गौड़ा ने किया कर्नाटक मे सत्ता परिवर्तन से 'इन्कार'
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा नियुक्त किए जाने को लेकर बी एस येद्दयुरप्पा की ओर से पड़ रहे दबाव के बीच कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी एवं पार्टी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। गौड़ा को आश्वासन मिला है कि कर्नाटक में कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। गौड़ा ने भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद बताया कि मैं स्पष्ट तौर पर कह रहा हूं कि केंद्रीय नेताओं ने मुझसे कहा है कि इस समय नेतृत्व या पार्टी में किसी अन्य पद पर कोई बदलाव नहीं होगा। यह पूछने पर कि क्या पार्टी नेतृत्व ने उनसे इस्तीफा देने को कहा है, गौडा ने कहा कि यह सवाल नहीं पैदा होता है।भाजपा के राज्य प्रमुख के ईश्वरप्पा के साथ आए गौड़ा ने आडवाणी, गडकरी के अलावा राजनाथ सिंह एवं मुरली मनोहर जोशी से भी मुलाकात की। साथ ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली एवं कर्नाटक में पार्टी के प्रभारी महासचिव धर्मेद्र प्रधान से भी मुलाकात की।येद्दयुरप्पा द्वारा पार्टी पर मुख्यमंत्री पद पर फिर से नियुक्त किए जाने का दबाव बनाए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर गौडा ने कहा कि मुझे नहीं पता कि येद्दयुरप्पा यहां आए हैं या नहीं या फिर उन्होंने केंद्रीय नेताओं से बात की है या नहीं। जब हमने केंद्रीय नेतृत्व से इस मसले पर बात की तो येद्दियुरप्पा वहां मौजूद नहीं थे। कर्नाटक के लोकायुक्त द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को उच्च न्यायालय द्वारा दरकिनार किए जाने के बाद येद्दयुरप्पा ने फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर अभियान तेज कर दिया है। येद्दयुरप्पा का दावा है कि उनकी कोई मांग नहीं है, लेकिन उनका मिशन स्वाभाविक है, जिसके तहत वह लालकृष्ण आडवाणी, गडकरी एवं जेटली जैसे वरिष्ठ पार्टी नेताओं से मिलेंगे।गौड़ा ने यह भी कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उनसे कहा है कि वे कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम से अवगत नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मुझे बताया है कि वे समस्याओं को हल कर लेंगे एवं इस समय बातचीत के लिए और ज्यादा कुछ नहीं है।कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि उडुपी-चिकमंगलूर लोकसभा क्षेत्र के चुनावी नतीजों को लेकर पार्टी नेताओं से विस्तृत चर्चा हुई है। गौड़ा ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने आश्वासन दिया है कि चुनावी नतीजों पर पार्टी की भावी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए विचार किया जाएगा।भाजपा का शीर्ष नेतृत्व येद्दयुरप्पा को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के बारे में सोचता है, लेकिन उसका मानना है कि 30 मार्च को राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होने तक येद्दयुरप्पा इंतजार करें। भाजपा के उडुपी-चिकमंगलूर सीट पर उपचुनाव हारने के कारण एवं येद्दयुरप्पा द्वारा बागी राज्यसभा उम्मीदवार खड़ा करने की आशंकाओं ने उनकी वापसी की अटकलें तेज कर दी हैं।
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