Saturday, March 31, 2012


'माया पर बरसे रमेश कहा मनरेगा में हुई भारप धांधली'
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर करारा हमला करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में महात्मा गांधी रोजगार ग्रामीण गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में व्यापक पैमाने पर हुई धांधली की जांच सीबीआई से कराई जाए।रमेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गरीबों की इस योजना में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से खासतौर पर गोंडा, बलरामपुर और सोनभद्र जिलों में हुई धांधली की सीबीआई से जांच कराने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि जांच के बाद दोषियों को सजा मिलने से एक बेहतर संकेत जाएगा और घोटालेबाजों को भी समझ आ जाएगा कि सरकार घोटाले से कोई समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मायावती सरकार के दौरान इस योजना में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई थी और उन्होंने 10 पृष्ठों का लंबा पत्र पूर्व मुख्यमंत्री को इस बाबत लिखा था, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्होंने ठोस कार्रवाई नहीं की। धांधली का ब्यौरा मायावती सरकार में मनरेगा कार्यक्रम के समन्वयक रहे पूर्व आईएएस अधिकारी विजय शंकर चौबे ने भी दिया था। उन्होंने बताया कि यह दुखद है कि दस महीने से राज्य सरकार से उनका कोई संपर्क ही नहीं हो पाया था, जबकि उन्होंने इसके लिए कई बार प्रयास किया।

'टैट्रा ट्रकों का कोई जवाब नही : डीआरडीओ प्रमुख'
डीआरडीओ प्रमुख वीके सारस्वत का कहना है कि टैट्रा ट्रकों का कार्य प्रदर्शन बेहद शानदार है। उन्होंने कहा कि अगर रक्षा मंत्री और सेनाध्यक्ष के बीच कोई मतभेद हैं तो उन्हें सावधानीपूर्वक सुलझाना चाहिए।डिफेंस एक्सपो में सारस्वत ने पत्रकारों से कहा कि ये ट्रक ह‌थियारों को तेज गति से ले जाने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि पृथ्वी और ‌‌अग्नि जैसी सभी महत्वपूर्ण मिसाइलों को ले जाने में प्रयुक्त हुआ कोई भी वाहन घटिया दर्जे का नहीं था। उन्होंने कहा कि इन ट्रकों में किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं पाई गई, फिर इन्हें घटिया कैसे कहा जा सकता है। डीआरडीओ चीफ ने कहा कि इन ट्रकों की आगे भी जरूरत पड़ी तो हम इनका प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की तरफ से इनका प्रयोग रोकने संबंधी कोई आदेश मिलता है तो हम इनका प्रयोग नहीं करेंगे।रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख के बीच उठे विवाद के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि अगर इनके बीच कोई मतभेद हैं, तो उन्हें सावधानीपूर्वक सुलझाना चाहिए। सारस्वत ने कहा कि अग्नि-5 का परीक्षण दो हफ्ते के भीतर होगा। परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम अग्नि-5 की मारक क्षमता 5 हजार किलोमीटर है।


'जागीर कोर का जलवा जेल मे भी बरकरार'
कपूरथला।। 5 साल कैद की सजा काटने जेल पहुंचीं पंजाब की पूर्व कैबिनेट मंत्री बीबी जागीर कौर के रसूख के सामने प्रशासन चरण वंदना करता नजर आया। पटियाला जेल से कपूरथला जेल में शिफ्ट होने के लिए वह अपनी निजी गाड़ी से गईं। कपूरथला जेल पहुंचते ही पुलिसवालों में उनके पैर छूने की प्रतिस्पर्धा जैसी शुरू हो गई। पुलिसवाले यह भी भूल गए कि जागीर कौर वहां पर एक अपराधी की हैसियत से गई हैं और वे खुद वर्दी पहने हुए हैं। शुक्रवार को स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने जागीर कौर को 5 साल की सजा सुनाई। उन्हें अपनी बेटी हरप्रीत कौर के जबरन अबॉर्शन, अपहरण और उन्हें बंधक बनाकर रखने का दोषी पाया गया, हालांकि जागीर कौर को हत्या के आरोप से बरी कर दिया गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष रह चुकीं जागीर पर अदालत ने 5 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। इस मामले में 3 और लोगों - कौर धेसी, परमजीत सिंह और निशान सिंह - को आपराधिक साजिश रचने का दोषी पाया गया। तीनों पर 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। एक और आरोपी सत्या देवी को सभी इल्जामों से बरी कर दिया गया, जबकि संजीव कुमार की सुनवाई के दौरान मौत हो गई थी। हरप्रीत की मौत 12 साल पहले रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई थी। 20-21 अप्रैल 2000 की रात हरप्रीत को फगवाड़ा से लुधियाना के क्रिस्चन मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल लाया जा रहा था। रास्ते में ही रहस्यमयी हालात में उनकी मौत हो गई थी। हरप्रीत की लाश का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया। इसके पीछे यह वजह बताई गई कि उनकी मौत बुखार, उलटी और पानी की कमी के चलते हुई है। जल्दबाजी में 21 अप्रैल 2000 को कपूरथला स्थित बेगोवाल गांव में हरप्रीत का अंतिम संस्कार कर दिया गया। हरप्रीत की मौत के कुछ दिन बाद बेगोवाल निवासी कमलजीत सिंह ने हरप्रीत के पति होने का दावा किया। कमलजीत सिंह ने यह भी कहा कि वह अजन्मे बच्चे के पिता हैं। 27 अप्रैल 2000 को वह पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट गए। 9 जून 2000 को हाई कोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच का आदेश दिया था।


'ऋषि का डबल गेम टैट्रा को भी लगाया चूना'
मुंबई/नई दिल्‍ली. आर्मी चीफ रिश्वत मामले में सीबीआई ने ट्रक आपूर्ति करने वाली कंपनी वैक्ट्रा समूह के चेयरमैन और एनआरआई व्यापारी रविंद्र कुमार ऋषि को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। रवि ऋषि भारतीय मूल के ब्रिटिश हैं। टैट्रा कंपनी पर मालिकाना हक वैक्ट्रा समूह का ही है। पिछले कुछ दिनों ने यह व्‍यापारी टैट्रा डील में किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार करता रहा है लेकिन डीएनएके पास इस व्‍यापारी के खिलाफ पिछले साल चेक गणराज्‍य में दर्ज हुए आपराधिक मुकदमे की कॉपी मौजूद है।शिकायत में आरोप लगाया गया है कि रवि ने टैट्रा चेक (टैट्रा ट्रकों के लिए उपकरण बनाने वाली मूल कंपनी) के बोर्ड में रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया जिससे टैट्रा सिपॉक्‍स (यूके) लिमिटेड अनफिट पाए गए ट्रकों को लागत मूल्‍य से कम दर पर बेच सके। इसके बाद टैट्रा सिपॉक्‍स ने मुनाफे पर भारत की बीईएमएल को ये ट्रक बेच दिए। इस वजह से टैट्रा चेक को भारी घाटा (270 मिलियन चेक मुद्रा) हुआ क्‍योंकि ट्रकों की बिक्री से मुनाफा तो रवि की कंपनी को हो रहा था। सिपॉक्‍स को 1994 में रवि की कंपनी वेक्‍ट्रा ग्रुप का हिस्‍सा बना लिया गया था। आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने सीबीआई को लिखित शिकायत सौंप दी है। जनरल सिंह ने इस शिकायत में रिश्वत के मामले का ब्योरा दिया हैमगर रिश्वत की रकम का जिक्र नहीं किया है। सीबीआई ने इस मामले में सेनारक्षा मंत्रालयबीईएमएल और यूके की टैट्रा सिपॉक्स कंपनी के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक इस मामले में 13.27 करोड़ का चूना लगा है। सीबीआई ने शुक्रवार को दिल्ली और बेंगलुरू के चार स्थानों पर छापे मारे। इस बीच, लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग को सीबीआई ने क्लीन चिट दे दी है। सूत्रों के मुताबिक, लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह के खिलाफ तृणमूल सांसद अंबिका चौधरी की शिकायत की कैबिनेट सचिवालय पहले ही जांच कर चुका है। कैबिनेट सचिवालय की जांच में सांसद के आरोपों में तथ्य नहीं पाए गए थे। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने सिर्फ जांच का हवाला देते हुए दलबीर सिंह के खिलाफ जांच बंद कर दी। आर्मी चीफ ने तृणमूल सांसद की शिकायत सीबीआई को बढ़ाई थी।  
 

पाकिस्तान बजाय भारत पर जता रहा है 'अमेरिका भरोसा'
वॉशिंगटन. पाकिस्तान से परेशान अमेरिका अब भारत का सीधे तौर पर इस्तेमाल करने की योजना पर विचार कर रहा है। अफगानिस्तान में आतंक के खिलाफ युद्ध में जुटे नाटो सैनिकों के लिए रसद पहुंचाने का काम बारास्ता पाकिस्तान होता रहा है। लेकिन पिछले कई महीनों से पाकिस्तान में अमेरिकी विरोध की आवाज़ें तेज होने के कारण कई रूट बंद कर दिए गए हैं। पाकिस्तान की संसदीय समिति रास्ता खोलने पर विचार कर रही है। लेकिन इसमें लग रहे समय से अमेरिका की बेचैनी बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि अमेरिका के रणनीतिकार भारत के रास्ते अफगानिस्तान में रसद पहुंचाने की योजना पर भी विचार कर रहे हैं। अमेरिकी फौज के एक जनरल लेफ्टिनेंट जनरल फ्रैंक पैंटर ने अमेरिका संसद की समिति को बताया है कि अगर पाकिस्तान नाटो की गाड़ियों के लिए अपने रास्ते नहीं खोलता है तो उनके देश को भारत और नॉर्दर्न डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क पर निर्भर रहना होगा। हालांकि, जनरल ने यह भी कहा कि ये दोनों विकल्प काफी महंगे साबित होंगे।  लेकिन सवाल यह है कि क्या भारत अपनी जमीन का इस्तेमाल अमेरिका के आतंक विरोधी युद्ध के लिए करने देगा? यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि 2001 में अमेरिका पर हुए आतंकवादी हमले के बाद अफगानिस्तान में जंग शुरू होने पर भारत ने अमेरिका को सार्वभौमिकता का हवाला देते हुए अपनी जमीन के इस्तेमाल से दो टूक मना कर दिया था। तब अमेरिका भारत की हवाई पट्टियों का इस्तेमाल करना चाहता था। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में अमेरिकी सैनिकों के ऑपरेशन में 24 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के बाद पाकिस्तान में अमेरिका का जबर्दस्त विरोध शुरू हो गया था। इस कार्रवाई से नाराज पाकिस्तान सरकार ने नाटो के सप्लाई रूट बंद कर दिया था।

Friday, March 30, 2012


  'सीबीआई ने किया टाट्रा ट्रक डील में केश दर्ज'
नयी दिल्ली। सीबीआई ने सरकारी स्वामित्व वाले बीईएमएल के जरिये सेना को हर परिस्थिति में काम करने वाले टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति के संबंध में आज एक मामला दर्ज करने के साथ ही वेक्ट्रा समूह के अध्यक्ष रवि रिषि को पूछताछ के लिए बुलाया जो कि टाट्रा में बहुलांश हिस्सेदार हैं।सीबीआई सूत्रों ने बताया कि ब्रिटिश नागरिक रिषि रक्षा प्रदर्शनी के सिलसिले में राजधानी दिल्ली आये हुए हैं। उन्हें इस सौदे में कथित अनियमितताओं के संबंध में पूछताछ करने के लिए बुलाया गया है।सूत्रों ने बताया कि सीबीआई निदेशक ए पी सिंह ने उस रिपोर्ट की जांच की है जो कि एजेंसी के एक संयुक्त निदेशक ने भेजी है जिसमें माना गया है कि इस संबंध में एक मामला बन सकता है और इस मामले की विस्तृत जांच की आवश्यकता है।यह सौदा उस समय जांच के घेरे में आ गया था जब सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने आरोप लगाया था कि उन्हें ट्रकों से संबंधित फाइल पारित करने के लिए 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की गई थी।
रक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को जांच के लिए कहा है। हालांकि सीबीआई जनरल सिंह के आरोपों की जांच शुरू करने के लिए उनकी ओर से एक शिकायत का इंतजार कर रही है।सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय की ओर से जांच के लिए कहे जाने के आधार पर एजेंसी दो और अलग अलग मामले दर्ज करेगी। इसमें से एक सौदे से संबंधित होगा जबकि दूसरा कथित रिश्वत पेशकश से संबंधित है।सरकारी स्वामित्व वाले बीईएमएल प्रमुख वी आर एस नटराजन ने टाट्रा ट्रकों के लिए आर्डर प्राप्त करने के लिए एजेंट और लॉबिस्ट के शामिल होने को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘गत 26 वर्ष के दौरान वर्ष 1996 के बाद से बीईएमएल ने सात हजार टाट्रा ट्रकों को जोड़ा, निर्माण और आपूर्ति की। ये सभी एकल नामांकन आधार और एकल जांच आधार पर किया गया।’’उन्होंने कहा, ‘‘उन्नत प्रौद्योगिकी सुविधाओं वाले ऐसे उपकरण विश्व में कोई और नहीं बनाता। जब मैं एकल आपूर्तिकर्ता हूं और कोई प्रतिस्पर्धा नहीं, किसी भी प्रभाव की आवश्यकता नहीं।’’टाट्रा और भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड का नाम सेना की ओर से उस प्रेस विज्ञप्ति में लिया गया है जो उसकी ओर से गत पांच मार्च को जारी की गई थी। इस प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाया गया है कि सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह ने टाट्रा और वेक्ट्रा लिमिटेड की ओर से रिश्वत की पेशकश की थी।


        'बीबी जागीर को मिली 5 साल की कैद'
पंजाब सरकार में मंत्री जागीर कौर को स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई है। उन्हें अपनी बेटी हरप्रीत कौर के जबरन अबॉर्शन, अपहरण और उसे बंधक बनाकर रखने का दोषी पाया गया, लेकिन हत्या के आरोप से बरी कर दिया गया। गौरतलब है कि 12 साल पहले रहस्यमयी परिस्थितियों में हरप्रीत की मौत हो गई थी। 
जागीर कौर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष रह चुकी हैं। अदालत ने कौर पर 5 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। स्पेशल सीबीआई जज बलबीर सिंह की अदालत में मौजूद जागीर को फैसला सुनाए जाने के तुरंत बाद न्यायिक हिरासत में ले लिया गया और बाद में पटियाला सेंट्रल जेल भेज दिया गया। सजा सुनाए जाने के बाद वह फूट-फूट कर रो पड़ीं। इस मामले में 3 और लोगों - कौर धेसी, परमजीत सिंह और निशान सिंह - को आपराधिक साजिश रचने का दोषी पाया गया। तीनों पर 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। एक अन्य आरोपी सत्या देवी को सभी इल्जामों से बरी कर दिया गया, जबकि संजीव कुमार की सुनवाई के दौरान मौत हो गई थी। 
20-21 अप्रैल 2000 की रात हरप्रीत को फगवाड़ा से लुधियाना के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल लाया जा रहा था। रास्ते में ही रहस्यमयी हालात में उसकी मौत हो गई थी। यह बताकर कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है और हरप्रीत की मौत बुखार, उलटी और पानी की कमी के चलते हुई उसकी लाश का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया। जल्दबाजी में 21 अप्रैल 2000 को कपूरथला स्थित बेगोवाल गांव में हरप्रीत का अंतिम संस्कार कर दिया गया। हरप्रीत की मौत के कुछ दिन बाद बेगोवाल निवासी कमलजीत सिंह ने हरप्रीत के पति होने का दावा किया। सिंह ने यह भी कहा कि वह अजन्मे बच्चे के पिता हैं। 27 अप्रैल 2000 को वह पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट गए। 9 जून 2000 को हाई कोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच का आदेश दिया था। 

वर्तमान संसद का सम्मान नही कर सकता: केजरीनवाल
नई दिल्‍ली. सांसदों के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्‍पणी के मामले में अन्‍ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने आज लिखित जवाब दिया। केजरीवाल ने सज्जन सिंह वर्मा के विशेषाधिकार हनन नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि उनके दिल में संसद के प्रति बेहद सम्‍मान है और उन्‍होंने सांसदों के लिए कुछ भी अपमानजनक नहीं कहा है। सांसद सज्जन वर्मा ने केजरीवाल के उस बयान पर नोटिस भेजा था, जिसमें उन्होंने सांसदों को गुंडा और बलात्कारी कहा था। अरविंद केजरीवाल ने ने जवाब में कहा कि वह ऐसी संस्था का सम्मान कैसे कर सकते हैं, जिसके सदस्य आपराधिक पृष्ठभूमि के सांसद हैं। केजरीवालने अपने जवाब में कहा है कि संसद की गरिमा कम करने के लिए सभी पार्टियां जिम्मेदार हैं क्योंकि संसद में आपराधिक पृष्ठभूमि के 162 सांसद घुस गए हैं। एक समय संसद थी, जहां लाल बहादुर शास्त्री ने ट्रेन दुर्घटना के बाद इस्तीफा (रेल मंत्री के पद से) दिया था। मैं ऐसी संसद के लिए सब कुछ कुर्बान कर सकता हूं, लेकिन आज की संसद का मैं कैसे सम्मान कर सकता हूं। केजरीवाल ने कहा, ‘मेरा मानना है कि संसद लोकतंत्र का मंदिर है। मैं संसद और कुछ सांसदों का सम्‍मान करता हूं। लेकिन संसद में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्‍हें लोग अपने घर बुलाने से भी कतराएं। ऐसे सांसदों ने खुद ही संसद का अपमान किया है।’  टीम अन्ना के अन्य सदस्य प्रशांत भूषण ने सांसदों के विशेषाधिकार नोटिस पर कहा कि सांसद विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का दुरुपयोग कर रहे हैं। यह अधिकार सांसदों को जनता से जुड़े मुद्दे उठाने के लिए दिया गया है। इस बीचअरविंद केजरीवाल के जवाब पर राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने टीम अन्‍ना पर निशाना साधा है। मुलायम ने आरोप लगाया है कि टीम अन्‍ना अपराधियों की जमातहै। मुलायम ने टीम अन्‍ना के बारे में कहा, ‘असली अपराधियों का अड्डा यह है।’  वहीं, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा, 'वह बौखलाए हुए हैं। हमें इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए कि वे क्या कह रहे हैं। वे कुछ दिनों में पागल हो जाएंगे।

जवाब नही तो इस्तीफा दें एंटनी विपक्ष
नई दिल्‍ली. रक्षा सौदों में गड़बड़ी की शिकायतों के बारे में एक के बाद एक खुलासे से सरकार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। एंटनी को रक्षा सौदों में गड़बड़ी पहले से होने की जानकारी भास्‍कर/डीएनए के जरिये सामने आने के बाद बीजेपी ने भी सरकार पर हमला बोल दिया है। बीजेपी प्रवक्‍ता मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने कहा, ‘सरकार इस मुद्दे पर लीपापोती करने में जुटी है। एक के बाद एक सफाई देने की कोशिश में मसले को उलझा रही है।' वहीं राज्‍यसभा में बीजेपी के प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'यदि एंटनी के पास कोई जवाब नहीं है तो उन्‍हें इस्‍तीफा दे देना चाहिए।चिट्ठी लीक पर मचे बवाल के बाद आर्मी चीफ जनरल वी के सिंह आज पहली बार मीडिया के सामने आए। लेकिन उन्‍होंने इस विवाद पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वीके सिंह ने डिफेंस एक्‍सपो में कहा कि सेना चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। जनरल ने कहा, ‘सेना के लिए 70 फीसदी उपकरणों का विदेशों से आयात गंभीर मामला है। सैन्‍य साजो सामान के लिए विदेशी कंपनियों पर हमारी निर्भरता कम होनी चाहिए।’ जब जनरल एक्‍सपो से निकलने लगे तो पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछे। इस पर उन्‍होंने बस इतना ही कहा, 'मुझे जो कहना था वो कह दिया है, अब इस मसले पर बोलने के लिए कुछ नया नहीं है।वहीं दूसरी ओररक्षा राज्‍य मंत्री पल्‍लम राजू के आज जनरल के साथ मंच पर सामने नहीं आने से भी सवाल खड़े होने लगे हैं। अहम सवाल है कि क्‍या सरकार ने जनरल से दूरी बनानी शुरू कर दी है। क्‍योंकि आज डिफेंस एक्‍सपो में जनरल के साथ राजू को भी आना था लेकिन आखिरी वक्‍त में मेहमानों की सूची से रक्षा राज्‍य मंत्री का नाम हटा दिया गया।रक्षा सौदों को मंजूरी के लिए रिश्‍वत की पेशकश मामले में आर्मी चीफ आज सीबीआई के सामने अपना बयान दर्ज करा सकते हैं। उम्‍मीद है कि आर्मी चीफ आज पीएम और रक्षा मंत्री से भी मिल सकते हैं। रिश्‍वत कांड और 'लेटर बम' की वजह से अनुशासनहीनता को लेकर घेरे में आए जनरल सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी से मिलने के ‌लिए समय मांगा है। वहीं जनरल सिंह के खिलाफ अवमानना का केस दर्ज करने के बाद अब तेजिंदर सिंह ने वी के सिंह के खिलाफ दिल्‍ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। उन्‍होंने जनरल के खिलाफ अनुशासनात्‍मक कार्रवाई किए जाने की गुहार की है। हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि प्रेस रिलीज किसने जारी की है। बीते पांच मार्च को जारी इस रिलीज में रक्षा सौदों से तेजिंदर के संबंध की बात की गई थी।इस बीच, बीईएमएल के चेयरमैन ने आर्मी चीफ पर निशाना साधते हुए कहा कि जनरल सिंह जिस शख्‍स से प्रभावित होकर बयान दे रहे हैं, उसे जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि बीईएमएल भारत सरकार का एक पीएसयू है जो टैट्रा-वेक्‍ट्रा के साथ मिलकर 1986 से ही भारतीय सेना के लिए दुर्गम स्‍थानों में इस्‍तेमाल किए जाने वाले वाहनों की सप्‍लाई करती रही है। जनरल वीके सिंह ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया है कि सेना के लिए 7000 टैट्रा ट्रक महंगी कीमत पर खरीदे गए और किसी ने सवाल तक नहीं उठाया। उनका कहना था कि ये ट्रक मानकों के अनुरूप नहीं हैं और ऐसे 600 और ट्रकों का सौदा मंजूर करने के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश की गई थी।
 


'पाकिस्तान ने भी शुरू किया भारतीय सेना का मजाक उडाना'
नई दिल्ली. सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह की चिट्ठी के सामने आ जाने से पाकिस्तान बेहद खुश है।  वीके सिंह की चिट्ठी में कई बातों के अलावा बताया गया है कि भारतीय सेना के पास हथियार और साज-ओ-सामान की कमी है। इस खबर को पाकिस्तान मीडिया ने प्रमुखता से जगह दी है।  पाकिस्तान के ज़्यादातर अखबारों ने जनरल सिंह की चिट्ठी को अहमियत देते हुए 'दो दुश्मन पड़ोसियों' (चीन और पाकिस्तान) को देखते हुए 'भारतीय सेना की तैयारियों में खामी' का विश्लेषण किया है।  'इंडियाज मिलियन स्ट्रॉन्ग आर्मी एक्सपोज़्ड एज होलो' शीर्षक से एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर में भारतीय सेना के पास गोला बारूद की कमी, भारतीय वायुसेना की 97 फीसदी रक्षा प्रणाली का बेकार होना और भारत के शीर्ष सुरक्षा बलों के पास जरूरी हथियारों की कमी की बात को अहमियत दी गई है। रिपोर्ट में भारत पर यह कहते हुए तंज भी कसा गया है कि यह देश दुनिया में सैन्य साज-ओ-सामान को सबसे ज़्यादा आयात करने वाला देश है। 
पाकिस्तान के सबसे ज़्यादा बिकने वाले अंग्रेजी दैनिक 'द न्यूज' ने 'लीक्ड लेटर रिवील्स इंडियाज मिलिट्री वीकनेस' शीर्षक से छपी खबर में कहा है कि 
लीक हुई चिट्ठीमें शर्मिंदा करने वाले ब्योरे हैं, जो एशिया के सबसे ताकतवर मुल्कों में से एक की सरकारऔर सेना की छवि के लिए बड़ा झटका है।  खबर के मुताबिक चिट्ठी सरकार और जनरल सिंह के बीच 'जंग को सार्वजनिक' कर दिया है।  रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में हथियारों और अन्य सैन्य सामानों की खरीद की प्रक्रिया 'भ्रष्टाचार के लिए बदनाम' है।  जबकि 'द डॉन' ने बैक पेज पर इंडियन आर्मी इन बैड शेप, जनरल सिंह टेल्स पीएम शीर्षक से छपी खबर में कहा है कि चिट्ठी से सामने आया ब्योरा पाकिस्तान को खुश कर सकता है लेकिन यह किसी बड़ी परेशानी की तरफ इशारा नहीं करता है। रिपोर्ट में भारत के पूर्व सेनाध्यक्ष शंकर रॉयचौधरी के बयान का हवाला दिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था, 'पाकिस्तान इन सब बातों को लेकर हंस रहा होगा।उर्दू के अख़बार रोज़नामा जंग’, जिसने इस ख़बर को पहले पन्ने पर जगह दी और अपनी ख़बर में लिखा है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सेना भीतर से काफी कमज़ोर है और उसके सेनाध्यक्ष ने यह बात मानी है। 

रक्षा मंत्री को थी घोटाले की जानकारी : पर नही उठायक कदम
सेना प्रमुख वीके सिंह के 'लेटर बम' से असहज केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। रक्षा मंत्री एके एंटनी को 2009 में ही टैट्रा ट्रकों की खरीद में घोटाले की जानकारी लग गई थी। इस बारे में कुछ मंत्रियों ने रक्षा मंत्री से शिकायत भी दर्ज कराई, पर एंटनी ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक कर्नाटक के वरिष्ठ नेता डॉ. हनुमनथप्पा ने 26 अगस्त 2009 को कांग्रेस अध्यक्ष्‍ा सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। पत्र में बीईएमएल के सीएमडी वीआएस नटराजन ने 6000 करोड़ रुपए का टैट्रा ट्रकों का ठेका सीधे उत्पादन कंपनी को न देते हुए ब्रिटिश एजेंट को दिया था। यह कदम रक्षा खरीद से संबंधित नियमों का साफ उल्लंघन था। इस पर 5 अक्टूबर 2009 को स्वास्‍थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने रक्षा मंत्रालय को पत्र भी लिखा था।  2 सितंबर 2009 को ही को हनुमनथप्पा ने तत्कालीन कानून मंत्री वीरप्पा मोइली से भी शिकायत की। मोइली ने जवाब में कहा कि मामला संबंधित मंत्रालय के सामने वे उठाएंगे। 16 अक्टूबर 2009 को हनुमनथप्पा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल को घोटाले की जानकारी दी थी।

सीबीआई के सामने आज दर्ज करा सकते अपना बयान आर्मी चीफ
नई दिल्‍ली. रक्षा सौदों को मंजूरी के लिए रिश्‍वत की पेशकश मामले में आर्मी चीफ जनरल वी के सिंह आज सीबीआई के सामने अपना बयान दर्ज करा सकते हैं। उम्‍मीद है कि आर्मी चीफ आज पीएम और रक्षा मंत्री से भी मिल सकते हैं। रिश्‍वत कांड और 'लेटर बम' की वजह से अनुशासनहीनता को लेकर घेरे में आए जनरल सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी से मिलने के ‌लिए समय मांगा है।  रिश्‍वत और आर्मी चीफ की पीएम को चिट्ठी लीक मामले में भी सरकार कोई कड़ा कदम उठा सकती है। सूत्रों के मुताबिक ब्रिक्‍स सम्‍मेलन के चलते सरकार कोई बड़ा कदम उठाने से पीछे हट रही थी। लेकिन आज शाम यह सम्‍मेलन खत्‍म हो जाने के बाद सरकार कोई कड़ा कदम उठा सकती है। हालांकि चिट्ठी लीक मामले की जांच आईबी कर रही है।इस बीचबीईएमएल के चेयरमैन ने आर्मी चीफ पर निशाना साधते हुए कहा कि जनरल सिंह जिस शख्‍स से प्रभावित होकर बयान दे रहे हैं, उसे जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि बीईएमएल भारत सरकार का एक पीएसयू है जो टैट्रा-वेक्‍ट्रा के साथ मिलकर 1986 से ही भारतीय सेना के लिए दुर्गम स्‍थानों में इस्‍तेमाल किए जाने वाले वाहनों की सप्‍लाई करती रही है। जनरल वीके सिंह ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया है कि सेना के लिए 7000 टैट्रा ट्रक महंगी कीमत पर खरीदे गए और किसी ने सवाल तक नहीं उठाया। उनका कहना था कि ये ट्रक मानकों के अनुरूप नहीं हैं और ऐसे 600 और ट्रकों का सौदा मंजूर करने के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश की गई थी।

Thursday, March 29, 2012


 'देश के लिए नही पर आईपीएल के लिए फिट'
नई दिल्ली टीम इंडिया ट्वेंटी-20 मैच खेलने दक्षिण अफ्रीका पहुंच गई है। इस मुकाबले के लिए टीम इंडिया का ऐलान एशिया कप के साथ ही कर दिया गया था। फिटनेस की वजह से पूर्व उप-कप्तान वीरेंद्र सहवाग को टीम के बाहर रखा गया था। लेकिन कुछ दिन बाद ही सहवाग ने खुद को आईपीएल खेलने के लिए फिट घोषित कर दिया। यह दोनों बातें एक बार फिर पुराने विवाद को हवा दे रही हैं।
टीम के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज सहवाग दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टी-20 मैच खेलने के लिए तो अनफिट हैं, लेकिन वो आईपीएल खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। चयनकर्ताओं के इस फैसले ने बीसीसीआई को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। सबसे बड़ा सवाल है, क्या सहवाग को कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ हुए झगड़े का खामियाजा भरना पड़ रहा है, या फिर यह आईपीएल के प्रायोजकों का दबाव है, जो कि सितारा खिलाड़ियों के बाहर होना सहन नहीं कर सकते।चयनकर्ताओं ने एशिया कप की टीम का ऐलान करने के साथ ही इस एकमात्र टी-20 के लिए टीम घोषित कर दी। तब बोर्ड ने यह तर्क दिया था कि सहवाग पीठ की जकड़न से जूझ रहे हैं और थोड़ा आराम चाहते हैं। वनडे मैचों में लगातार फ्लॉप होने के बाद सहवाग को आराम देने के नाम पर टीम से बाहर बैठा दिया गया। 
जब बोर्ड के इस फैसले पर सवाल उठाए गए तो खुद सहवाग ने आकर यह सफाई दी कि उन्होंने ही बोर्ड से आराम मांगा है। लेकिन इसके पीछे एक कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोटेशन पॉलिसी को लेकर सहवाग और कप्तान धोनी के बीच विवाद भी रहा।वीरेंद्र सहवाग अब हर बयान में एक बात कह रहे हैं, वो पूरी तरह फिट हैं और आईपीएल में अपनी टीम को नई बुलंदियों पर ले जाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। सहवाग ने कहा है, मैं अब फ्रेश महसूस कर रहा हूं। यह कुछ दिनों का आराम मेरे लिए अच्छा रहा। अब मैं बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी अपनी टीम की मदद करने को तैयार हूं। इस आईपीएल सीजन आप मेरी गेंदबाजी का जलवा भी देखेंगे। हैरत की बात यह है कि बोर्ड ने फिटनेस के आधार पर सहवाग को एशिया कप और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 मुकाबले से बाहर रखा था। यदि सहवाग 30 मार्च को होने वाले मैच के लिए अनफिट हैं, तो वो महज 6 दिन में कैसे पूरी तरह फिट हो जाएंगे? दिल्ली डेयरडेविल्स को अपना पहला मुकाबला 5 तारीख को कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ खेलना है। और सहवाग आईपीएल के लिए जमकर अभ्यास भी कर रहे हैं। आईपीएल क्रिकेट का एक ग्लेमरस रूप है। इसमें स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी जरूरी है। टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू ने सहवाग के आईपीएल खेलने और अंतर्राष्ट्रीय मैच से दूर रहने के पीछे आईपीएल के प्रायोजकों के दबाव को वजह बताया है। सिद्धू ने बीसीसीआई पर निशाना साधते हुए कहा, "बीसीसीआई ने अपने खिलाड़ियों का सौदा स्पॉन्सर्स के साथ कर दिया है। मैदान पर सहवाग, सचिन तेंडुलकर जैसे बड़े नामों को दिखाने के लिए प्रायोजकों ने मोटी रकम बीसीसीआई को दी है। अब ऐसे में खिलाड़ी फिट हो या अनफिट, उसे तो खेलना ही होगा। इसलिए सिर्फ क्रिकेटर को दोषी ठहराना सही नहीं। इसके लिए बोर्ड भी जिम्मेदार है।"मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर पर भी आईपीएल का दबाव है। अपने पैर की उंगली का इलाज करवाने लंदन गए सचिन आईपीएल खेलने के लिए फिट हैं। सचिन को अपनी इस चोट के इलाज के लिए सर्जरी भी करवानी पड़ सकती है। वो 31 तारीख को स्वदेश लौट आएंगे। वैसे सर्जरी के बाद एक खिलाड़ी को फिटनेस दोबारा हासिल करने में 2 से 3 हफ्तों का समय लगता है। लेकिन सचिन महज चार दिन में ही फिट होकर 4 अप्रैल को होने वाले आईपीएल के उद्घाटन मैच में खेलेंगे। यह बयान खुद सचिन ने नहीं, बल्कि बीसीसीआई और उनकी टीम मुंबई इंडियंस ने दिया है। मुंबई इंडियंस ने बुधवार को यह घोषित कर दिया कि सचिन पूरे आईपीएल-5 में खेलेंगे।

Wednesday, March 28, 2012


पहले फाडे कपङे फिर नंगा कर फिर 40 जगह चाकू मारकर ली जान
बेंगलौर. यहां एक लड़के की उसके ही चार दोस्‍तों ने बेरहमी से हत्‍या कर दी। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वालों ने हत्‍या के बाद लाश को एक चर्च के समीप फेंक दिया और फरार हो गए। आठवीं में पढ़ने वाला यह लड़का जब स्‍कूल से घर नहीं लौटा तो उसके परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की। पुलिस का दावा है कि 12 साल के अभिषेक की उसके चार दोस्‍तों ने ही हत्‍या की है। कुछ दिन पहले अभिषेक ने अपने दोस्‍तों से पानी मांगा तो वो गंदा पानी ले जाए। इस पर अभिषेक ने उनकी जमकर पिटाई कर दी। इससे पहले भी अभिषेक उनकी कई बार पिटाई कर चुका था। उसके दोस्‍त इस अपमान का बदला लेना चाहते थे। इत्‍तामदु इलाके में कुवेम्‍पू कॉलोनी में रहने वाला ई. अभिषेक स्‍थानीय सरकारी स्‍कूल में आठवीं का स्‍टूडेंट था। सोमवार को शाम साढ़े चार बजे वह स्‍कूल से घर के लिए निकला। देर शाम तक घर नहीं पहुंचने पर घर वालों ने थोड़ी बहुत तलाश की फिर यह सोचा कि किसी रिश्‍तेदार या दोस्‍त के घर चला गया होगा और सुबह तक घर लौट आएगा। हालांकि मंगलवार को सुबह एक राहगीर ने अभिषेक के घर से डेढ़ किलोमीटर दूर येसु बेट्टा चर्च के पास उसकी लाश देखी और पुलिस को खबर दी। स्‍थानीय लोगों का कहना है कि अभिषेक अकसर अपने दोस्‍तों के साथ झगड़ता रहता था। हालांकि एक चश्‍मदीद ने कहा, ‘अभिषेक सोमवार की शाम अपने चार दोस्‍तों के साथ लड़ता दिखाई दिया था। वह अपने दोस्‍तों को पास के झील में नहाने से मना कर रहा था लेकिन उसके दोस्‍त ऐसा करने के लिए मजबूर करने लगे तो अभिषेक ने अपने दोस्‍तों की छड़ी से पिटाई कर दी।उस वक्‍त अभिषेक के दोस्‍तों ने कुछ नहीं कहा। उन्‍होंने झील जाने का प्‍लान कैंसिल कर दिया और पास की एक दुकान से सॉफ्ट ड्रिंक की दो बोतलें खरीदी और इसे पी लिया। इसके बाद वो अभिषेक को हनुमागिरी बेट्टा की तरफ ले गए। वहां उसने अभिषेक के कपड़े फाड़े और चाकुओं से कई वार किए। एसीपी एच वीरभद्र गौड़ा के मुताबिक मारपीट और हत्‍या के आरोपी लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 
 


रामदेव की बढी परेशानी बिना रसीद लाखों की दवा जब्त
नई दिल्‍ली.  भ्रश्टाचार के खिलाफ अलख जगाने वाले योग गुरू बाबा रामदेव नई मुश्किल में फंस सकते हैं। हरिद्वार में वाणिज्‍य कर विभाग के अफसरों ने एक ट्रक पकड़ा है। इस ट्रक पर करीब 13 लाख रुपये की दवाएं लदी थीं। ये दवाएं बाबा रामदेव के ट्रस्‍ट द्वारा संचालित कंपनियों में बनी थीं। अधिकारियों का कहना है कि ये दवाएं बिना रसीद के बाहर ले जाई जा रही थीं।  गढ़वाल रेंज के ज्‍वाइंट कमिश्‍नर एनएस दताल ने ट्रक जब्‍त किए जाने की पुष्टि की है। उन्‍होंने बताया कि ट्रक (नंबर UK 08 CA 1740) में करीब 12 लाख 66 हजार रुपये की दवाएं थीं। इसमें गौ-मूत्र और स्‍वास्‍थ्‍य वर्धक दवाएं थीं। विभाग का आरोप है कि ये दवाएं टैक्‍स चोरी कर ले जाई जा रही थीं।   रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्‍ण ने सरकार पर साजिश का आरोप लगाया है। उन्‍होंने कहा है कि वो बकायदा कर जमा करते हैं फिर भी उन्‍हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। बालकृष्‍ण ने इस मामले में मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात भी कही है।


बलबंत की फांसी पर राजनिति गरमाई पाटिल से मिलेंगे बादल
नई दिल्‍ली. बेअंत सिंह हत्याकांड के दोषी बलवंत सिंह राजोआणा को शनिवार को फांसी दी जाएगी या नहीं, इस पर आज अहम फैसला होने की उम्‍मीद है। पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल नई दिल्‍ली में हैं और वह राष्‍ट्रपति से मिलकर बलवंत की फांसी की सजा माफ करने की अपील करेंगे। फांसी के विरोध में आज पंजाब बंद का आह्वान किया गया है।  पंजाब में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस हाई अलर्ट है। गृह विभाग द्वारा मंगलवार शाम बुलाई गई बैठक में डीजीपी व इंटेलीजेंस के आला अधिकारियों को रोष प्रदर्शनों के हिंसक न होने देने के निर्देश दिए गए। साथ ही सभी जिला अधिकारियों को सिक्योरिटी की स्टेटस रिपोर्ट बताने के लिए कहा गया है।  राजोआणा की सजा माफी के लिए गर्मख्याली सिख संगठनों ने बुधवार को पंजाब बंद का आह्वान किया है। खालसा एक्शन कमेटी, दल खालसा, शिअद अमृतसर (मान), शिअद पंच प्रधानी व अन्य संगठनों की संयुक्तकमेटी के प्रवक्ता जगतार सिंह जाचक ने लोगों को बंद सफल बनाने की अपील की है। उन्होंने दुकानदारों व कारोबारियों से कामकाज ठप रख रोष जताने को कहा है। हालांकि, मेडिकल व अन्य आपात सेवाओं को बंद से छूट प्रदान की गई है। उधर, किसी भी तरह की विकट स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। अमृतसर बार एसोसिएशन ने बुधवार को पंजाब बंद को लेकर अदालतों का काम बंद रखने का फैसला किया है।  31 अगस्त 1995 को पंजाब विधानसभा के सामने तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की कार को बम विस्फोट से उड़ाया गया था। सीएम समेत कुल 17 लोगों की जान गई थी। सीबीआई की विशेष अदालत ने 31 जुलाई 2007 को जगतार सिंह हवारा और बलवंतसिंह राजोआणा को फांसी की सजा सुनाई थी। स्‍टैंड बाई मानव बम बलवंत ने अदालत में कबूल किया कि बेअंत सिंह की हत्‍या की साजिश में वह शामिल था और उसे इसका कोई अफसोस नहीं है। जबकि हवारा ने फैसले के खिलाफ अपील की थी। हाईकोर्ट ने 12 अक्तूबर 2010 को हवारा की फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था।