'350 करोड की दलाली हुई थी हेलीकांप्टर डील में'
इटली में डिफेंस डील में हुए
घोटालों की जांच की आंच भारत तक पहुंच गई है। इटली की कंपनी अगस्टा वेस्टलैंड पर
आरोप लगा है कि वीवीआईपी के इस्तेमाल के लिए भारत को बेचे गए 12 हेलिकॉप्टर के लिए उसने 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की दलाली दी है।
कंपनी 3546 करोड़ रुपये में भारत को 12 हेलिकॉप्टर देगी। इटली के ला रिपब्लिका समेत कई
प्रमुख अखबारों के मुताबिक, जांचकर्ताओं ने इस सिलसिले में
स्विट्जरलैंड के कंसल्टेंट गिडो राल्फ हाश्के के स्विस ऑफिस में छापा भी मारा है।
पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब हेलिकॉप्टर कंपनी के एक
पूर्व शीर्ष अधिकारी ने बताया कि भारत से डील कराने की जिम्मेदारी उसे सौंपी गई थी। 62 वर्षीय हाश्के भारतीय डिफेंस
बिजनेस सर्किल में जाना-पहचाना चेहरा हैं। अक्सर वह भारत आते रहते हैं और यहां
डिफेंस सेक्टर की कार्यप्रणाली से अच्छी तरह वाकिफ हैं। सेबी के रिकॉर्ड के मुताबिक, हाश्के सन् 2009 में एमार एमजीफ के बोर्ड ऑफ
डायरेक्टर में थे। हालांकि, बाद में व्यक्तिगत कारणों से
उन्होंने डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा जाता है कि हाश्के के पास
अमेरिका और स्विट्जरलैंड, दोनों देशों की नागरिकता है।
फरवरी 2010 में लगाई गई बोली में अगस्टा वेस्टलैंड्स एडब्ल्यू 101 हेलिकॉप्टर ने सिकोर्सिकी के एस-92 सुपरहॉक को पछाड़ दिया था। ये 12 हेलिकॉप्टर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और दूसरे वीवीआईपी द्वारा इस्तेमाल किए जाने हैं। इसकी सप्लाई अगले साल होनी है।
फरवरी 2010 में लगाई गई बोली में अगस्टा वेस्टलैंड्स एडब्ल्यू 101 हेलिकॉप्टर ने सिकोर्सिकी के एस-92 सुपरहॉक को पछाड़ दिया था। ये 12 हेलिकॉप्टर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और दूसरे वीवीआईपी द्वारा इस्तेमाल किए जाने हैं। इसकी सप्लाई अगले साल होनी है।
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