कश्मीर की खूबसूरत वादियों में नौ दिन के शूटिंग कार्यक्रम के बाद शाहरूख खान ने उम्मीद जताई है कि बॉलीवुड के फिल्मकार इस सुंदर जगह पर फिल्में बनाने की शुरूआत दोबारा करेंगे।शाहरूख ने कहा कि वे इतने बड़े तो नहीं कि कश्मीर की ओर लोगों को दोबारा आकर्षित कर सकें लेकिन उम्मीद करते हैं कि जल्द ही फिल्मकार इस खूबसूरत जगह पर फिल्में बनाने के लिए लौटेंगे कश्मीर की शाहरूख की यह पहली यात्रा है। उन्होंने बताया कि उनकी दादी कश्मीर से ही थीं और उनके पिता उन्हें यहां लाने के लिए बहुत उत्सुक थे। शाहरूख ने कहा कि मेरे पिता का निधन उस समय हो गया था जब मैं सिर्फ 15 साल का था। आज उनके बिना यहां आने पर मैं थोड़ा दुखी भी हूं। यहां के लोग मेरे लिए बहुत दयालु और धैर्यवान रहे हैं।उन्होंने कहा कि 90 के दशक में आतंकवाद शुरू होने से पहले फिल्मकार यहां बड़ी संख्या में आते थे। मुझे उम्मीद है कि और फिल्मकार इस वादी में आएंगे शाहरूख यश चोपड़ा की एक अनाम फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में नौ दिन तक कश्मीर में थे। शाहरूख ने यकीन के साथ कहा कि दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के लोग इस फिल्म को देखने के बाद घाटी में आएंगे।उन्होंने कहा कि मैं बहुत बड़ा नहीं लेकिन जब लोग किसी बड़े बैनर की फिल्म और उससे जुड़े बड़े नाम देखेंगे तो वे यहां जरूर आएंगे। मुझे ऐसी ही उम्मीद है।
बॉलीवुड की फिल्मों में कश्मीर की नकारात्मक छवि दर्शाने के सवाल पर शाहरूख ने कहा कि इस मसले से जुड़ा कोई भी नजरिया भौगोलिक, विचारधारा से जुड़ा और राजनैतिक है। इस मसले पर मेरी जानकारी ज्यादा नहीं है इसलिए मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा। बड़ा मसला यह है कि लोग बिना जाने भी चीजों पर बोलने लगते हैं।उन्होंने कहा कि फिल्मकार ही यह तय करता है कि वह अपनी फिल्म की कहानी के जरिए क्या संदेश देना चाहता है। एक सवाल के जवाब में शाहरूख ने कहा कि कुछ मसलों विशेष पर फिल्म बनाने से समाज नहीं बदला जा सकता। फिल्में वही दर्शाती हैं जो समाज में हो रहा है।कुछ फिल्मों में मुसलमानों की नकारात्मक छवि दर्शाने के बारे में शाहरूख ने कहा कि उनकी फिल्म 'माई नेम इज खान' इस्लाम और दुनिया भर के मुसलमानों के बारे में मौजूद गलतफहमियों को हटाने की कोशिश थी।
शाहरूख ने कहा कि हमारे समुदाय के कुछ लोग हैं जो गलत काम करते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इस्लाम और समूचा मुस्लिम समुदाय ही गलत हैं। शाहरूख के अनुसार यश चोपड़ा की यह फिल्म शाश्वत प्रेम के बारे में है। इस फिल्म का नाम अभी तय नहीं हुआ है। फिल्म बनाने के लिए यश चोपड़ा लगभग तीन दशक के बाद कश्मीर की वादियों में लौटे हैं। इससे पहले वे 'कभी कभी' और 'सिलसिला' की शूटिंग यहां कर चुके हैं।
No comments:
Post a Comment