Wednesday, May 9, 2012


'यूपी में महिलाओ पर कब थमेंगे अत्याचार'
देश का सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश इन दिनों अपराध प्रदेश बनता जा रहा है। लंबे-चौड़े वादे कर राज्य की सत्ता में आने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद से तो जैसे अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। खास कर महिलाओं के साथ तो हाल के दिनों में जिस तरह गैंगरेप, उत्पीड़न और उन्हें जला देने की एक के बाद एक घटनाएं प्रति दिन सामने आ रही हैं, उससे प्रदेश की जनता काफी आशंकित हो गई है। यूपी की जनता का राज्य के युवा सीएम से सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर कब थमेगा ये सब? 
मंगलवार को परीक्षा देकर स्कूल से लौट रही कक्षा चार की छात्रा को अगवा कर बाइक सवार वहशियों ने दुष्कर्म किया और आजमगढ़ के नेवादा-अमिलो मार्ग पर बनहुआ पुल के पास फेंक दिया। बेहोशी की हालत में ग्रामीणों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता के बयान पर दो के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पिछले दिनों इसी क्षेत्र में जौनपुर की बालिका को गैंगरेप कर फेंका गया था। 

मुबारकपुर से सटे अमिलो ग्राम पंचायत के नेवादा पुरवे की रहने वाली 11 वर्षीया बालिका नगर के ही प्राथमिक विद्यालय में पढ़ती है। मंगलवार को लगभग 12 बजे वह विद्यालय से घर लौट रही थी। इस बीच विद्यालय से निकलते ही बाइक सवार दो युवक धमक पड़े। पीड़िता के अनुसार उन दोनों ने उसे घर छोड़ने के बहाने बाइक पर बिठा लिया। इसके बाद वे उसे लेकर अमिलो गांव पहुंचे। वहां कमरे में बंद कर दिया। दुष्कर्म के बाद नेवादा गांव से पहले ही बनहुआ पुल के पास वे उसे छोड़ कर चले गए। बाद में पुलिस ने उसे जिला महिला अस्पताल भर्ती करा दिया। थानाध्यक्ष मुबारकपुर रितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दुष्कर्म की शिकार छात्रा के परिजनों की तहरीर पर दोनों युवकों के खिलाफ बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपियों की तलाश जारी है।असरेपुर बढ़ौली गांव में आए परिचित युवक ने अपने दोस्तों संग 15 साल की एक लड़की को गाड़ी में खींचकर अगवा कर लिया। नशे में धुत युवकों ने लड़की से तीन रोज तक रेप किया। फिर उसे सड़क पर फेंक दिया। असरेपुर बढ़ौली गांव के दलित व्यक्ति ने पुलिस को अर्जी देकर बताया कि तीन मई को उसके पड़ोसी की बेटी का ब्याह था। बनी गांव में रहने वाले उसके साढ़ू का परिचित नीरज भी तीन दोस्तों संग आया था। रात में नीरज ने उसकी 15 वर्षीय बेटी से पानी मांगा। वह बाहर निकली तो नीरज ने दोस्तों की मदद से मुंह दबाकर उसे कार में खींच लिया। उसे तीसरे रोज पांच मई को सैदाबाद-असढ़िया मार्ग पर बेहोशी की हालत में फेंका गया। फिर नीरज ने उसे फोन से बताया कि उसकी बेटी सड़क पर पड़ी है। वह बेटी को उठाकर अस्पताल ले गया। होश में आने पर लड़की ने नीरज और उसके दोस्तों के सामूहिक बलात्कार के बारे में बताया। यूपी में इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं। प्रतिदिन किसी ना किसी जिले से ऐसी खबरें आती हैं और पुलिस मामले दर्ज कर इतिश्री कर लेती है। कई जगहों पर तो पुलिस इस तरह के मामले दर्ज ही नहीं करती है। 

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