रक्षा मंत्री को थी घोटाले की जानकारी : पर नही उठायक कदम
सेना प्रमुख वीके सिंह के 'लेटर बम' से असहज केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। रक्षा मंत्री एके एंटनी को 2009 में ही टैट्रा ट्रकों की खरीद में घोटाले की जानकारी लग गई थी। इस बारे में कुछ मंत्रियों ने रक्षा मंत्री से शिकायत भी दर्ज कराई, पर एंटनी ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक कर्नाटक के वरिष्ठ नेता डॉ. हनुमनथप्पा ने 26 अगस्त 2009 को कांग्रेस अध्यक्ष्ा सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। पत्र में बीईएमएल के सीएमडी वीआएस नटराजन ने 6000 करोड़ रुपए का टैट्रा ट्रकों का ठेका सीधे उत्पादन कंपनी को न देते हुए ब्रिटिश एजेंट को दिया था। यह कदम रक्षा खरीद से संबंधित नियमों का साफ उल्लंघन था। इस पर 5 अक्टूबर 2009 को स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने रक्षा मंत्रालय को पत्र भी लिखा था। 2 सितंबर 2009 को ही को हनुमनथप्पा ने तत्कालीन कानून मंत्री वीरप्पा मोइली से भी शिकायत की। मोइली ने जवाब में कहा कि मामला संबंधित मंत्रालय के सामने वे उठाएंगे। 16 अक्टूबर 2009 को हनुमनथप्पा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल को घोटाले की जानकारी दी थी।
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