जब उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर गौड़ा का समर्थन किया था। इस बैठक के बाद ईश्वरप्पा ने मीडिया को बताया कि हमने ताजा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। उडुपी-चिकमंगलूर लोकसभा के लिए होने वाले उपचुनाव की रणनीति पर भी बात हुई। हालांकि उन्होंने यह माना कि कुछ समस्याएं हैं। साथ में जोड़ा कि इन्हें एक-दो दिन में सुलझा लिया जाएगा।

सङक पर जन्मे बच्चें को सुअर ले उठा : मध्य प्रदेश
कुंभराज (गुना). मध्‍य प्रदेश के गुना में अस्‍पताल प्रशासन की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां कुंभराज स्वास्थ्य केंद्र के सामने एक महिला ने सड़क पर बच्‍चे को जन्‍म दिया। और तो और, इसकी सूचना अस्‍पताल के स्‍टाफ को दिए जाने के बावजूद किसी ने जच्‍चा-बच्‍चा की सुध नहीं ली। नतीजा हुआ कि तत्‍काल नवजात को सुअर खींच कर ले गया। स्‍थानीय लोगों की मदद से बच्‍ची को बचाया जा सका और अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। अब स्वास्थ्य विभाग मामले की लीपापोती करने में जुटा है। विभाग ने मामले की जांच रिपोर्ट कमिश्नर को भेजी है। इसमें विभाग ने एक तरह से अपना पल्‍ला झाड़ते हुए ऐसी घटनाएं रोकने के लिए नगरपालिका से मदद मांगी है। स्वास्थ्य विभाग ने कमिश्नर को भेजी गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा है कि महिला को जननी एक्सप्रेस नहीं मिल सकी थी। जननी एक्सप्रेस वाहन देहरी में एक अन्य प्रसूता को लेने गया था। वैकल्पिक व्यवस्था न होने से महिला को आशा कार्यकर्ता ट्रैक्टर से लेकर आ गई थी।  अब सीएचएचओ डीके भार्गव का कहना है कि जननी एक्सप्रेस ऐसी विषम स्थिति में उपलब्ध हो सके, इसके लिए हम व्यवस्था बना रहे हैं। उन्‍होंने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने की भी बात कही।मंगलवार (21 फरवरी) सुबह कुंभराज क्षेत्र के ग्राम ईंट खेड़ी निवासी सकारिया बाई को प्रसव पीड़ा के चलते स्वास्थ्य केंद्र लाया जा रहा था। महिला को उसके परिजन ट्रैक्टर से ला रहे थे। लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने से पहले ही, बाहर सड़क पर महिला ने बच्ची को जन्म दे दिया। बताया जाता है कि डिलेवरी के बाद परिजनों ने तत्‍काल अस्‍पताल के स्‍टाफ को इस बारे में जानकारी दे दी थी। लेकिन काफी देर तक अस्‍पताल से कोई भी सड़क पर पड़ी महिला को देखने नहीं पहुंचा।डिलेवरी के तुरंत बाद सुअर बच्ची को खींचकर ले गया। स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को बचाया जा सका था। बच्‍ची के पैर में सुअर के दांत लग गए थे। उसे सएनसीयू गुना भर्ती किया गया। बच्ची की हालत में सुधार बताया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ. डीके भार्गव ने बताया कि बच्ची का इलाज चल रहा है। वह स्वस्थ्य है।

Thursday, February 23, 2012

पुलिस को सहयोंग न देने पर 'बाबा' को भी कोर्ट की फटकार

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 4-5 जून की मध्य रात्रि रामलीला मैदान में की गई पुलिस की कार्रवाई को सही नहीं ठहराते हुए गुरुवार को कहा कि वहां से बाबा रामदेव तथा उनके समर्थकों को उठाने के लिए पुलिस ने अत्यधिक बल प्रयोग किया। कोर्ट ने योग गुरु बाबा रामदेव को भी पुलिस के साथ सहयोग नहीं करने के लिए आड़े हाथों लिया। कोर्ट ने कहा कि 4-5 जून की मध्य रात्रि को की गई पुलिस कार्रवाई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई, सरकार की ताकतका प्रदर्शन था। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों की विभागीय जांच कराकर तीन महीने में रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी जाए।न्यायमूर्ति बी.एस. चौहान तथा स्वतंत्र कुमार ने बाबा रामदेव को भी पुलिस के साथ सहयोग नहीं करने तथा पुलिस द्वारा निषेधाज्ञा लागू करने के बाद भी अपने समर्थकों से उठने के लिए नहीं कहने पर आड़े हाथों लिया। कोर्ट ने इस कार्रवाई में बुरी तरह घायल हुई और बाद में अस्पताल में दम तोड़ने वाली हरियाणा की महिला राजबाला के परिजनों को पांच लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्देश भी दिया। साथ ही गम्भीर रूप से घायल होने वालों को 50,000 और अन्य घायलों को 25,000 रुपये की मुआवजा राशि देने के भी निर्देश दिए। कोर्ट ने बाबा रामदेव के ट्रस्ट को मुआवजे की 25 प्रतिशत राशि का भुगतान करने के लिए कहा। अपने फैसले में न्यायमूर्ति चौहान ने पुलिस की कार्रवाई को मौलिक तथा मानव अधिकारों का उल्लंघन करार दिया। उन्होंने कहा कि धारा 144 शांति भंग होने से रोकने के लिए लगाई जाती है, न कि शांति भंग करने के लिए। रामलीला मैदान में रात में मौजूद लोग सो रहे थे। वह हिंसक भीड़ नहीं थी। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले से संबंधित मीडिया रिपोर्टों के आधार पर संज्ञान लिया था जिसमें बताया गया था कि दिल्ली पुलिस ने रामदेव के सोते हुए समर्थकों के खिलाफ बर्बर तरीके से कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान घायल एक महिला समर्थक राजबाला की बाद में मौत भी हो गई थी। जस्टिस बीएस चौहान और जस्टिस स्वतंत्र कुमार की बेंच ने 20 जनवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था। इससे पहले नवंबर 2011 में इस प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए दिल्ली पुलिस से इस बात का जवाब मांगा था कि रामलीला मैदान में कार्रवाई के लिए सुबह तक इंतजार क्यों नहीं किया गया? न्यायमूर्ति बीएस चौहान और न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की पीठ ने कहा थी कि दिल्ली पुलिस स्पष्ट करे कि क्या बल प्रयोग न्यायोचित था। किन परिस्थितियों में कार्रवाई हुई और पुलिस लोगों से स्थान छोड़ने के लिए कहने के लिहाज से सुबह तक इंतजार क्यों नहीं कर सकी?


'हिमस्खलन ने ली 11 सैनिकों की जान'
श्रीनगर: कश्मीर घाटी के गंदेरबाल और बांदीपोरा जिलों में हिमस्खलन की दो घटनाएं हुईं, जिनसे सेना के दो शिविर प्रभावित हुए और कम से कम 11 जवानों की मौत हो गई। हिमस्खलन की इन घटनाओं में सेना के कुछ जवानों के फंसे होने की भी आशंका है।एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि हिमस्खलन की पहली घटना मध्य रात्रि के दौरान बांदीपोरा जिले के गुरेज इलाके में हुई, जिससे यहां सेना की 109 वीं पैदल टुकड़ी की कार्यशाला प्रभावित हुई। प्रवक्ता ने बताया कि इस टुकड़ी के 20 से अधिक जवान हिमस्खलन की वजह से बिखरी बर्फ की मोटी तह के नीचे दब गए।उन्होंने बताया, ‘‘अब तक हम 15 जवानों को बचा पाए हैं। हमें आठ अन्य जवानों के शव मिले हैं।’’ कुछ जवानों के बर्फ में फंसे होने की आशंका है। प्रवक्ता ने बताया कि गंदेरबाल जिले के सोनमर्ग इलाके में हिमस्खलन की दूसरी घटना हुई, जिससे वहां स्थित सेना के एक शिविर के तीन जवानों की मौत हो गई। अधिकारियों ने घाटी के ऊंचे इलाकों में ताजा हिमपात होने के बाद सोनमर्ग और गुरेज इलाकों में मध्यम हिमस्खलन होने की चेतावनी जारी की थी।





युपी में काग्रेंस नही तो राष्टपति शासन :जायसवाल
नई दिल्‍ली. यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में सुबह नौ बजे तक 10 फीसदी मतदान हो गया  है। कांशीरामनगर में 11, महोबा में 9, इटावा में 8, मैनपुरी में 9, ललितपुर में 11, एटा में 12, रमाबाई नगर में 12. हमीरपुर में 9, झांसी में 10 और औरेया में 12 फीसदी मतदान हुआ है। लेकिन कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान के दिन विवादास्पद बयान देकर राजनीति गरमा दी है। जायसवाल ने कहा कि यूपी में कांग्रेस के अलावा किसी की सरकार नहीं बनेगी। यदि कांग्रेस की सरकार नहीं बनी तो दूसरा विकल्‍प राष्‍ट्रपति शासन होगा और कुछ भी नहीं। मीडिया से कही गई जायसवाल की इस बात पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने दैनिक भास्कर.कॉम से फोन पर कहा, 'कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का यह बयान अहंकार से भरा और गैर-जिम्मेदाराना है। मतदान के बीच में यह बयान देकर उन्होंने यूपी की जनता का अपमान किया है। इनको लोकतंत्र में लोकलाज की चिंता नहीं है। इनकी कुंठा और हताशा अब सामने आ रही है।' उन्‍होंने कहा कि समाजवादी पार्टी इस मामले में निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी। यह खुलेआम चुनाव आचार संहिता उल्लघंन है। कांग्रेस के मंत्री और नेता कानून ताक पर रखकर आयोग को सीधे चुनौती दे रहे हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सतदेव सिंह ने दैनिक भास्कर.कॉम से फोन पर बातचीत करते हुए कहा, 'कांग्रेस की हताशा अब पागलपन के हद तक पहुंच गई है। मतदान के दिन कांग्रेस ने यह बात कह कर साबित कर दिया है कि वह लड़ाई से बाहर है। चुनाव के परिणाम की समीक्षा करना और अपना निर्णय थोपना चुनाव आचार संहिता का सरासर उल्लंघन है। आयोग को श्री प्रकाश जयसवाल पर कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस को घमंड हो गया है। लेकिन इन्हें नहीं पता कि रावण का दंभ नहीं चला तो ये क्या चीज है। केंद्र सरकार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी।


'उत्तर प्रदेश मॆं पांचवें चरण का मतदान शुरु'
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 16वीं विधानसभा के लिए सात चरणों में होने वाले चुनाव के पांचवें दौर में 13 जिलों की 49 सीटों के लिए मतदान गुरुवार सुबह सात बजे शुरू हो गया। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने बताया कि पांचवें चरण के चुनाव में प्रदेश के फिरोजाबाद, कांशीराम नगर, एटा, मैनपुरी, इटावा, औरैया, रमाबाई नगर, कानपुर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर तथा महोबा जिलों की कुल 49 विधानसभा सीटों के लिए मतदान सात बजे शुरू हुआ और वोट शाम पांच बजे तक डाले जाएंगे।उन्होंने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है और कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। सिन्हा ने बताया कि इस चरण में कुल 87 महिलाओं तथा एक किन्नर समेत 829 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। इस चरण के मतदान के लिए 11745 मतदान केंद्र तथा 17267 मतदान स्थल बनाए गए हैं, जिन पर 18459 से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें इस्तेमाल की जा रही हैं।उन्होंने बताया कि इस चरण के चुनाव में एक करोड़ 56 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। मतदान पर नजर रखने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक पर्यवेक्षक को तैनात किया गया है। सिन्हा ने बताया कि इसके अलावा 14 निर्वाचन व्यय पर्यवेक्षक, सात पुलिस पर्यवेक्षक, 54 सहायक निर्वाचन व्यय पर्यवेक्षक तथा 2653 माइक्रो आब्जर्वर भी इस वक्त मुस्तैद हैं। मतदान केंद्रों पर किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए 981 वीडियो कैमरे तथा 2100 डिजिटल कैमरे इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इसके अलावा 225 चयनित मतदान केंद्रों को वेबकास्टिंग से जोड़ा गया है।




सहवाग और धोनी ने चुनी थी अलग - अलग टीम
नई दिल्ली टीम इंडिया में महेंद्र सिंह धोनी और वीरेंद्र सहवाग के मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। अब खबर आई है कि मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले एकादश को लेकर दोनों खिलाड़ी अलग-अलग सोच रहे थे। न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ के अनुसार दोनों खिलाडिय़ों ने अलग-अलग एकादश तय की थी, लेकिन आखिरकार वीरू की सूची वाले खिलाड़ी ही मैदान पर उतरे। उल्लेखनीय है कि टीम इंडिया में आपसी मतभेदों की खबरें पिछले कुछ दिनों से मीडिया में छाई हुई हैं। पूर्व क्रिकेटर भी इस पर नाराजगी जता चुके हैं। उनका मानना है कि टीम की लगातार हार का प्रमुख कारण यही मतभेद हैं।   चैनल के अनुसार धोनी की एकादश में रोहित शर्मा का नाम था। वे रोहित को श्रीलंका के खिलाफ उतारना चाहते थे। दूसरी तरफ सहवाग की सूची में तीनों सीनियर्स (सचिन, गंभीर और खुद सहवाग) के नाम थे। पिछले कुछ दिनों से टीम के खिलाडिय़ों के विवादित बयान सुर्खियां बटोर रहे हैं। इनमें से एक बयान धोनी का भी था, जिसमें उन्होंने इन तीनों सीनियर्स को सुस्त फील्डर बताया था।  इस बीच सूत्रों ने बताया कि बीसीसीआई के वरिष्ठ पदाधिकारी धोनी व सहवाग के बीच बढ़ते मतभेदों से सकते में हैं। उन्होंने मसले को ड्रेसिंग रूम में ही सुलझाने के लिए कहा है। उन्हें इन खबरों पर यकीन नहीं हो रहा है, क्योंकि सीनियर्स ने इससे पहले ऐसा व्यवहार नहीं किया है।   श्रीलंका के खिलाफ मैच के बाद कार्यवाहक कप्तान सहवाग प्रेस कॉन्फेंस में आए थे। उस समय उनके तेवर अलग ही थे। उन्होंने धोनी का नाम लिए बिना कहा था कि क्या आपने आज मेरा कैच देखा? हम पिछले 10 साल से ऐसी ही फील्डिंग कर रहे हैं।


Wednesday, February 22, 2012

'रसोई गैस और ङीजल के दाम बढाएगें आम आदमी की मुसीबतें'
महंगाई से जूझ रहे आम आदमी पर जल्द ही रसोई गैस और डीजल की मार भी पड़ने वाली है। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी रंगराजन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आए उबाल से तेल विपणन कंपनियों के बढ़ते घाटे पर चिंता जताते हुए कहा कि डीजल की कीमत को चरणबद्ध तरीके से प्रशासनिक नियंत्रण से मुक्त किया जा सकता है। 10 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। डीजल के नियंत्रण मुक्त किए जाने से किसानों पर विपरीत प्रभाव पड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने के उपाय किए जाने चाहिएं और कृषि क्षेत्र में निवेश पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों की कीमतें बढ़ाने से मुद्रास्फीति बढ़ती है, इसलिए कीमतें बढाने से बेहतर है कि उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया जाए, ताकि कृषि क्षेत्र का विकास हो सके। इसके साथ ही विपणन प्रणाली में भी सुधार की आवश्यकता है। इसके लिए बेहतर विपणन प्रणाली और आपूर्ति व्यवस्था सुदृढ करने की जरूरत है।उल्लेखनीय है कि सरकार पेट्रोल की कीमतों को अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुरूप बनाने के लिए उसे प्रशासनिक नियंत्रण से पहले की मुक्त कर चुकी है लेकिन डीजल, रसोई गैस और केरोसीन अभी भी सरकारी नियंत्रण में हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में हो रही वृद्धि से देश की प्रमुख सरकारी तेल विपणन कंपनियों को चालू वित्त वर्ष में 1.30 लाख करोड़ रूपए के घाटे का अनुमान लगाया जा रहा है। इस बढ़ते घाटे की भरपाई के लिए डीजल को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने और रसोई गैस सिलेंडर में कोटा प्रणाली अपनाने का सुझाव दिया गया था। हालांकि राजनीतिक दबावों की वजह से सरकार इस सुझाव पर अब तक अमल नहीं कर पाई है।


'सैफ से पुलिस करेंगी पुछताछ.करीना को भी देना होगा जबाब'
मुंबई. फिल्‍म कलाकार सैफ अली खान गिरफ्तार हो सकते हैं। मुंबई पुलिस ने कहा है कि मारपीट मामले में पहले उनसे पूछताछ होगी फिर यदि जरूरत पड़ी तो अभिनेता को गिरफ्तार भी किया जा सकता है। पुलिस की एक टीम सैफ के घर पहुंची लेकिन सैफ घर पर मौजूद नहीं थे। पुलिस ने वहां एक मैसेज छोड़ा है कि सैफ को उनके खिलाफ एफआईआर की सूचना दी जाए। पुलिस करीना कपूर को भी पूछताछ के लिए तलब कर सकती है, क्‍योंकि वह भी घटना के समय मौजूद थीं। इस मामले में दो अन्य के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है। वहीं, पुलिस इकबाल को भी बुलाकर पूछताछ कर सकती है। इससे पहले सैफ एक बार फिर विवादों में आ गए जब उनके खिलाफ कोलाबा पुलिस स्‍टेशन में एफआईआर दर्ज हुई। उन पर इकबाल शर्मा नाम के एक कारोबारी की पिटाई का आरोप है। शर्मा ने आरोप लगाया है कि सैफ ने उनकी नाक पर घूंसा मारा। इससे उनकी नाक की हड्डी टूट गई। इस मामले में सैफ के खिलाफ आईपीसी की धारा 324 और 325 के तहत गैरजमानती मुकदमा दर्ज हुआ है। घटना मंगलवार रात होटल ताज के वसाबी रेस्‍तरां की है।  बताया जा रहा है कि सैफ करीना के साथ रेस्तरां पहुंचे थे। दोनों आपस में बात कर रहे थे। उसी दौरान अपने परिवार के साथ खाना खा रहे जुहू इलाके के कारोबारी इकबाल शर्मा ने रेस्तरां के वेटर को बुलाकर कहा कि सैफ और करीना काफी ऊंची आवाज़ में बात कर रहे हैं। उन्हें कहो कि आवाज़ कम करके बात करें। वेटर ने जब यही बात सैफ और करीना से कही तो सैफ ने कहा कि अगर उन्हें ऊंची आवाज़ पसंद नहीं है तो वे लाइब्रेरी में चले जाएं। यह बात इकबाल को नागवार गुजरी। इसके बाद सैफ और इकबाल के बीच कहासुनी शुरू हो गई जो बाद में मारपीट में तब्दील हो गई।  सैफ आजकल एक्शन-थ्रिलर फिल्म 'एजेंट विनोद' को लेकर चर्चा में हैं। वह जगह-जगह घूम कर फिल्‍म का प्रोमोशन कर रहे हैं। उन्‍हें उम्‍मीद है कि यह फिल्म 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर सकती है। सैफ की होम प्रोडक्शन की यह फिल्‍म 23 मार्च को दुनियाभर के 3500 और भारत के 2500 सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसमें उनके साथ उनकी प्रेमिका करीना कपूर मुख्य भूमिका में हैं। इससे पहले ये दोनों 'टशन' कुर्बान में साथ काम कर चुके हैं।


बिहार के उप मुख्यमंत्री आए एसपी के बचाव में आगे
पटना. राजधानी में एसपी सिटी किम द्वारा एक महिला को सरेआम थप्‍पड़ मारने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी दलों ने आज इस मामले को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया और एसपी सिटी को निलंबित करने की मांग की। आरजेडी ने सदन से वॉकआउट किया।  हालांकि बिहार के उप मुख्‍यमंत्री सुशील मोदी ने मामले को शांत करने की कोशिश की है। उन्‍होंने कहा कि कम उम्र और अनुभव की कमी के चलते महिला पुलिस अधिकारी ने ऐसी हरकत की होगी।  पूर्व मुख्‍यमंत्री और मुख्‍य विपक्षी दल आरजेडी के अध्‍यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन के लोग ऐसी हरकत करते रहेंगे तो राज्‍य सरकार को ही आगे चलकर  परेशानी होगी।

  'सहवाग, सचिन सवालों के घेरे में'
नई दिल्‍ली. टीम इंडिया में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। मंगलवार को ब्रिसबेन में जहां श्रीलंका से एक और वनडे में भारत की हार के बाद सहवाग की कप्‍तानी पर सवाल उठे हैं, वहीं सचिन तेंडुलकर पर संन्‍यास लेने का दबाव बढ़ता जा रहा है। कपिलदेव के बाद अब सौरव गांगुली ने भी कहा है कि सचिन को संन्‍यास ले लेना चाहिए। हालांकि क्रिकेट के दीवाने इस राय से इत्‍तफाक रखते नहीं लगते।   मंगलवार के मैच में टीम इंडिया की हार के बाद सहवाग की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वीरू नेगेंदबाजी मेंचतुराई से परिवर्तन नहीं किया। उदाहरण के लिए आखिरी ओवर अनियमित गेंदबाज विराट कोहली से कराया, जिन्होंने दो चौके सहित 14 रन दे दिए। 49वें ओवर की पहली गेंद पर सुरेश रैना ने विकेट लिया, लेकिन सहवाग ने उनसे सिर्फ एक ही ओवर कराया और खुद दो ओवर किए। अकेले विनय कुमार एक मेडन ओवर कर पाए, लेकिन उनसे आठ ओवर ही कराए गए। पठान व अश्विन जैसे सफल गेंदबाजों का निर्धारित कोटा पहले ही खत्म हो गया।   धोनी की गैरमौजूदगी में कप्‍तानी कर रहे सहवाग बल्लेबाजी में भी  लापरवाह रहे। ओपन करने आए और मलिंगा के ओवर की दूसरी ही गेंद पर डीप थर्ड मैन की ओर गेंद को उड़ाने के प्रयास में आउट हो गए। यदि वे टीम को अच्छी शुरुआत दे पाते तो परिणाम कुछ और हो सकता था।  फील्डिंग में भीसहवाग ब्रिगेड ढीली नजर आई। कई ओवर थ्रो हुए।  इस बीच, सचिन तेंडुलकर को संन्यास की सलाह देने वालों में कपिल देव के बाद अब सौरव गांगुली भी शामिल हो गए हैं। गांगुली ने एक टीवी चैनल से कहा कि सचिन को टेस्ट कॅरिअर लंबा खींचने के लिए वनडे प्रारूप को अलविदा कह देना चाहिए। वे ट्राई सीरीज की पांच पारियों में कुल 90 रन ही बना सके हैं। ऐसे में संन्यास लेना ही उचित है। उन्होंने कहा कि सचिन अभी 39 साल के हैं और वे 2015 वर्ल्‍ड कप तक शायद ही खेल सकें। इस वजह से अब उनके वनडे छोडऩे का समय आ गया है। उल्लेखनीय है कि कपिल ने सोमवार को कहा था कि सचिन को पिछले साल वल्र्डकप के बाद वनडे से संन्यास ले लेना चाहिए था। गांगुली ने यह भी कहा कि बीसीसीआई को तीनों शैलियों के लिए अलग कप्तान चुनने चाहिए। पिछले कुछ समय से क्रिकेट काफी ज्यादा हो गया है, फॉर्मेट भी बढ़ गए हैं। इस कारण यह फॉर्मूला मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने धोनी के उस बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने टीम के सीनियर्स को सुस्त फील्डर बताया था। गांगुली ने कहा कि कोई टीम ऐसी नहीं है, जिसमें सभी 11 खिलाड़ी बेहतरीन फील्डर हों।



Tuesday, February 21, 2012


'भारत टीम की एक और शर्मनाक हार'

ब्रिसबेन.सीबी सीरीज के 8वें मैच में श्रीलंका ने बाजी मारी है। श्रीलंका ने भारत को 51 रन से हराया। 290 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 45.1 ओवर में 238 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। इरफान पठान ने 47 और विराट कोहली ने 66 रन की पारियां खेलीं। 40 रन देकर 3 विकेट झटकने वाले नुवान कुलसेखरा मैन ऑफ द मैच रहे। कुलसेखरा ने सचिन तेंडुलकर, गौतम गंभीर और रवींद्र जडेजा के अहम विकेट लिए। साथ ही उन्होंने वीरेंद्र सहवाग और विराट कोहली के बेहतरीन कैच भी लपके।  थिसारा परेरा, नुवान कुलसेखरा और लासिथ मलिंगा ने घातक गेंदबाजी करते हुए टीम इंडिया को 45.1 ओवर में ही समेट दिया। परेरा ने महज 37 रन खर्च कर 4 विकेट झटके, वहीं कुलसेखरा ने 40 रन देकर 3 बल्लेबाजों को धराशायी किया। मलिंगा को 2 व माहरूफ को 1 विकेट मिला। भारतीय टीम का लगातार दूसरी बार लक्ष्य का पीछा करते हुए दम निकल गया। टीम इंडिया के बल्लेबाज बड़ी साझेदारी करने में नाकाम रहे। विराट कोहली और इरफान पठान को छोड़कर कोई अन्य बल्लेबाज कमाल नहीं दिखा सका। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम की ऐसी हालत हुई थी और वो पिछला मुकाबला 110रन से हार गई थी। विराट कोहली ने एक छोर से मोर्चा संभालते हुए संघर्षपूर्ण अर्धशतक लगाया। कोहली ने 83 गेंदों का सामना करते हुए महज 2 चौकों की मदद से 66 रन बनाए। कोहली ने अपनी पारी में लगातार स्ट्राइक रोटेट की। लेकिन दूसरे छोर से उन्हें खास समर्थन नहीं मिल सका। कोहली के आउट होने के बाद बल्लेबाजी को आए इरफान पठान ने भी मौके की नजाकत को देखते हुए तेज पारी खेली। पठान की बल्लेबाजी देख ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम लक्ष्य को हासिल कर लेगी। लेकिन दूसरे छोर से लगातार विकेटपतन जारी रहा। पठान ने 34 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 47 रन बनाए। लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला सके। 46वें ओवर की पहली गेंद पर परेरा ने उन्हें अपनी ही गेंदबाजी पर लपककर श्रीलंका को जीत दिला दी।भारतीय टीम को अपने युवा मध्यक्रम से बहुत उम्मीदें थीं। लेकिन रवींद्र जडेजा और पार्थिव पटेल उन पर खरे नहीं उतर सके। जडेजा 17 रन और पार्थिव 4 रन बनाकर आउट हुए। भारत को दूसरा झटका नुवान कुलसेखरा ने 8वें ओवर में दिया। सचिन तेंडुलकर अच्छी शुरुआत को भुनाने में नाकामयाब रहे और 22 रन बनाकर बोल्ड हुए। सचिन ने 23 गेंदों का सामना करते हुए इस संक्षिप्त पारी में तीन चौके भी लगाए।  कप्तान वीरेंद्र सहवाग का खराब फॉर्म ब्रिसबेन में भी जारी रहा। सहवाग भारतीय पारी की दूसरी ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हुए। उन्हें मलिंगा ने हवाई शॉट खेलने का लालच देकर कैच आउट करवाया।लाहिरु थिरिमने (62) और तिलकरत्ने दिलशान (51) की अर्धशतकीय पारियों के बूते श्रीलंका ने भारत के सामने 290 रन की चुनौती रखी। श्रीलंका ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट खोकर 289 रन बनाए। एंजलो मैथ्यूज 49 रन और फरवीज माहरूफ 4 रन बनाकर नाबाद रहे। टीम इंडिया के स्टैंड-इन कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने अंतिम ओवर विराट कोहली से करवाया। कोहली ने इस ओवर में दो गेंदें वाइड डाली। यह ओवर टीम इंडिया पर भारी पड़ा। कोहली ने इसमें 14 रन लुटाए।के सलामी बल्लेबाजों के बीच अर्धशतकीय साझेदारी ने पारी का आधार बनाया। जयवर्धने और दिलशान ने मिलकर पहले विकेट के लिए बेहतरीन 95 रन जोड़े। दिलशान 51 और जयवर्धने 45 रन बनाकर आउट हुए।
 


महिला एसपी से उलझने पर :सरेआम की पिटाई
पटना. बिहार की राजधानी पटना की एसपी (सिटी) मिस किम पर सरेआम एक महिला की पिटाई का आरोप लगा है। मामला सामने आने के बाद सूबे में इस मसले पर सियासत गर्म हो गई है। विपक्षी दल आरजेडी ने नीतीश सरकार में कानून-व्‍यवस्‍था बिगड़ने का आरोप लगाया है वहीं सत्‍ता पक्ष ने भरोसा दिया है कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।  दरअसल, सोमवार की शाम राजधानी के कंकड़बाग इलाके में बिजली का करंट लगने से दो लड़कों की मौत हो गई। घटना से गुस्‍साए लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जाम हटाने पहुंची पुलिस पर लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ा तो मौके पर एसपी सिटी भी पहुंच गईं। एसपी सिटी आक्रोशित महिलाओं को समझाना चाह रही थीं लेकिन महिलाएं समझने को तैयार नहीं थीं। स्‍थानीय मीडिया के मुताबिक इसी बीच एक महिला सिटी एसपी के साथ उलझ गई। सिटी एसपी ने उसे तमाचा जड़ दिया। महिला ने भी जवाबी थप्‍पड़ मारा। इसके बाद तो महिला की जम कर पिटाई हुई। पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजीं। इस घटना का वीडियो भी सार्वजनिक हो गया। लेकिन एसपी सिटी किम ने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, जबकि आरजेडी सांसद राम कृपाल यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीतीश सरकार के 'सुशासन' की पोल खुल गई है। सोमवार की शाम कंकड़बाग की ओर से दो युवक रोहित और पंचम चौधरी आ रहे थे। इलाके में तिवारी बेचर के सटे गली का निर्माण कार्य चल रहा था। निर्माण के दौरान ठेकेदार की लापरवाही से भूमिगत बिजली का केबल कट जाने से पानी में करंट आ गया था। पानी पर पैर पड़ते ही दोनों युवक करंट की चपेट में आ गये और उनकी मौत हो गई। इसी के बाद बवाल शुरू होगया।






'अब चुनावी शिकायतो को भी कोर्ट मे भेजने की तैंयारी'
कानपुर।। रोड शो के दौरान धारा-144 का उल्लंघन करने पर राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से कांग्रेस का पारा चढ़ गया है। पार्टी के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह कहा कि जिला प्रशासन द्वारा दर्ज एफआईआर को रद्द करवाने के लिए पार्टी हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने राहुल के रोड शो को मिली लोकप्रियता के कारण मुख्यमंत्री मायावती के इशारे पर केस दर्ज किया है।राहुल गांधी और 40 अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर में प्रशासन द्वारा किसी को गिरफ्तार किए जाने के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा, 'हम कानून का पालन करेंगे और अगर किसी की गिरफ्तारी होती है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है।' उन्होंने कहा कि राहुल के रोड शो में किसी भी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया गया है और न ही उन्हें चुनाव आयोग से नोटिस मिला है।  सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि धारा-144 का उल्लंघन किसी भी तरह से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। उनके मुताबिक, जिला प्रशासन को 16 फरवरी को राहुल गांधी के प्रस्तावित रोड शो और रूट की जानकारी दे दी गई थी। 18 फरवरी को कांग्रेस को जिला प्रशासन ने सूचित किया कि शिवरात्रि के कारण इतना बड़ा रूट संभव नहीं है, तो स्थानीय कांग्रेस इकाई ने बदला हुआ रूट दे दिया। इसके बाद जिला प्रशासन राहुल गांधी की सुरक्षा में लगी एसपीजी से बातचीत करता रहा, लेकिन पार्टी की स्थानीय इकाई को कोई सूचना नहीं दी और न ही रोड शो के बारे में मना किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कानून समझते हैं और उन्होंने कानून का कोई उल्लंघन नहीं किया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के रोड शो को जनता द्वारा हाथोंहाथ लिया जा रहा है और पार्टी को जबरदस्त बढ़त पूरे प्रदेश में मिल रही है, इसलिए मुख्यमंत्री मायावती के इशारे पर जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। कांग्रेस पार्टी इसकी निंदा करती है और इस एफआईआर को रद्द कराने के लिए हाई कोर्ट जाएगी। उन्होंने कहा,'प्रशासन ने धारा-144 के उल्लंघन के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस केंद्रीय चुनाव आयोग देता है और आयोग ने अभी इस मामले में राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी को कोई भी नोटिस नहीं दिया है, क्योंकि किसी भी तरह का आचार संहिता का उल्लंघन हुआ ही नहीं है।' सिंह से पूछा गया कि क्या चुनाव आयोग कांग्रेस के खिलाफ कुछ ज्यादा आक्रामक तेवर दिखा रहा है, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आयोग के कार्यकलाप पर कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग का सम्मान करती है और वह तो आयोग के अधिकारों को और बढ़ाकर उसे अधिक मजबूत करना चाहती है। उन्होंने कहा लेकिन चुनाव आयोग को कांग्रेस के साथ-साथ अन्य पार्टियों एसपी, बीएसपी और बीजेपी को भी देखना चाहिए कि वे उत्तर प्रदेश में क्या कर रही हैं। सोमवार को रोड शो के बाद कानपुर जिला प्रशासन ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी, इस रोड शो के आयोजक शहर कांग्रेस के अध्यक्ष महेश दीक्षित और 40 अन्य के खिलाफ कैंट पुलिस स्टेशन में धारा-144 का उल्लंघन करने के लिए आईपीसी की धारा-188, 283 और 290 के तहत मामला दर्ज कराया था।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान हाल ही केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। आयोग ने कानून मंत्री को नोटिस भी भेजा। मामला महामहिम राष्ट्रपति से होते हुए पीएमओ तक पहुंच गया। फिर इसके बाद आयोग ने लगभग उसी तरह के बयान पर एक और केंद्रीय मंत्री को आचार संहिता के उल्लंघन मामले में नोटिस भेजा।गौरतलब है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता को कानूनी आधार देने को लेकर पहले भी मांग उठती रही है। 2001 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई में कहा था कि आयोग को आचार संहिता लागू करने का हक हैलेकिन चुनाव की घोषणा अधिसूचना जारी किए जाने की तिथि से तीन सप्ताह पहले की जानी चाहिएउससे ज्यादा पहले नहीं। वहींबीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता का पालन होना चाहिए। चुनाव लोकतंत्र का पर्व है। अगर आचार संहिता में सुधार करने की जरूरत हो तो इसको करना चाहिए। बीजेपी विपक्ष में हैं। लेकिन कोई रोड शो करता है तो उसके विरोध में नहीं।



मायावती के खिलाफ हाईकोर्ट जाएगी 'काग्रेंस'
नई दिल्‍ली. कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के खिलाफ कानुपर में प्रशासन द्वारा केस दर्ज किए जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाएगी। पार्टी के एक और वरिष्‍ठ नेता व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्‍बल ने भी इसके लिए मायावती सरकार पर हमला बोला है। दिग्विजय ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश सरकार राहुल के रोड शो की सफलता को देखकर परेशान है। प्रशासन को पहले से ही पता था कि कल महाशिवरात्रि है। उसने ही रोड शो के लिए संबंधित रूट की अनुमति दी थी। हमें पहले से किसी नियम की कोई सूचना नहीं दी गई थी। एसपीजी और प्रशासन के बीच क्या बातचीत हुई हमें यह भी नहीं पता है। हम लोगों के साथ बातचीत कर रहे थे, कोई अपराध नहीं। कानपुर प्रशासन मायावती के इशारे पर काम कर रहा है। इसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। दिग्विजय ने कहा है कि, राहुल गांधी कानून को अच्छे से समझते हैं। वह हमेशा कानून के तहत ही कोई कार्य करते हैं। ऐसे में कानून तोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता। प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम से साफ झलकता है कि राज्य की मायावती सरकार राहुल के सफल रोड शो को देख कर परेशान है। हम कोर्ट जाएंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे। उधर, सिब्‍बल ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि मायावती ने उत्‍तर प्रदेश में शुरू से ही भ्रष्‍टाचार को बढ़ावा दिया है। उन्‍होंने राहुल के खिलाफ एफआईआर कराए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहीं भी सीधे इस तरह एफआईआर दर्ज नहीं करा दी जाती। पहले संबंधित व्‍यक्ति से पूछताछ कर शुरुआती तहकीकात की जाती है। इसीसे एफआईआर के पीछे की मंशा समझी जा सकती है। गौरतलब है कि राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के शहर अध्यक्ष महेश दीक्षित और कुछ समर्थकों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के लिए धारा 188, 283 और 290 के तहत कैंट थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। कानपुर में पांचवें चरण में 23 फरवरी को मतदान होना है। आरोप है कि राहुल गांधी ने २० किलोमीटर तक रोड शो करने की अनुमति ली थी लेकिन राहुल गांधी का काफिला उन इलाकों से भी गुजरा जहां की इजाजत प्रशासन से नहीं ली गई थी। काफिला उन रास्तों से भी गुजरा जहां महाशिवरात्रि की प्रशासनिक व्यवस्था के तहत धारा 144 लगाई गई थी। 

श्रीलंका ने बनाया 290 का विशाल स्कोर्
ब्रिसबेन.सीबी सीरीज के 8वें मैच में श्रीलंका ने भारत के सामने 290 रन की चुनौती रखी है। पहले बल्लेबाजी करते श्रीलंका ने हुए 6 विकेट गंवाकर 289 रन बनाए। माहरूफ 4 और मैथ्यूज 49 रन बनाकर नाबाद रहे। कुमार संगकारा महज 8 रन बनाकर आउट हुए। उमेश यादव ने अपने ओवर की पहली ही गेंद पर हमला करते हुए श्रीलंका को तीसरा झटका दिया। संगकारा पुल शॉट खेलने के प्रयास में सचिन तेंडुलकर द्वारा लपके गए। पहले 18 ओवरों में पिटने के बाद टीम इंडिया के गेंदबाजों ने बेहतरीन वापसी की। पहले 19वें ओवर में इरफान ने कप्तान जयवर्धने को चलता किया। इसके बाद 22वें ओवर में ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने अर्धशतक ठोक चुके सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान को अपना पहला शिकार बनाया। दिलशान 51 रन बनाकर आउट हुए। भारतीय गेंदबाजों ने महज 9 रन के भीतर दो विकेट झटककर मैच में वापसी कर ली। भारतीय टीम को पहली सफलता इरफान पठान ने दिलायी। पठान ने कप्तान महेला जयवर्धने को 45 रन के निजी योग पर आउट किया। पीठ की चोट से उबरकर वापसी कर रहे कप्तान सहवाग ने अपने बाएं तरफ छलांग लगाकर एक शानदार कैच लपका। मैच के 5वें ओवर में फील्ड अंपायर ने विनय कुमार को पिच पर दौड़ने को लेकर चेताया। विनय गेंदबाजी अपने फॉलो-थ्रू में पिच के डेंजर एरिया में आ रहे थे। हालांकि विनय को कोई आधिकारिक चेतावनी नहीं दी गई है। भारतीय टीम में तीन बदलाव किए गए हैं। प्रतिबंध के कारण बाहर हुए महेंद्र सिंह धोनी के स्थान पर पार्थिव पटेल को विकेटकीपर के तौर पर शामिल किया गया है। जहीर खान और रोहित शर्मा को भी रोटेशन पॉलिसी के तहत आराम करने का मौका मिला है। इन दोनों के स्थान पर वीरेंद्र सहवाग और आर अश्विन खेल रहे हैं।