भारतीय विमान आईसी-814 को अगवा कर कंधार ले जाने व आतंकवादी हमलों की कई अन्य घटनाओं के सिलसिले में वांछित आतंकवादी मेहराजुद्दीन डांड को जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को जानकारी मिली थी कि मेहराजुद्दीन नेपाल से लौटा है और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के जरिए कश्मीर घाटी की ओर बढ़ रहा है. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया.मेहराजुद्दीन की गिरफ्तारी को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. भारत व कई अन्य देशों में हुई आतंकवादी घटनाओं में उसका हाथ होने का संदेह है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि मेहराज को बुधवार रात जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक अज्ञात स्थान से गिरफ्तार किया गया. मेहराजुद्दीन उत्तरी कश्मीर के सोपोर का रहने वाला है. वह 1990 से आतंकवादी घटनाओं में शामिल है. अधिकारी ने बताया, "वह 1995 तक हाथ में बंदूक ले आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देता था. बाद में वह हमलों की साजिश रचने, आतंकवादियों के लिए रसद की व्यवस्था करने व अन्य सम्बंधित गतिविधियों में लग गया."24 दिसम्बर, 1999 को पांच पाकिस्तानी आतंकवादियों ने एयर इंडिया के एक विमान का अपहरण कर लिया था और उसे कंधार ले जाने से पहले अमृतसर, लाहौर और दुबई के तीन अलग हवाईअड्डों पर उतारने का दबाव बनाया था. उस वक्त उड़ान संख्या आईसी-814 में 176 यात्री सवार थे. दुबई में अपहर्ताओं ने विमान में सवार रुपिन कत्याल नाम के यात्री की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी थी. बंधकों को मुक्त कराने के लिए आतंकवादियों की रिहाई की गई थी. विमान को एक सप्ताह तक कंधार में खड़े रहना पड़ा था. ऐसा माना जा रहा है कि वह कश्मीर घाटी इसलिए आ रहा था कि यहां आतंकवाद का असर कम हुआ है और उसे यहां आतंकवादी घटनाओं को बढ़ावा देने की जरूरत महसूस हो रही थी. पुलिस अधिकारी ने बताया, "उसकी गिरफ्तारी आतंकवाद व आतंकवादी घटनाओं की पुनरावृत्ति के इरादे के लिए एक गम्भीर झटका है."वर्ष 1995 के बाद वह ज्यादातर पाकिस्तान व नेपाल से आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देता था. पुलिस उसे वांछित व सबसे पुराना आतंकवादी बताती है. वह भारत व अन्य देशों में कई आतंकवादी घटनाओं में संलिप्त रहा.
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