जवाब नही तो इस्तीफा दें एंटनी विपक्ष
नई दिल्ली. रक्षा सौदों में गड़बड़ी की शिकायतों के बारे में एक के बाद एक खुलासे से सरकार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। एंटनी को रक्षा सौदों में गड़बड़ी पहले से होने की जानकारी भास्कर/डीएनए के जरिये सामने आने के बाद बीजेपी ने भी सरकार पर हमला बोल दिया है। बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘सरकार इस मुद्दे पर लीपापोती करने में जुटी है। एक के बाद एक सफाई देने की कोशिश में मसले को उलझा रही है।' वहीं राज्यसभा में बीजेपी के प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'यदि एंटनी के पास कोई जवाब नहीं है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।’चिट्ठी लीक पर मचे बवाल के बाद आर्मी चीफ जनरल वी के सिंह आज पहली बार मीडिया के सामने आए। लेकिन उन्होंने इस विवाद पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वीके सिंह ने डिफेंस एक्सपो में कहा कि सेना चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। जनरल ने कहा, ‘सेना के लिए 70 फीसदी उपकरणों का विदेशों से आयात गंभीर मामला है। सैन्य साजो सामान के लिए विदेशी कंपनियों पर हमारी निर्भरता कम होनी चाहिए।’ जब जनरल एक्सपो से निकलने लगे तो पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछे। इस पर उन्होंने बस इतना ही कहा, 'मुझे जो कहना था वो कह दिया है, अब इस मसले पर बोलने के लिए कुछ नया नहीं है।' वहीं दूसरी ओर, रक्षा राज्य मंत्री पल्लम राजू के आज जनरल के साथ मंच पर सामने नहीं आने से भी सवाल खड़े होने लगे हैं। अहम सवाल है कि क्या सरकार ने जनरल से दूरी बनानी शुरू कर दी है। क्योंकि आज डिफेंस एक्सपो में जनरल के साथ राजू को भी आना था लेकिन आखिरी वक्त में मेहमानों की सूची से रक्षा राज्य मंत्री का नाम हटा दिया गया।रक्षा सौदों को मंजूरी के लिए रिश्वत की पेशकश मामले में आर्मी चीफ आज सीबीआई के सामने अपना बयान दर्ज करा सकते हैं। उम्मीद है कि आर्मी चीफ आज पीएम और रक्षा मंत्री से भी मिल सकते हैं। रिश्वत कांड और 'लेटर बम' की वजह से अनुशासनहीनता को लेकर घेरे में आए जनरल सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी से मिलने के लिए समय मांगा है। वहीं जनरल सिंह के खिलाफ अवमानना का केस दर्ज करने के बाद अब तेजिंदर सिंह ने वी के सिंह के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। उन्होंने जनरल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की गुहार की है। हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि प्रेस रिलीज किसने जारी की है। बीते पांच मार्च को जारी इस रिलीज में रक्षा सौदों से तेजिंदर के संबंध की बात की गई थी।इस बीच, बीईएमएल के चेयरमैन ने आर्मी चीफ पर निशाना साधते हुए कहा कि जनरल सिंह जिस शख्स से प्रभावित होकर बयान दे रहे हैं, उसे जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि बीईएमएल भारत सरकार का एक पीएसयू है जो टैट्रा-वेक्ट्रा के साथ मिलकर 1986 से ही भारतीय सेना के लिए दुर्गम स्थानों में इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों की सप्लाई करती रही है। जनरल वीके सिंह ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया है कि सेना के लिए 7000 टैट्रा ट्रक महंगी कीमत पर खरीदे गए और किसी ने सवाल तक नहीं उठाया। उनका कहना था कि ये ट्रक मानकों के अनुरूप नहीं हैं और ऐसे 600 और ट्रकों का सौदा मंजूर करने के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश की गई थी।
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