Friday, May 11, 2012


 '7 हजार साल तक दुनिया रहेगी सुरक्षित ' 
अमेरिका के पुरातत्वविदों ने माया सभ्यता का सबसे प्राचीन खगोलीय कैलेंडर खोज निकाला है। ग्वाटेमाला के उत्तरी भाग में खुदाई के दौराना यह कैलेंडर मिला। 
कैलेंडर एक इमारत की दीवारों पर तालिकाओं के रूप में मिला है। इस कैलेंडर में इस बात का कोई संकेत नहीं मिलता कि दुनिया का अंत करीब है। कैलेंडर में सौर और चंद्र वर्षों का उल्लेख है और आगामी सात हजार वर्षों में चंद्र ग्रहणों तथा मंगल और शुक्र ग्रहों के मिलाप की तिथियों का वर्णन किया गया है। पुरातत्वविदों का कहना है कि यह कैलेंडर नौंवी सदी का है। 
शोधकर्ताओं का कहना है कि यह कैलेंडर कहता है कि दुनिया खत्म होने में अभी कम से कम 7 हजार वर्ष लगेंगे। हालांकि माया सभ्यता के अन्य कैलेंडरों में इस तरह व्याख्या की जाती रही है कि दुनिया वर्ष 2012 में खत्म हो जाएगी। इससे पहले वैज्ञानिकों ने भी वर्ष 2012 में पृथ्वी पर प्रलय आने की आशंकाओं को निराधार बताया था। अटकलों में कहा जा रहा है कि वर्ष 2012 में अधिनव तारा का विस्फोट होगा, जिससे सूर्य के पूरे जीवन के बराबर ऊर्जा निकलेगी और इससे पृथ्वी पर जीवन प्रभावित हो सकता है। लेकिन अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष की व्यापकता और प्रकाश वर्ष का हवाला देते हुए बताया कि कोई भी तारा पृथ्वी के इतने करीब नहीं है कि वह उसे नुकसान पहुंचा सके। नासा की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि पृथ्वी के सबसे नजदीक गामा किरणें हैं, जो पृथ्वी से 1.3 अरब प्रकाश वर्ष दूर है।

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