'दावा' की धमकी भारत की बर्बादी तक जारी रहेगी जंग
लाहौर.पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन जमात उद दावा ने खुले आम भारत के खिलाफ जंग की धमकी दी है। दावा ने अमेरिका के खिलाफ भी ऐसी ही धमकी दी है और पाकिस्तान के हुक्मरान को खुले तौर पर चेताया है। लेकिन सरकार का दावा को लेकर रुख नरम बना हुआ है।
शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद लाहौर प्रेस क्लब के सामने दावा और दिफा-ए-पाकिस्तान (डीपीसी) की अगुआई में करीब 200 प्रदर्शनकारी इकठ्ठा हुए। उन्होंने खुले आम नारे लगाए कि अमेरिका की बर्बादी तक,जंग रहेगी,जंग रहेगी। इंडिया की बर्बादी तक,जंग रहेगी,जंग रहेगी सबिलाना, सबिलाना, अल्जेहाद जैसे नारे भी लगाए गए। भारत और अमेरिका के खिलाफ आग उगल रहे नेताओं को रोकने की पुलिस-प्रशासन ने कोई कोशिश नहीं की। डीपीसी ने इसी तरह के कुछ और प्रदर्शन देश के अन्य भागों में भी आयोजित कर चुकी है। लाहौर प्रेस क्लब पर जमा होने से पहले 'पाकिस्तान की रक्षा केवल जेहाद के माध्यम से संभव है' के बैनर तले भी एक रैली निकली गई। बसों और ट्रकों पर सवार प्रदर्शनकारियों की यह रैली जामिया कदसिया से निकल कर लाहौर प्रेस क्लब पर जाकर खत्म हुई। दावा के नेता डॉ.हफीज अब्दुल रहमान मक्की ने प्रेस क्लब के सामने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान की संसद अदालतों के रास्ते से नाटो की सैन्य आपूर्ति फिर से शुरू करने का कदम उठाती है तो दिफ़ा-ए-पाकिस्तान परिषद (डीपीसी) हर मुमकिन तरीके से इसे रोकेगी। संसद को एनआरओ से प्रभावित बताते हुए डॉ मक्की ने कहा कि संसद के पास नाटो को सैन्य आपूर्ति करने के लिए पाकिस्तानी रास्तों को दोबारा खोलने का कोई जनादेश नहीं है। रैली को संबोधित करने वाले वक्ताओं के आवाहन पर प्रदर्शनकारियों ने कसम खाई कि वह नाटो की आपूर्ति लाइन दोबराने खोले जाने से रोकने के लिए अपने जीवन का बलिदान कर देंगे।जेडी के महासचिव कारी मुहम्मद याकूब शेख ने कहा कि वे नाटो की आपूर्ति जेहाद के माध्यम से रोकेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अवाम जेहाद के लिए तैयार है बस उन्हें आवाज देने की जरुरत है।जमात -ए -इस्लामी के नेता डॉ.फरीद पराचा ने इस अवसर पर कहा कि अमेरिका सऊदी अरब और क़तर से तालिबान से बातचीत के लिए मध्यस्थता करने के लिए कह रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी की सरकार अगर नाटो की आपूर्ति को दोबारा खोलने पर मान जाती है तो इससे सिर्फ अमेरिका के हाथ ही माजबूत होंगे। डॉ पराचा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर संसद के सभी मेम्बरान नाटो के आपूर्ति मार्ग को वैध कर देते हैं तो वे नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि उनमें से कोई भी उनके घटक का सामना करने में सक्षम होगा। जमीयत अहले हदीस नेता हाफिज अब्दुल गफ्फार रोपारी ने कहा कि उनके कार्यकर्ता किसी भी नाटो कंटेनर के पाकिस्तान के रास्ते से गुजरने पर बम से उड़ा देंगे। उन्होंने कहा कि संसद के फैसले की परवाह किए बिना नाटो की आपूर्ति रोकी जाएगी।
शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद लाहौर प्रेस क्लब के सामने दावा और दिफा-ए-पाकिस्तान (डीपीसी) की अगुआई में करीब 200 प्रदर्शनकारी इकठ्ठा हुए। उन्होंने खुले आम नारे लगाए कि अमेरिका की बर्बादी तक,जंग रहेगी,जंग रहेगी। इंडिया की बर्बादी तक,जंग रहेगी,जंग रहेगी सबिलाना, सबिलाना, अल्जेहाद जैसे नारे भी लगाए गए। भारत और अमेरिका के खिलाफ आग उगल रहे नेताओं को रोकने की पुलिस-प्रशासन ने कोई कोशिश नहीं की। डीपीसी ने इसी तरह के कुछ और प्रदर्शन देश के अन्य भागों में भी आयोजित कर चुकी है। लाहौर प्रेस क्लब पर जमा होने से पहले 'पाकिस्तान की रक्षा केवल जेहाद के माध्यम से संभव है' के बैनर तले भी एक रैली निकली गई। बसों और ट्रकों पर सवार प्रदर्शनकारियों की यह रैली जामिया कदसिया से निकल कर लाहौर प्रेस क्लब पर जाकर खत्म हुई। दावा के नेता डॉ.हफीज अब्दुल रहमान मक्की ने प्रेस क्लब के सामने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान की संसद अदालतों के रास्ते से नाटो की सैन्य आपूर्ति फिर से शुरू करने का कदम उठाती है तो दिफ़ा-ए-पाकिस्तान परिषद (डीपीसी) हर मुमकिन तरीके से इसे रोकेगी। संसद को एनआरओ से प्रभावित बताते हुए डॉ मक्की ने कहा कि संसद के पास नाटो को सैन्य आपूर्ति करने के लिए पाकिस्तानी रास्तों को दोबारा खोलने का कोई जनादेश नहीं है। रैली को संबोधित करने वाले वक्ताओं के आवाहन पर प्रदर्शनकारियों ने कसम खाई कि वह नाटो की आपूर्ति लाइन दोबराने खोले जाने से रोकने के लिए अपने जीवन का बलिदान कर देंगे।जेडी के महासचिव कारी मुहम्मद याकूब शेख ने कहा कि वे नाटो की आपूर्ति जेहाद के माध्यम से रोकेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अवाम जेहाद के लिए तैयार है बस उन्हें आवाज देने की जरुरत है।जमात -ए -इस्लामी के नेता डॉ.फरीद पराचा ने इस अवसर पर कहा कि अमेरिका सऊदी अरब और क़तर से तालिबान से बातचीत के लिए मध्यस्थता करने के लिए कह रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी की सरकार अगर नाटो की आपूर्ति को दोबारा खोलने पर मान जाती है तो इससे सिर्फ अमेरिका के हाथ ही माजबूत होंगे। डॉ पराचा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर संसद के सभी मेम्बरान नाटो के आपूर्ति मार्ग को वैध कर देते हैं तो वे नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि उनमें से कोई भी उनके घटक का सामना करने में सक्षम होगा। जमीयत अहले हदीस नेता हाफिज अब्दुल गफ्फार रोपारी ने कहा कि उनके कार्यकर्ता किसी भी नाटो कंटेनर के पाकिस्तान के रास्ते से गुजरने पर बम से उड़ा देंगे। उन्होंने कहा कि संसद के फैसले की परवाह किए बिना नाटो की आपूर्ति रोकी जाएगी।
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